How To Identify Real vs Fake Whey Protein: शानदार एब्स और बाइसेप्स पाने और आकर्षक बॉडी बनाने के लिए लोग तमाम तरह के सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल करते हैं। जिम जाने वाले लोगों में सबसे ज्यादा पॉपुलर सप्लीमेंट व्हे प्रोटीन (Whey Protein) है। फिटनेस फ्रीक और बॉडी बिल्डिंग करने वाले ज्यादातर युवा इसका सेवन करते हैं। व्हे प्रोटीन का संतुलित मात्रा में सेवन फायदेमंद भी माना जाता है। वजन कम करने से लेकर मसल्स बिल्डिंग के लिए इसका सेवन फायदेमंद माना जाता है। व्हे प्रोटीन पचने में आसान होता है और इसे शेक में मिक्स करके आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है। यही कारण है कि व्हे प्रोटीन सबसे पॉपुलर सप्लीमेंट में से एक है। लेकिन समस्या यह है कि मार्केट में इसकी मांग बढ़ने की वजह से तमाम कंपनियां व्हे प्रोटीन बना रही हैं। अब इसमें से असली व्हे प्रोटीन कौन सा है इसकी पहचान करने में मुश्किल होती है। मार्केट में कई तरह के नकली व्हे प्रोटीन भी बिकते हैं। आइये इस लेख में एक्सपर्ट से जानते हैं कि असली और नकली व्हे प्रोटीन की पहचान कैसे करें और व्हे प्रोटीन सप्लीमेंट खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखें।
असली और नकली प्रोटीन सप्लीमेंट की पहचान कैसे करें?- Tips To Identify Real vs Fake Whey Protein in Hindi
मार्केट में आपको तमाम तरह के व्हे प्रोटीन मिल जाएंगे। कुछ कंपनियां इन्हें बहुत सस्ते दाम पर बेचती हैं। सस्ता होने की वजह से लोग अक्सर इनके प्रति आकर्षित हो जाते हैं। व्हे प्रोटीन सप्लीमेंट की डिमांड बहुत ज्यादा है और इसकी वजह से कंपनियां मुनाफा कमाने के लिए अक्सर मिलावटी सप्लीमेंट बाजार में भेजते हैं। मिलावटी या नकली व्हे प्रोटीन का सेवन शरीर के लिए बहुत नुकसानदायक हो सकता है। इसकी वजह से शरीर में कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। आजकल मार्केट में कॉपी प्रोडक्ट्स भी तेजी से बिकते हैं। असली और नकली व्हे प्रोटीन में अंतर अंतर लोग आसानी से पहचान नहीं पाते हैं और इसकी वजह से मार्केट की कालाबाजारी का शिकार हो जाते हैं। आरोग्यं हेल्थ सेंटर के क्लिनिकल डाइटिशियन डॉ. वी डी त्रिपाठी कहते हैं, मार्केट से व्हे प्रोटीन या किसी भी तरह का सप्लीमेंट खरीदने से पहले कुछ चीजों का ध्यान रखने से आप नकली प्रोडक्ट्स खरीदने से बच सकते हैं।
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असली और नकली व्हे प्रोटीन सप्लीमेंट में अंतर पहचानने के लिए इन बातों का ध्यान रखें-
1. असली व्हे प्रोटीन का सेवन करने पर इसके स्वाद का पता नहीं चलता है। वहीं अगर आप नकली व्हे प्रोटीन का सेवन करेंगे तो ऐसा लगेगा कि इसमें शुगर मिलाया गया है।
2. असली और नकली व्हे प्रोटीन का पता लगाने के लिए एक चम्मच पाउडर को 300ML पानी में मिलाएं। अगर पाउडर अच्छी तरह से घुल जाता है, तो इसमें मिलावट नहीं है। वहीं अगर इसके क्रिस्टल पानी में घुल नहीं रहे हैं, तो यह नकली हो सकता है।
3. कई बार ब्रांड्स का कॉपी करके सप्लीमेंट मार्केट में बेचा जाता है। इसका पता लगाने के लिए ब्रांड की स्पेलिंग और लेबल को ध्यान से देखें। इसके अलावा डिब्बे पर लगे बारकोड को स्कैन करके भी चेक कर सकते हैं।
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4. व्हे प्रोटीन सप्लीमेंट खरीदते समय एलओटी नंबर चेक करें। इसकी बनावट में गड़बड़ी दिखने पर समझ लें यह नकली है।
5. किसी भी प्रोडक्ट्स को खरीदने से पहले सील और होलोग्राम को ठीक ढंग से जरूर चेक करना चाहिए।
असली और नकली व्हे प्रोटीन की पहचान करने के लिए आप ऊपर बताये गए तरीकों को अपनाएं। इसके अलावा बिना एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह के इनका सेवन करने से बचें। व्हे प्रोटीन या किसी भी तरह के सप्लीमेंट का ओवरडोज शरीर के लिए बहुत नुकसानदायक होता है। इससे बचने के लिए डॉक्टर से इसकी डोज के बारे में जरूर पूछें।
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