Belly Button Piercing Infection: नाभि की पियर्सिंग में इंफेक्शन होने के कई कारण हो सकते हैं। नाभि के पियर्सिंग के बाद अगर उस क्षेत्र को सही से साफ नहीं किया जाता है, तो बैक्टीरिया और गंदगी जमा हो सकते हैं, जो इंफेक्शन का कारण बनते हैं। लो क्वॉलिटी वाले गहनों को पियर्सिंग के छेद में पहनने के कारण भी इंफेक्शन हो सकता है। पियर्सिंग के लिए स्टेनलेस स्टील, टाइटेनियम या गोल्ड का इस्तेमाल करना बेहतर होता है। कुछ लोगों की त्वचा ज्यादा संवेदनशील होती है, जिससे उन्हें पियर्सिंग के आसपास की त्वचा में अक्सर जलन या संक्रमण की समस्या रहती है। जिन लोगों को पहले से कोई त्वचा संबंधी समस्या है, उन्हें इंफेक्शन का खतरा ज्यादा होता है। नाभि की पियर्सिंग में इंफेक्शन का इलाज जल्द से जल्द किया जाना चाहिए। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
1. पियर्सिंग में इंफेक्शन के लक्षण पहचानें- Identify Piercing Infection Symptoms
अगर पियर्सिंग के आसपास की त्वचा लाल और सूजी हुई है, तो यह पियर्सिंग में इंफेक्शन का संकेत हो सकता है। लगातार दर्द या खुजली होना भी इंफेक्शन का संकेत हो सकता है। अगर आप इंफेक्शन के लक्षणों की पहचान कर लेते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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2. गहना निकाल दें- Remove The Jewellery
अगर इंफेक्शन गंभीर है, तो डॉक्टर आपको गहने हटाने की सलाह दे सकते हैं। यह इंफेक्शन को और बढ़ने से रोक सकता है। अगर आपको पियर्सिंग के आसपास रेडनेस, सूजन, दर्द या मवाद का अनुभव हो रहा है, तो यह इंफेक्शन का संकेत हो सकता है। ऐसे में, बिना देर किए गहना निकाल दें। इसके बाद, पियर्सिंग के क्षेत्र को हल्के साबुन और पानी से धोकर एंटीसेप्टिक का इस्तेमाल करें।
3. साफ-सफाई का ध्यान रखें- Maintain Cleanliness
पियर्सिंग को छूने से पहले हमेशा अपने हाथों को साबुन और पानी से अच्छे से धोएं। इससे बैक्टीरियल इंफेक्शन का खतरा कम होता है। नाभि की पियर्सिंग को साफ करने के लिए एक अच्छे एंटीसेप्टिक सॉल्यूशन का इस्तेमाल करें। एक कॉटन बॉल या पैड का इस्तेमाल करके इसे धीरे-धीरे साफ करें।
4. पियर्सिंग के क्षेत्र की देखभाल करें- Take Care of Piercing Area
एक कप गर्म पानी में थोड़ा सा सी सॉल्ट मिलाकर उसका इस्तेमाल करें। इसे कॉटन बॉल से नाभि की पियर्सिंग पर लगाएं। यह सूजन को कम करने और इंफेक्शन को रोकने में मदद करता है। एलोवेरा जेल की एंटीइन्फ्लेमेटरी गुणों के कारण यह पियर्सिंग के क्षेत्र को ठंडा करता है और सूजन को कम करता है, आप इंफेक्शन होने पर इसका इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
5. डॉक्टर की सलाह पर दवाएं लें- Take medications
अगर दो दिन से ज्यादा इंफेक्शन के लक्षण बने रहते हैं, तो डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। वे उचित दवा, एंटीबायोटिक्स या अन्य जरूरी इलाज की सलाह देंगे। डॉक्टर की सलाह के बगैर, इंफेक्शन के क्षेत्र में किसी प्रकार की क्रीम या लोशन को अप्लाई न करें।
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