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डायबिटीज मरीजों का ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए? जानें शुगर में ब्लड प्रेशर बढ़ने के नुकसान

डायबिटीज के मरीजों का ब्लड प्रेशर बढ़ने से उन्हें कई गंभीर समस्याओं का खतरा रहता है जानें डायबिटीज में ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए?
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डायबिटीज मरीजों का ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए? जानें शुगर में ब्लड प्रेशर बढ़ने के नुकसान


डायबिटीज के मरीजों का ब्लड प्रेशर बढ़ने या घटने से उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हाई ब्लड प्रेशर की समस्या अक्सर डायबिटीज के मरीजों में देखने को मिलती है। अक्सर ऐसे लोगों में जो डायबिटीज के शिकार हैं और साथ ही मोटापे की समस्या भी है उन्हें हाई ब्लड प्रेशर होने का खतरा ज्यादा रहता है। ऐसे लोगों का ब्लड प्रेशर बढ़ने से उन्हें दिल से जुड़ी गंभीर बीमारियों का जोखिम भी रहता है। अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो आपको अपने शरीर का ब्लड प्रेशर कंट्रोल में जरूर रखना चाहिए। ऐसे मरीज जो डायबिटीज के शिकार हैं और उनका ब्लड प्रेशर भी बढ़ा हुआ है उन्हें बार-बार प्यास लगने की समस्या, आंख की रोशनी कमजोर होना और चक्कर आने की समस्या हो सकती है। इसलिए ऐसे मरीजों को अपने ब्लड प्रेशर के स्तर का ध्यान जरूर रखना चाहिए। डायबिटीज के मरीजों का ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए और शुगर के मरीजों का ब्लड प्रेशर बढ़ने से क्या दिक्कतें होती हैं? आइये विस्तार से जानते हैं इसके बारे में।

डायबिटीज में कितना होना चाहिए ब्लड प्रेशर? (Ideal Blood Pressure for Diabetes in Hindi)

blood pressure range for diabetes

डायबिटीज के मरीजों को ब्लड प्रेशर का विशेष ध्यान रखना चाहिए। डायबिटीज की समस्या में ब्लड प्रेशर बढ़ने से मरीज को किडनी और आंख से जुड़ी गंभीर समस्याओं का खतरा रहता है। लखनऊ के सीनियर डायबेटोलॉजिस्ट डॉ एम के चंद्रा के मुताबिक मधुमेह यानी डायबिटीज की समस्या में ब्लड प्रेशर बढ़ने की वजह से धमनियों को गंभीर नुकसान पहुंचता है जिसकी वजह से मरीज की परेशानियां और बढ़ जाती हैं। इस समस्या को मेडिकल की भाषा में एथेरोस्क्लेरोसिस के नाम से भी जाना जाता है। समय पर इसका इलाज न होने की वजह से मरीज को गंभीर समस्याएं जैसे हार्ट फेलियर, हार्ट अटैक और किडनी फेलियर का भी सामना करना पड़ सकता है। इसकी वजह से मरीजों में कोरोनरी आर्टरी डिजीज और स्ट्रोक का खतरा रहता है। सामान्य तौर पर डायबिटीज की समस्या में ब्लड प्रेशर सिस्टोलिक 120/80  mm Hg और डायस्टोलिक 129/80 mm HG होना चाहिए। अगर इससे ज्यादा ब्लड प्रेशर की रीडिंग लगातार बनी रहती है तो आपको डॉक्टर से संपर्क जरूर करना चाहिए।

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डायबिटीज में हाई ब्लड प्रेशर से बचाव (High Blood Pressure Prevention in Diabetes in Hindi)

डायबिटीज की समस्या में ब्लड प्रेशर बढ़ने से शरीर के कई अंगों को गंभीर नुकसान हो सकता है। डायबिटीज के मरीजों को खानपान और जीवनशैली का ध्यान रखना चाहिए और डॉक्टर द्वारा बताई गयी टिप्स को जरूर फॉलो करना चाहिए। डायबिटीज में ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखने के लिए आप इन बातों का ध्यान जरूर रखें।

  • नियमित रूप से स्वस्थ और संतुलित भोजन का सेवन करें।
  • भोजन में सोडियम (नमक) की मात्रा को सीमित रखें और पोटेशियम की मात्रा को बढ़ाएं।
  • कम फैट वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें। 
  • फल व सब्जियों को डाइट में शामिल करें।
  • नियमित रूप से व्यायाम जरूर करें।
  • वजन को हमेशा नियंत्रित रखें, मोटापे की समस्या की वजह से भी हाई ब्लड प्रेशर का खतरा रहता है।
  • शराब के सेवन और स्मोकिंग से बचें।
  • तनाव और चिंता जैसी मानसिक स्थिति से बचें।

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इन बातों को ध्यान में रखने से आप डायबिटीज को भी कंट्रोल में रख सकते हैं और इससे आपका ब्लड प्रेशर भी नहीं बढ़ेगा। इसके अलावा हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण दिखते ही आपको डॉक्टर से संपर्क जरूर करना चाहिए।

(All Image Source - Freepik.com)

 

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