
हाइपोथायरायडिज्म तब होता है जब शरीर पर्याप्त थायरॉइड हार्मोन नहीं बनाता। प्रेग्नेंसी के दौरान हाइपोथायरायडिज्म कैसे कंट्रोल करें? प्रेग्नेंसी के दौरान हाइपोथायरायडिज्म अंडर एक्टिव थायरॉइड को कंट्रोल करने के लिए डाइट में बदलाव करें, फाइबर युक्त चीजों का सेवन करें जिससे वजन कंट्रोल रहे, आपको नट्स, बीज, ओमेगा 3 फैटी एसिड, होल ग्रेन फूड्स, आयोडीन, विटामिन डी, हरी सब्जी आदि को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। अगर आपको हाइपोथायरायडिज्म की शिकायत है तो आपको थकान, डिप्रेशन, कॉन्सटिपेशन जैसी शिकायतें हो सकती हैं। इस समस्या से बचने के लिए आपको आपको बैलेंस्ड डाइट लेनी चाहिए। थायरॉइड की दवा और डाइट लेने के अलावा आपको अच्छी आदतों को भी अपने रूटीन में शामिल करना चाहिए जैसे खाना स्किन न करना, रात को समय से खाना, ओवरईटिंग की आदत से बचना आदि। जब आप मां बनने जा रही हैं तो आपको अपनी सेहत का ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत होगी। इस लेख में हम प्रेग्नेंसी के दौरान हाइपोथायरायडिज्म कंट्रोल करने के तरीकों पर बात करेंगे। इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए हमने लखनऊ के वेलनेस डाइट क्लीनिक की डाइटीशियन डॉ स्मिता सिंह से बात की।
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प्रेग्नेंसी के दौरान हाइपोथायरायडिज्म कैसे कंट्रोल करें? (How to control Hypothyroidism during Pregnancy)
1. नट्स और बीज खाएं (Eat nuts and seeds)
प्रेग्नेंसी के दौरान आपको नट्स और सीड्स को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। मेवों में सेलिनियम की अच्छी मात्रा होती है और इन्हें कहीं भी कैरी करना आसान होता है इसलिए आपको मुट्ठी भर नट्स का सेवन हर दिन करना चाहिए। आप नट्स को सलाद में डालकर भी खा सकते हैं या नट्स की बार बनाकर भी आप इनका सेवन कर सकते हैं। अगर आप अखरोट खा रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि अखरोट को थायरॉइड की दवा लेते समय न खाएं क्योंकि अखरोट में फैट की मात्रा ज्यादा होती है जिससे थायरॉइड हार्मोन डिसटर्ब हो सकते हैं।
नट्स के अलावा आपको प्रेग्नेंसी के दौरान हाइपोथायरायडिज्म या अंडर एक्टिव थायरॉइड को कंट्रोल करने के लिए ओमेगा 3 फैटी एसिड का सेवन भी करना चाहिए। आप डॉक्टर से सलाह लेकर ओमेगा 3 फैटी एसिड का सप्लीमेंट भी ले सकते हैं। अगर हाइपोथायरायडिज्म कंट्रोल नहीं होता है तो हार्ट डिसीज का खतरा बढ़ सकता है इसलिए थायरॉइड कंट्रोल करना चाहिए।
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2. इन चीजों को खाकर वजन कंट्रोल रहेगा (Foods that helps to control weight)

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अगर आपको प्रेग्नेंसी के दौरान आपको अंडर एक्टिव थायरॉइड है तो डॉक्टर आपको वजन कम करने की सलाह देंगे। वजन कम करने के लिए या अंडर एक्टिव थायरॉइड या हाइपोथायरायडिज्म को कंट्रोल करने के लिए होल ग्रेन रिच फूड्स का सेवन करें। होल ग्रेन फूड्स में सिरियल, ब्रेड, चावल आदि शामिल है हालांकि अगर आपको थायरॉइड है तो डॉक्टर चावल का ज्यादा सेवन करने से मना करते हैं। डायट्री फाइबर लेने से कुछ घंटे पहले आप थायरॉइड की दवा लें तो होल ग्रेन फूड्स नुकसान नहीं करेंगे। वजन कम करने के तरीके ढूंढ रही हैं तो अपनी डाइट में ताजे फल और सब्जियों को भी एड करें जैसे ब्लूबेरीज, स्वीड पोटैटो आदि। इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं जिससे थायरॉइड कंट्रोल होता है। आपको थायरॉइड है तो ब्रोकली या पत्तागोभी जैसी सब्जियों का सेवन ज्यादा न करें।
3. आयोडीन युक्त आहार (Include Iodine in your diet)

