आजकल की लाइफस्टाइल और खराब खानपान के कारण पेट से जुड़ी कई समस्याएं होने लगती हैं। तेजी से बदल रही लाइफस्टाइल के कारण लोगों में कब्ज की समस्या सबसे ज्यादा होती है। जिन लोगों को कब्ज की शिकायत रहती है उन्हें बाथरूम में काफी समय बर्बाद करना पड़ता है और उसके बाद भी पेट सही से साफ नहीं होता। पेट साफ न होने के कारण दिनभर चिड़चिड़ाहट रहेगी और आपका काम करने में भी ध्यान नहीं लगेगा। कब्ज की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप आयुर्वेदिक चूर्ण (Ayurvedic churna for constipation) का सेवन कर सकते हैं। इस लेख में रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) से जानेंगे कब्ज के लिए आयुर्वेदिक चूर्ण कैसे बनाएं?
कब्ज का चूर्ण बनाने की विधि? - How To Make Churan For Constipation In Hindi
पेट साफ करने का चूर्ण घर पर कैसे बनाएं? इस सवाल का जवाब लोग सबसे ज्यादा जानना चाहते हैं। कब्ज के लिए घर में चूर्ण बनाने के लिए आपको 100 ग्राम त्रिफला पाउडर (Triphala), 40 ग्राम सोंठ (सुखा अदरक) पाउडर (Dry Ginger), सनाय (सेना) के पत्ते का पाउडर 20 ग्राम, 10 ग्राम भुना जीरा पाउडर, 10 ग्राम अजवाइन का पाउडर चाहिए होगा। इसे बनाने के लिए एक बाउल में सभी सामग्री को डालकर अच्छे से मिक्स करें और इसे एक कांच की शीशी में भरकर स्टोर करें।
इसे भी पढ़ें: इन 7 चीजों के सेवन से हो सकती है कब्ज की समस्या, आज से ही करें डाइट से बाहर
इस आयुर्वेदिक चूर्ण का सेवन रात में सोने से पहले करें। वयस्क व्यक्ति 1 चम्मच चूर्ण को हल्के गुनगुने पानी के साथ ले सकता है। इसके सेवन से आपकी कब्ज की समस्या कम (how to reduce constipation) हो सकती है।
इस आयुर्वेदिक चूर्ण का नियमित सेवन करने से कब्ज की समस्या में सुधार हो सकता है और पाचन भी मजबूत हो सकता है। ध्यान रखें कि किसी भी नए उपचार या आयुर्वेदिक चूर्ण का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
इसे भी पढ़ें: क्या क्रिएटिन सप्लीमेंट लेने से ब्लोटिंग और कब्ज की समस्या होती है? जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट
कब्ज के लिए आयुर्वेदिक चूर्ण के फायदे
- इस चूर्ण को बनाने में त्रिफला का इस्तेमाल हुआ है जो पाचन में सुधार करता है, जिससे भोजन सही ढंग से पचता है और कब्ज जैसी समस्याएं कम होती है।
- अजवाइन भी कब्ज और गैस की समस्याओं को कम करने में कारगर साबित होती है और पेट साफ करने में मदद करती है।
- सौंठ के सेवन से पेट फूलना और पेट दर्द जैसी समस्या कम होती है और गैस नहीं बनती है।
- सनाय (सेना) के पत्तों का इस्तेमाल इर्रिटेबल बाउडल सिंड्रोम के लिए भी किया जा सकता है। इससे मौजूद तत्वों से पेट फूलने और अपच जैसी समस्या कम होती हैं।
यदि किसी भी समय आपको इस चूर्ण का सेवन करने से किसी तरह की समस्या हो, तो तुरंत विशेषज्ञ की सलाह लें।
All Images Credit- Freepik