
बच्चों की इम्यूनिटी बड़ो के मुकाबले कमजोर होती है। इसलिए सर्दियों में बच्चे ज्यादा जल्दी बीमार हो जाते हैं। वातावरण में तापमान कम होने से बच्चों का शरीर तापमान मेंटेन नहीं कर पाता है। इसलिए बच्चों को सर्दी-खांसी और जुकाम जल्दी हो जाता है। ऐसे में पेरेंट्स बच्चों पर कई नुस्खे अपनाते हैं। कुछ लोग बच्चों को गुड़ और सौंठ की गोलियां बनाकर देते हैं। कुछ लोग गर्म तेल से बच्चे की मसाज करते हैं, जिससे उनके शरीर में गरमाहट बनी रहे। इसी तरह कई लोग बच्चों को सर्दी-खांसी होने पर ब्रांडी पिलाते हैं। इलाज के लिए ब्रांडी की कुछ बूंदे बच्चे को दवा में मिलाकर देते हैं। कई लोग मानते हैं कि इससे बच्चे को जल्द आराम मिलता है। लेकिन क्या यह बच्चों के लिए सुरक्षित होता है? क्या इससे बच्चे के शरीर को नुकसान हो सकता है? इन प्रश्नों के जवाब जानने के लिए हमने बात कि फरीदाबाद के अमृता हॉस्पिटल के पल्मोनरी मेडिसिन के सीनियर कंसल्टेंट डॉ प्रदीप बजाद से।
क्या बच्चों को खांसी होने पर ब्रांडी पिलाना सेफ है? Is It Safe To Give Brandy To Babies In Cough
पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ प्रदीप कहते हैं कि बच्चों को खांसी-जुकाम होने पर ब्रांडी देना सेफ नहीं है। ऐसा इसलिए, क्योंकि इसमें मौजूद केमिकल्स बच्चे की सेहत के लिए नुकसानदायक होते हैं। लोग ऐसा अक्सर करते हैं लेकिन बच्चों को खांसी में ब्रांडी देने के फायदों से जुड़ी कोई रिसर्च सामने नहीं आई है। बच्चें के शरीर को गर्म रखने के लिए ब्रांडी नहीं देनी चाहिए। क्योंकि इससे बच्चे के शरीर को बहुत नुकसान होता है।
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ब्रांडी बच्चे की सेहत को कैसे नुकसान कर सकती है? How Brandy Affects Children’s Health
अगर आप थोड़ी मात्रा में भी ब्रांडी बच्चों को देते हैं, तो इससे बच्चे के इमैच्योर हेपेटिक मेटाबॉलिज्म और सेंट्रल नर्वस सिस्टम को नुकसान होता है। इसके कारण बच्चों को हाइपोग्लाइसीमिया से लेकर ज्यादा नींद आने की समस्या हो सकती है। कुछ मामलों में ये एक्यूट एल्कोहॉल टॉक्सिटी की वजह भी बन सकता है।
बच्चों को सर्दी-खांसी में जल्द आराम देंगे ये प्राकृतिक उपाय
बच्चे को सर्दी-खांसी होने पर आप एक्सपर्ट के बताए ये तरीके अपना सकते हैं-
- बच्चे का हाइड्रेशन लेवल मेंटेन रखें और उसे लिक्विड देते रहें। इससे बच्चे का रेस्पिरेटरी सिस्टम ठीक रहेगा और बच्चे को डिहाइड्रेशन नहीं होगी।
- उम्र के मुताबिक बच्चे के लिए अलग तरीके अपनाएं। अगर बच्चा बड़ा है तो उसे गर्म पानी में नमक डालकर गरारे कराएं। बच्चे को भाप लेना सिखाएं और कमरे में ह्यूमिडिफायर लगवाएं।
- अगर बच्चे की उम्र एक साल से ज्यादा है, तो उसे शहद चटाएं। कई रिसर्च में शहद को बच्चे को खांसी-जुकाम होने पर देना फायदेमंद माना गया है।
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बच्चों को सर्दी-खांसी होने पर कोई भी ऐल्कोहॉल प्रोडक्ट देना नुकसानदायक ही है। इसके कारण बच्चे को कई समस्याएं होने का खतरा हो सकता है। अगर आप बच्चे पर कोई भी पुराना नुस्का अपना रहे हैं, तो एक बार एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।
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