जैसे-जैसे महिलाओं की उम्र बढ़ती है, विशेष रूप से मेनोपॉज के बाद, हृदय रोग और हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। हार्मोनल बदलाव, जीवनशैली की आदतें और आनुवंशिक कारक इस बढ़ते जोखिम को और बढ़ा देते हैं। ऐसे में बढ़ती उम्र में अपने हृदय स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना बेहद जरूरी है। आइए डॉ. विक्रांत वीरन्ना, कंसल्टेंट कार्डियोलॉजिस्ट, एसएस स्पर्श अस्पताल, आर.आर. नगर से समझते हैं महिलाओं के हार्ट को हेल्दी रखने के लिए 5 आवश्यक टिप्स के बारे में-
नियमित व्यायाम के साथ सक्रिय रहें
हृदय स्वास्थ्य के लिए नियमित शारीरिक गतिविधि बहुत महत्वपूर्ण है। हर हफ्ते कम से कम 150 मिनट की सामान्य एरोबिक एक्सरसाइज करें- जैसे तेज चलना, तैराकी, या साइकिलिंग आदि। इसके अलावा, सप्ताह में दो बार स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करें। ये मांसपेशियों को बेहतर बनाता है और मेटाबोलिज्म को बढ़ाता है। नियमित व्यायाम से वजन नियंत्रित रहता है, ब्लड प्रेशर को सामान्य रहता है, और डायबिटीज का जोखिम घटता है, जो स्वस्थ हृदय के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं।
इसे भी पढ़ें: हार्ट अटैक आने के मुख्य कारण क्या होते हैं? डॉक्टर से जानें
स्वस्थ आहार अपनाएं
साबुत अनाज, फल, सब्जियां, लीन प्रोटीन और हेल्दी फैट से भरपूर संतुलित आहार को प्राथमिकता दें। ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर भोजन, जैसे मछली और अखरोट, हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकते हैं। डाइट में ट्रांस फैट्स और सोडियम को सीमित करें, साथ ही धूम्रपान और शराब के सेवन से बचें। खाना पकाने के हेल्दी तरीकों जैसे ग्रिलिंग या स्टीमिंग को अपनाएं। इसके अलावा कोशिश करें कि घर पर ही भोजन तैयार करें और बाहर के खाने से बचें।
ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और शुगर लेवल की निगरानी जरूरी
रेगुलर हेल्थ चेकअप आपके ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के लेवल को ट्रैक करने के लिए आवश्यक है। महिलाओं को 20 साल की उम्र के बाद हर 4 से 6 साल में एक बार कोलेस्ट्रॉल की जांच करानी चाहिए। हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को जीवनशैली में बदलाव या दवाओं के माध्यम से मैनेज करना हृदय स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। जिन लोगों का डायबिटीज में पारिवारिक इतिहास है, उन्हें हर साल ब्लड शुगर की जांच करानी चाहिए।
इसे भी पढ़ें: क्या ज्यादा गुस्सा करने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है? डॉक्टर से जानें जवाब
तनाव को मैनेज करना है जरूरी
लम्बे समय तक तनाव हाई ब्लड प्रेशर का कारण बन सकता है, जो हृदय स्वास्थ्य को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। तनाव को कम करने के लिए योग, ध्यान, या गहरी सांस लेने के अभ्यास जैसे तकनीकों का उपयोग करें।
नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं
डायबिटीज, हृदय रोग और हृदय संबंधी जोखिम कारकों के बारे में जानने के लिए नियमित जांच कराते रहें। यह विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए जरूरी है, जिन्हें गर्भावस्था के दौरान हाई ब्लड प्रेशर या डायबिटीज हुआ हो।
अगर आपकी उम्र भी 30 साल या इससे ज्यादा है, तो आज से ही इन टिप्स को अपनाकर आप अपने हार्ट का ख्याल रख सकती हैं। ध्यान रखें, हार्ट एक बहुत नाजुक अंग है इसलिए इसके प्रति लापरवाही बतरना आपके लिए भारी पड़ सकता है।