
Protein Supplements vs Natural Protein: प्रोटीन शरीर के लिए बेहद जरूरी पोषक तत्व है। इसका सेवन करने से शरीर की मांसपेशियों के विकास और उनके रख-रखाव में मदद मिलती है। अक्सर शरीर में प्रोटीन की कमी पूरा करने के लिए लोग इसका सेवन करते हैं। व्यक्ति की शारीरिक जरूरतों के हिसाब से उसके लिए प्रतिदिन का प्रोटीन इनटेक भी अलग-अलग होता है। बॉडी-बिल्डिंग, जिम और एक्सरसाइज करने वाले लोग या एथलीट के लिए प्रोटीन की मात्रा अलग होती है। वहीं सामान्य दिनचर्या वाले व्यक्ति के लिए प्रोटीन की मात्रा अलग होती है। आज के समय में प्रोटीन सप्लीमेंट या प्रोटीन पाउडर के सेवन का चलन बढ़ा है। जल्दी बॉडी बनाने के चक्कर में भी लोग प्रोटीन सप्लीमेंट्स का सेवन करते हैं। आइए इस लेख में विस्तार से समझते हैं, आखिर प्रोटीन सप्लीमेंट और खाने से मिलने वाले प्रोटीन में क्या अंतर है?
खाने से मिलने वाले प्रोटीन और प्रोटीन सप्लीमेंट में अंतर- Difference Between Natural Protein And Protein Supplements in Hindi
आज के समय में सोशल मीडिया से लेकर इंटरनेट तक हर जगह लोगों को यह कहते हुए सुना जा सकता है, कि रोजाना पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन का सेवन जरूरी है। लेकिन क्या आप जानते हैं, हर शरीर के लिए एक जैसा प्रोटीन काम नहीं करता है। शारीरिक जरूरतों और स्वास्थ्य के हिसाब से प्रोटीन की मात्रा और उसका टाइप अलग-अलग होता है। अक्सर लोग यह सोचते हैं, कि खाने से प्रोटीन की मात्रा न पूरा होने पर प्रोटीन सप्लीमेंट का सेवन किया जा सकता है। लेकिन हर मामले में ऐसा जरूरी नहीं है।
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बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजीशियन डॉ समीर कहते हैं, "सामान्य भाषा में कहें तो प्रोटीन पाउडर सिर्फ प्रोटीन और स्वाद बढ़ाने वाले केमिकल्स का मिश्रण होता है। वहीं खाद्य पदार्थों यानी फूड्स से मिलने वाला प्रोटीन कंप्लीट प्रोटीन होता है। फूड प्रोटीन में प्रोटीन के साथ अन्य पोषक तत्व भी होते हैं।" प्रोटीन सप्लीमेंट भी नेचुरल सोर्स से ही बनाया जाता है, जैसे अंडा, सोया, मटर आदि। शरीर को जब प्राकृतिक फूड्स से प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा नहीं मिल पाती है, तभी प्रोटीन सप्लीमेंट का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
दो तरह के होते हैं प्रोटीन पाउडर- Protein Powder Types in Hindi
मार्केट में मिलने वाले प्रोटीन पाउडर दो तरह के होते हैं- एक प्लांट बेस्ड प्रोटीन और दूसरा व्हे प्रोटीन। प्लांट बेस्ड प्रोटीन पौधों में पाए जाने वाले प्रोटीन के इस्तेमाल से बनाये जाते हैं। प्लांट बेस्ड प्रोटीन डाइट का आजकल वजन कम करने से लेकर मांसपेशियों के निर्माण के लिए खूब इस्तेमाल किया जाता है। जो प्रोटीन प्लांट बेस्ड डाइट में मौजूद होता है उसी का इस्तेमाल करके प्लांट बेस्ड प्रोटीन पाउडर बनाया जाता है। वहीं व्हे प्रोटीन दूध और दूध से बने प्रोडक्ट्स में पाया जाने वाला प्रोटीन होता है जो दूध के इस्तेमाल से बनाया जाता है। इसे तमाम लोग कंप्लीट प्रोटीन भी कहते हैं।
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किसी भी प्रोटीन का सेवन करने से पहले उसके बारे में अच्छी जानकारी जरूर लें। जिन प्रोटीन पाउडर में आर्टिफीसियल चीजों का इस्तेमाल ज्यादा किया जाता है उनके सेवन से बचें। ये तत्व आपकी सेहत को भी नुकसान पहुंचाते हैं। बिना डॉक्टर की सलाह के प्रोटीन सप्लीमेंट का सेवन करने से बचना चाहिए।
(Image Courtesy: freepik.com)
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