Doctor Verified

प्रेग्नेंसी में क्या है एमनियोटिक लिक्विड का महत्व, डॉक्टर से जानें इसके बारे में

डॉ. आकांक्षा श्रीवास्तव का कहना है कि प्रेग्नेंसी में गर्भाशय के अंदर एमनियोटिक लिक्विड की मात्रा का सही रहना जरूरी है, क्योंकि यह गर्भस्थ शिशु को पोषण प्रदान करने में मदद करता है। 
  • SHARE
  • FOLLOW
प्रेग्नेंसी में क्या है एमनियोटिक लिक्विड का महत्व, डॉक्टर से जानें इसके बारे में


प्रेग्नेंसी हर महिला के लिए एक खास समय होता है। प्रेग्नेंसी में महिलाएं 9 महीने तक एक नई जान को अपने अंदर पालती हैं। इस दौरान महिलाओं के शरीर में कई प्रकार के बदलाव होते हैं। यही कारण है प्रेग्नेंट महिलाओं को विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, कैल्शियम, मिनरल्स और फाइबर डाइट में शामिल करने के लिए कहा जाता है। दरअसल, प्रेग्नेंसी के दौरान मां के गर्भ में एक विशेष प्रकार का तरल पदार्थ भरी हुई एक थैली होती है। इस थैली को मेडिकल भाषा में एमनियोटिक लिक्विड (Amniotic Fluid) कहते हैं। यह तरल शिशु को न केवल सुरक्षा प्रदान करता है, बल्कि उसके शारीरिक विकास में भी मदद करता है।

आज इस लेख के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं एमनियोटिक लिक्विड का क्या महत्व है और इसे कैसे संतुलित करना चाहिए। इस विषय पर राजस्थान के भीलवाड़ा स्थित पोरवाल हॉस्पिटल की स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ और लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ. अकांक्षा श्रीवास्तव ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया है।

इसे भी पढ़ेंः सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद नहीं हो रहा है ब्रेस्ट मिल्क प्रोडक्शन, तो जानें इसके पीछे का कारण

amniotic-fluid-in-pregnancy-inside

एमनियोटिक लिक्विड क्या है?- What is amniotic liquid?

एमनियोटिक लिक्विड सफेद या हल्के पीले रंग का तरल पदार्थ है, जो गर्भाशय में शिशु के चारों ओर एमनियोटिक थैली में भरा होता है। यह तरल पदार्थ गर्भधारण करने के 12वें दिन से बनना शुरू हो जाता है और प्रेग्नेंसी के आखिरी वक्त तक जब तक कि महिला बच्चे को जन्म नहीं देती है, तब तक बना रहता है। एमनियोटिक लिक्विड गर्भाशय के अंदर शिशु की सभी जरूरतों को पूरा करता है। शिशु की जरूरतों और प्रेग्नेंसी के समय के साथ एमनियोटिक लिक्विड की मात्रा बदलती रहती है।

इसे भी पढ़ेंः प्रेग्नेंट महिलाओं को सोनम कपूर ने दी अनार का जूस पीने की सलाह, एक्सपर्ट से जानें इसके फायदे

प्रेग्नेंसी में क्या है एमनियोटिक लिक्विड का महत्व - Importance and function of amniotic fluid in pregnancy in Hindi

डॉ. आकांक्षा श्रीवास्तव का कहना है कि प्रेग्नेंसी में गर्भाशय के अंदर एमनियोटिक लिक्विड की मात्रा का सही रहना जरूरी है, क्योंकि यह गर्भस्थ शिशु को पोषण प्रदान करने में मदद करता है। आइए आगे जानते हैं एमनियोटिक लिक्विड के महत्व के बारे में।

1. शिशु को सुरक्षा प्रदान करना

एमनियोटिक लिक्विड शिशु को बाहरी झटकों और चोटों से बचाता है। गर्भाशय के अंदर यह तरल पदार्थ एक तकिये की तरह काम करता है, जो शिशु को सुरक्षा प्रदान करता है।

