how to manage shortness of breath during pregnancy in Hindi: प्रेग्नेंसी महिलाओं के जीवन का एक बेहद खूबसूरत सफर है। हालांकि, इस सफर में महिला को कई प्रकार की कठिनाईयों और जटिलताओं से होकर गुजरना पड़ता है। प्रेग्नेंसी के शुरूआती दिनों से लेकर शिशु को जन्म देने तक की प्रक्रिया में महिला को काफी दर्द होता है। इस दौरान हॉट फ्लैशेज, नींद नहीं आने मूड स्विंग होने से लेकर कई बार घबराहट और बेचैनी तक का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं कुछ महिलाएं प्रेग्नेंसी में सांस लेने में तकलीफ की भी शिकायत करती हैं।
प्रेग्नेंसी के दौरान कई बार हार्मोन्स में बदलाव होने लगते हैं, जिससे ब्लड वॉल्यूम और फेफड़ों आदि पर प्रेशर पड़ता है। इसके चलते कई बार महिलाओं को सांस लेने में तकलीफ का सामना करना पड़ता है। अगर आपको भी इस प्रकार की समस्या रहती है तो ऐसे में इस लेख को जरूर पढ़ें। कुछ घरेलु और आसान तरीके अपनाकर प्रेग्नेंसी के दौरान सांस लेने में होने वाली तकलीफ को आसानी से मैनेज किया जा सकता है। आइए चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से जानते हैं इसके बारे में।
प्रेग्नेंसी में सांस लेने में तकलीफ होने पर कैसे मैनेज करें?
1. गहरी सांस लेने वाले अभ्यास करें
अगर आप प्रेग्नेंट हैं और सांस लेने में कठिनाई का सामना कर रही हैं तो ऐसे में गहरी सांस लेने वाले अभ्यास करना सबसे अच्छा तरीका है। सांस लेने वाले व्यायाम जैसे अनुलोम-विलोम, कपालभाति, भस्त्रिका आदि जैसे अभ्यास करने से सांस लेने की प्रक्रिया में सुधार होता है और रेस्पिरेटरी सिस्टम ज्यादा सुचारू रूप से काम करता है। ऐसा करने से न केवल फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है, बल्कि शरीर में ऑक्सीजन का बहाव तेज होता है और रेस्पिरेटरी मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं।
2. स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं
प्रेग्नेंसी के दौरान स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होने पर भी आपको सांस लेने में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है। अगर आपको निमोनिया, पल्मोनरी एंबोॉलिज्म या टीबी आदि जैसी समस्या है तो संभव है कि आपको सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। दरअसल, इन बीमारियों में शरीर ब्लड और ऑक्सीजन को सप्लाई करने में असमर्थ हो जाती है, जिससे सांस लेने में समस्या होने लगती है।
3. स्ट्रेस लेने से बचें
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में होने वाली कठिनाइयों के चलते कई बार महिलाएं ज्यादा सोचने लगती हैं या तनाव लेने लगती हैं। स्ट्रेस लेने से न केवल आपकी मेंटल हेल्थ पर असर पड़ता है, बल्कि इससे सांस लेने में कठिनाई का भी सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान शरीर कई बार शरीर को सुचारू रूप से पहुंचाने में असमर्थ हो जाती है, जिससे ठीक तरह से सांस नहीं आती है। स्ट्रेस लेने से छाती की मांसपेशियां टाइट होने लगती हैं, इससे सांस लेने में समस्या हो सकती है।
4. आराम करें
अगर आपको सांस लेने में कठिनाई या तकलीफ महसूस हो रही है तो ऐसे में आराम करना एक बेहतर विकल्प हो सकता है। ऐसी स्थिति में ज्यादा काम करने के बजाय आपको एक जगह पर आराम से बैठ या लेट जाना चाहिए। आराम करने से बॉडी रिकवर होती है साथ ही रेस्पिरेटरी मसल्स भी रिलैक्स होती हैं। इस दौरान शरीर ऑक्सीजन को दोबारा स्टोर करने के साथ ही रिपेयर भी करती है। इससे सांस लेने मे आसानी होती है।
इसे भी पढ़ें - सांस लेने में तकलीफ या सांस फूलने की परेशानी में आपके काम आएंगे ये 5 घरेलू नुस्खे, कम होगी श्वांसनली की सूजन
5. अदरक खाएं
आमतौर पर भी हार्ट अटैक आने पर ब्लड फ्लो और ऑक्सीजन को बढ़ाने के लिए डॉक्टरों द्वारा मरीज को अदरक खाने की सलाह दी जाती है। ऐसे ही प्रेग्नेंसी के दौरान सांस लेने में होने वाली कठिनाई को मैनेज करने के लिए आपको अदरक खानी चाहिए। यह रेस्पिरेटरी इंफेक्शन को कम करने के साथ ही फेफड़ों में होने वाली सूजन को कम करने में मदद करती है।
FAQ
गर्भावस्था के दौरान सांस की तकलीफ को कैसे दूर करें?
गर्भावस्था के दौरान सांस की तकलीफ मैनेज या दूर करने के लिए आपको अपने लाइफस्टाइल को सुधारने की जरूरत है। ऐसे में सांस लेने वाली एक्सरसाइज और योग की तकनीक अपनाएं।प्रेगनेंसी में सांस लेने में दिक्कत क्यों होती है?
प्रेगनेंसी में सांस लेने में दिक्कत होने के पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। दरअसल, ऐसे में हार्मोनल इंबैलेंस और स्ट्रेस जैसे कई कारण होते हैं, जिनसे सांस लेने में कठिनाई हो सकती है।प्रेग्नेंसी में फिट कैसे रहें?
प्रेग्नेंसी में फिट रहने के लिए आपको खान-पान पर ध्यान देने के साथ ही एक्सरसाइज और योग करने पर ध्यान देना चाहिए। ऐसे में लापरवाही बरतना नुकसानदायक होते हैं।