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प्रेग्नेंसी के दौरान आपको अंडर एक्टिव थायरॉइड को कंट्रोल करने के लिए आयोडीन युक्त चीजों का सेवन करना चाहिए। आपको रोस्टेड आलू खाने चाहिए। आलू के छिलके में आयोडीन, पोटैशियम, विटामिन पाया जाता है इसे खाने से आपको कमजोरी भी महसूस नहीं होगी। आयोडीन युक्त आहार ढूंढ रही हैं तो मुनक्का का सेवन करें, इसके अलावा दूध, दही में भी आयोडीन होता है आप उनका सेवन भी रोजाना करें। लहसुन और ब्राउन राइस में भी आयोडीन की अच्छी मात्रा होती है इसलिए आप इन चीजों को भी चुन सकती हैं पर ट्रॉन्स फैट के फॉर्म में आयोडीन का सेवन हानिकारक होता है जैसे फास्ट फूड, बाहर के खाने से दूर रहें। आयोडीन की मात्रा तय करने के लिए आपको अपने डॉक्टर या डाइटीशियन से मिलना चाहिए।
4. विटामिन डी का सेवन करें (Include Vitamin D in your diet)

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आपको प्रेग्नेंसी के दौरान विटामिन डी का सेवन करना चाहिए। विटामिन डी का सेवन करने से हाइपोथायरायडिज्म या अंडर एक्टिव थायरॉइड कंट्रोल रहता है। विटामिन डी युक्त आहार लेने से टीसीएच लेवल मेनटेन रहता है। संतरे में विटामिन डी भरपूर मात्रा में होता है, संतरे में विटामिन सी, फोलेट, पोटैशियम आदि की भी अच्छी मात्रा होती है आप इसका सेवन कर सकती हैं। गाय के दूध में भी विटामिन डी और कैल्शियम मौजूद होता है, प्रेग्नेंसी के दौरान रोजाना एक गिलास दूध जरूर पीएं। अंडों में भी विटामिन डी और प्रोटीन मौजूद होता है आपको रोजाना कम से कम एक अंडा तो जरूर खाना चाहिए। आपको अपनी डाइट में योगर्ट को भी एड करना चाहिए जिससे गुड बैक्टीरिया की मात्रा शरीर में बढ़े।
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5. प्रेग्नेंसी के दौरान हरी सब्जियां खाएं (Eat green vegetables during pregnancy)

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आपको अंडर एक्टिव थायरॉइड को कंट्रोल करने के लिए अपनी डाइट में हरी सब्जियों को एड करना चाहिए जिनमें से एक है बीन्स। बीन्स में एंटी-ऑक्सीडेंट्स, प्रोटीन, कॉर्बोहाइड्रेट्स, विटामिन व मिनरल की भरपूर मात्रा होती है। बीन्स खाने से प्रेग्नेंसी के दौरान कॉन्सटिपेशन की शिकायत भी नहीं होती है। कब्ज की समस्या अंडर एक्टिव थायरॉइड का भी एक साइड इफेक्ट है जिससे महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान परेशानी होती है।
जरूरी नहीं है कि आप बीन्स को सब्जी के तौर पर खाएं, आप बीन्स को साइड डिशेज में भी एड कर सकते हैं। आप बीन्स का सूप या सलाद भी बनाकर खा सकती हैं। बीन्स में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है और आपको हर दिन 15 से 20 ग्राम फाइबर कन्ज्यूम करना चाहिए हालांकि फाइबर के ज्यादा होने से अंडर एक्टिव थायरॉइड पर गलत प्रभाव पड़ सकता है इसलिए फाइबर की तय सीमा का ही सेवन करें।
हाइपोथायरायडिज्म या अंडर एक्टिव थायरॉइड को कंट्रोल करने के लिए आप बैलेंस्ड डाइट लें, खाना और दवा समय पर लें। फास्ट फूड अवॉइड करें, व्यायाम अपनाएं और हर दिन दो से तीन लीटर पानी पीएं।
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