इसे भी पढ़ेंः 35 की उम्र के बाद प्रेग्नेंट होने पर क्यों पड़ती है एक्स्ट्रा केयर की जरूरत? बता रही हैं डॉक्टर

 

 

 

View this post on Instagram

A post shared by Dr Akansha Shrivastava (@yourgynec)

2. अंगों के विकास में मददगार

एमनिोयोटिक लिक्विड गर्भस्थ शिशु के फेफड़ों, किडनी, और पाचन तंत्र के विकास में मदद करता है। जब शिशु यह तरल पदार्थ अपने अंदर लेता है, तो यह शारीरिक अंगों के विकास में मदद करता है।

3. फेफड़ों के विकास में सहायक

शिशु एमनियोटिक लिक्विड को सांस के जरिए अंदर और बाहर लेता है, जिससे उसके फेफड़े विकसित होते हैं। इसी तरल पदार्थ के कारण जन्म के बाद शिशु बाहरी हवा में सांस लेने में सक्षम हो पाता है।

प्रेग्नेंसी में एमनियोटिक लिक्विड को कैसे संतुलित करें?- How to Balance Amniotic Liquid in Pregnancy?

स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ का कहना है कि प्रेग्नेंसी में एमनियोटिक लिक्विड का कम होना आम बात है। इसे संतुलित रखने के लिए होने वाली मां को अपनी डाइट में कुछ खास चीजों को शामिल करना चाहिए।

1. हाइड्रेशन

प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली मां द्वारा पर्याप्त मात्रा में पानी, नारियल पानी, छाछ और दही का सेवन करने शरीर हाइड्रेट रहता है। प्रेग्नेंट महिलाओं को दिनभर में 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए। इससे एमनियोटिक लिक्विड बनने में मदद मिलती है और गर्भस्थ शिशु का विकास सही तरीके से हो सकता है।

2. खट्टे और पानी वाले फल

खट्टे और पानी वाले फल जैसे मौसमी, संतरा, तरबूज, खीरा और लौकी जैसी चीजों का सेवन करने से भी एमनियोटिक लिक्विड के स्तर को बनाए रखने में मदद मिलती है। इसलिए प्रेग्नेंसी के दौरान रोजाना कम से कम 1 फल का सेवन जरूर करें।

इसे भी पढ़ेंः क्या प्रेग्नेंसी में 8 से 10 घंटे का ट्रैवल करना सुरक्षित है? जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट 

3. प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ

प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करने से भी एमनियोटिक लिक्विड के स्तर को बनाए रखने में मदद मिलती है। प्रोटीन शरीर में पानी को सोखने में मदद करता है। इसके लिए आप डाइट में पनीर, चिकन और अंडों को शामिल कर सकते हैं।

4. हल्की एक्सरसाइज 

हल्की फुल्की एक्सरसाइज और योग शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाते हैं, जिससे एमनियोटिक लिक्विड का स्तर सामान्य बना रहता है।  

इसे भी पढ़ेंः क्या डिलीवरी के आखिरी दिनों में घी या मक्खन खाना सही है? जानें एक्सपर्ट की राय

निष्कर्ष

प्रेग्नेंसी के दौरान एमनियोटिक लिक्विड मां और शिशु दोनों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। यह न केवल शिशु को गर्भ में सुरक्षा प्रदान करता है, बल्कि उसके अंगों के विकास और जन्म के लिए तैयार करने में भी अहम भूमिका निभाता है। प्रेग्नेंसी में आपके अंदर पर्याप्त मात्रा में एमनियोटिक लिक्विड का निर्माण हो रहा है या नहीं, इस विषय पर डॉक्टर की सलाह लें।

Read Next

प्रेग्नेंसी में इंफेक्‍शन का कारण बन सकते हैं गंदे नाखून, बचाव के ल‍िए अपनाएं ये आसान नेल केयर रूटीन

Disclaimer