बारिश का मौसम आने के साथ ही वेक्टर बोर्न डिजीज का खतरा भी तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में चिकनगुनिया, डेंगू और वायरल बुखार के मामले बढ़ने लगते हैं। हाल ही में हैदराबाद में बच्चों में डेंगू और चिकनगुनिया के मामले तेजी से बढ़े हैं। डेंगू के साथ-साथ हैदराबाद में पिछले 2, 3 हफ्तों में चिकनगुनिया के मामलों में बढ़त आई है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो डेंगू और चिकनगुनिया के साथ ही 20 प्रतिशत मामले वायरल फीवर के भी देखे गए हैं। हालांकि, बच्चों के साथ बड़ों में भी इसके मामले देखे जा चुके हैं।
बच्चों में डेंगू के लक्षण
- बच्चों में डेंगू होने से कई बार तेज सिरदर्द महसूस हो सकता है।
- कई बार उनकी शरीर में रैशेज की भी समस्या हो सकती है।
- बच्चों में डेंगू होने से बुखार आने के साथ ही कई बार नाक से ब्लीडिंग होने की भी आशंका रहती है।
- ऐसी स्थिति में कई बार मांसपेशियों और जोड़ों में भी दर्द की शिकायत बनी रह सकती है।
- बच्चों में भूख लगना कम हो सकता है साथ ही साथ उन्हें शारीरिक कमजोरी भी आ सकती है।
बच्चों में डेंगू होने पर क्या करना चाहिए?
- बच्चों में डेंगू होने पर आप उनके सिर पर ठंडे पानी की पट्टी रख सकते हैं।
- डेंगू होने पर आप डॉक्टर की सलाह के बाद उन्हें पैरासिटमॉल दे सकते हैं। लेकिन डॉक्टर की सलाह के बिन इसे देने से बचें।
- डेंगू होने पर उन्हें ओआरएस का घोल या जूस आदि पिलाएं। इससे बच्चों में प्लेटलेट्स डाउन नहीं होती है।
- इसके लिए आपको डेंगू का टेस्ट कराना चाहिए, जिससे डेंगू का पता समय से चल सके।
- डेंगू होने के बाद बच्चों की डाइट में सुधार करना चाहिए। इसके लिए उन्हें फलों और सब्जियों का सेवन कराएं।
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बच्चों को चिकनगुनिया से बचने के तरीके
- बच्चों को चिकनगुनिया से बचाने के लिए उन्हें मच्छरदानी के अंदर सुलाएं और पूरी बाजू के कपड़े पहनाएं।
- इसके लिए उन्हें मीठा खिलाने से बचें।
- इसके लिए घर के अंदर मॉइस्किटो कॉइल लगाकर रखें।
- इसके लिए आपको अपने घर के आस-पास साफ सफाई का ध्यान रखना चाहिए।