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लंबे समय में कब्ज के कारण आपको हो सकती हैं ये 5 गंभीर बीमारियां, डॉक्टर से जानें बचाव के उपाय

constipation: कब्ज आजकल की एक सामान्य समस्या बन गई है। लेकिन अगर इसे लंबे समय तक नजरअंदाज किया जाए, तो यह कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।
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लंबे समय में कब्ज के कारण आपको हो सकती हैं ये 5 गंभीर बीमारियां, डॉक्टर से जानें बचाव के उपाय

diseases due to constipation: अस्वस्थ खान-पान, असक्रिय जीवनशैली और तनाव कब्ज के मुख्य कारण होते हैं। कब्ज एक ऐसी समस्या है, जिसमें व्यक्ति का पेट ठीक से साफ नहीं हो पाता है। इसमें मल त्याग के दौरान काफी दिक्कतें आती हैं। पेट साफ न होने के कारण व्यक्ति पूरे दिन आलस महसूस करता है। कब्ज में मल त्याग के दौरान जोर लगाना पड़ता है, लंबे समय तक बैठे रहना (constipation symptoms) पड़ता है। इतना ही नहीं अगर समय रहते कब्ज को ठीक नहीं किया गया, तो यह कई सामान्य से लेकर गंभीर बीमारियों का कारण भी बन सकता है। मणिपाल अस्पताल, हेब्बल की सलाहकार- आंतरिक चिकित्सा डॉक्टर पवित्रा आर (Dr Pavithra R Consultant Internal Medicine Manipal Hospital Hebbal) से विस्तार से जानें कब्ज के कारण होने वाले रोग (can constipation cause illness)-

कब्ज के कारण होने वाले रोग (diseases due to constipation)

1. बवासीर (piles)

बवासीर आजकल की एक सामान्य समस्या बन गई है। यह एक ऐसी बीमारी है, जो काफी पीड़ादायक होती है। इसमें गुदा के अंदर या बाहर मस्से बन जाते हैं। ये मस्से कभी अंदर रहते हैं, तो कभी बाहर आ जाते हैं। बवासीर दो तरह का होता है-खूनी बवासीर और बादी बवासीर। पेट साफ न होना, शौच के दौरान दर्द होना, गुदा के आस-पास सूजन, गुदा के आसपास गांठ और बार-बार मल त्याग की इच्छा होना बवासीर (piles symptoms) के लक्षणों में शामिल हैं

2. एनल फिशर (anal fissure)

जब गुदा या गुदा की नलिका में कोई कट या दरार बन जाती है, तो उसे एनल फिशर कहते हैं। यह तब होता है, जब कठोर मल निकलता है। इस दौरान मल त्याग करते हुए दर्द होता है, खून निकलता है। लंबे समय तक कब्ज रहना, गुदा के आसपास खुजली-जलन, मल त्याग के दौरान गंभीर दर्द होना, लाल रंग का मल एनल फिशर के लक्षण (anal fissure symptoms) हो सकते हैं। इसके अलावा फेकल इंपेक्शन भी कब्ज के कारण हो सकता है।

3. बाउल ऑब्सट्रक्शन (bowel obstruction)

लंबे समय तक कब्ज रहना बाउल ऑब्सट्रक्शन जैसी गंभीर बीमारी को भी जन्म दे सकता है। बाउल ऑब्स्ट्रक्शन आंतों में होने वाली रुकावट है। इस स्थिति में छोटी या बड़ी आंत को खाना-पीना निकलने में मुश्किल होती है। यह एक आपातकालीन स्थिति होती है, इसमें तुरंत इलाज की जरूरत पड़ती है। पेट फूलना, मिचली, उल्टी, भूख न लगना और कब्ज बाउल ऑब्स्ट्रक्शन के मुख्य लक्षण हैं।

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4. फेकल इनकंटीनेंस (fecal incontinence)

मल असंयम या फेकल इनकंटीनेंस आंतों से संबंधी समस्या है। यह अकसर अधिक उम्र के लोगों में देखने को मिलता है। फेकल इनकंटीनेंस कब्ज, गैस और गैस के साथ भी हो सकती है। योनि से बच्चे को जन्म देने वाली महिलाओं को बाद में इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है। लंबे समय तक कब्ज रहने के वजह से भी फेकल इनकंटीनेंस की समस्या हो सकती है।

5. यूरिनरी रिटेंशन (urine-retention)

मूत्राशय का पूरी तरह से खाली न हो पाना, यूरिनरी रिटेंशन होता है। यह स्थिति लंबे समय तक आपको परेशान कर सकती है। इसमें वे मूत्र त्याग तो करते हैं, लेकिन मूत्राशय पूरी तरह से खाली नहीं होता है। यह बीमारी बेहद गंभीर और दर्दनाक होती है। ऐसे में इसके लक्षण (urine retention symptoms) दिखने पर तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें।

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कब्ज से बचने के उपाय (how to prevent constipation naturally)

कब्ज से बचने के लिए सबसे पहले आपको अपनी जीवनशैली में सुधार करना जरूरी होता है। इसके लिए अपने खान-पान, सक्रियता और सोने-उठने पर ध्यान दें। कब्ज से बचने के उपाय-

  • कब्ज से बचने के लिए समय पर सोना और समय पर उठना बहुत जरूरी होता है।
  • शारीरिक रूप से सक्रिय होना जरूरी है। इसके लिए एक्सरसाइज, योग जरूर करें।
  • अपनी डाइट में फाइबर इनटेक बढ़ाएं। बैलेंस डाइट फॉलो करें। इसमें सभी विटामिंस, मिनरल्स को शामिल करें।
  • मैदा और जंक फूड से परहेज करें। पैकेट बंद खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें।
  • लिक्विड डाइट लें। दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं।

अगर आपको भी लंबे समय से कब्ज है, तो इन उपायों को आजमा सकते हैं। साथ ही कब्ज को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें, यह सामान्य से लेकर गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।

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