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बच्चों को प्रदूषण से संबंधित श्वसन समस्याओं से कैसे बचाएं? डॉक्टर से जानें

प्रदूषण के कारण बड़ों के साथ-साथ बच्चों को भी श्वसन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में इससे जुड़ी समस्याओं से बच्चों को बचाने के लिए कुछ उपायों को अपनाया जा सकता है। आइए लेख में जानें -
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बच्चों को प्रदूषण से संबंधित श्वसन समस्याओं से कैसे बचाएं? डॉक्टर से जानें

How To Protect Kids From Pollution Related Respiratory Problems In Hindi: सर्दियों के मौसम की शुरुआत के साथ AQI का स्तर बढ़ने यानी प्रदूषण का स्तर भी बढ़ने लगता है। इसके कारण अक्सर लोगों को सांस लेने में परेशानी होने, आंखों में जलन होने, गले या नाक में जलन होने, सिर दर्द, खांसी, मतली और सीने में जकड़न जैसी समस्याएं होती हैं और कई बार गंभीर स्थिति में लोगों को दिल की धड़कन के तेज होने, लंग्स पर असर होने और अस्थमा जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ये समस्याएं बड़ों के साथ-साथ बच्चों को भी हो सकती हैं। ऐसे में बच्चों को खराब AQI के कारण प्रदूषण से जुड़ी श्वसन संबंधी समस्याओं से बचने के लिए कुछ उपायों को अपनाया जा सकता है। ऐसे में आइए हैदराबाद में यशोदा हॉस्पिटल्स के कंसल्टेंट क्लिनिकल और इंटरवेंशनल पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. वाई. सोमा साई किरण (Dr. Y. Soma Sai Kiran, Consultant Clinical and Interventional Pulmonologist, Yashoda Hospitals, Hyderabad) से जानें बच्चों को प्रदूषण से संबंधित श्वसन संबंधी समस्याओं से कैसे बचाएं?


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बच्चों को प्रदूषण में श्वसन तंत्र से जुड़ी समस्याओं से कैसे बचाएं? - How To Protect Children From Respiratory Problems Due To Pollution?

डॉ. वाई. सोमा साई किरण कहते हैं कि, बढ़ते वायु प्रदूषण (air pollution) के कारण बच्चों को सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। बच्चे ज्यादा संवेदनशील होते हैं क्योंकि उनके लंग्स अभी भी बढ़ रहे होते हैं और वे वयस्कों (adults) की तुलना में तेजी से सांस लेते हैं, इसलिए उन्हें प्रदूषित हवा से बचाना बेहद जरूरी है।

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एक्यूआई की जांचें

हर दिन वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) की जाँच करके शुरुआत करें। खराब हवा वाले दिनों में, बाहर खेलने की संख्या सीमित करें और सुबह और देर शाम के समय, जब प्रदूषण चरम पर होता है, बाहर जाने से बचें।

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N95 या KN95 पहनाएं

अगर आपके बच्चे को बाहर जाना ही है, तो सुनिश्चित करें कि वे हानिकारक कणों को साँस के ज़रिए अंदर जाने से रोकने के लिए एक अच्छी तरह से फिट होने वाला N95 या KN95 मास्क पहने हों।

खिड़कियां और दरवाज बंद रखें

घर पर, अंदर की हवा को साफ़ रखने की कोशिश करें। जब AQI ज़्यादा हो, तो खिड़कियाँ बंद कर दें और HEPA फ़िल्टर वाले एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें। खाना बनाते समय अच्छा वेंटिलेशन और स्वच्छ ईंधन चुनने से भी घर के अंदर का प्रदूषण कम हो सकता है।

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हेल्दी फूड खिलाएं

बच्चों को प्रदूषण के कारण श्वसन से जुड़ी समस्याओं से बचाने के लिए एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन C से भरपूर संतुलित आहार दें - फल, सब्ज़ियाँ, मेवे और भरपूर मात्रा में तरल पदार्थ फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं। शिशुओं के लिए, स्तनपान अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करता है।

All Images Credit- Freepik

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FAQ

  • प्रदूषण से बचने के लिए क्या खाएं?

    प्रदूषण की समस्या से बचने के लिए विटामिन-सी, ई और ओमेगा-3 फैटी एसिड से युक्त संतरा, आंवला, शिमला मिर्च, पालक, हल्दी, अदरक, लहसुन, अखरोट, अलसी और मछली को डाइट में शामिल किया जा सकता है। इससे स्वास्थ्य को कई लाभ मिलते हैं।
  • प्रदूषण से खुद को कैसे बचाएं?

    प्रदूषण से खुद को बचाने के लिए घर के खिड़की और दरवाजे को बंद रखें, बाहर निकलने से पहले एन-95 मास्क का इस्तेमाल करें, बैलेंस डाइट लें, शरीर को हाइड्रेट रखें, एयर प्यूरिफाइयर का इस्तेमाल करें और श्वसन तंत्र को दुरुस्त रखने के लिए गरारे करें।
  • प्रदूषण के क्या लक्षण हैं?

    प्रदूषण की समस्या होने पर लोगों को आंखों, नाक और गले में जलन होने की समस्या होती है। इसके अलावा, कई लोगों को सांस लेने में परेशानी होने, खांसी होने, सिर दर्द होने, सीने में जकड़न होने, मतली होने, अस्थमा या हार्ट से जुड़ी समस्याएं बढ़ सकती हैं। 

 

 

 

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  • Current Version

  • Nov 18, 2025 17:19 IST

    Published By : Priyanka Sharma

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