
How to deal with anxiety during divorce: पिछले कुछ सालों में भारत में तलाक के मामले तेजी से बढ़े हैं। तलाक या डायवॉर्स लेना किसी भी कपल के लिए न केवल चिंता का विषय है, बल्कि किसी तकलीफ या दुख से कम नहीं है। हालांकि, आपसी मतभेद और झगड़े के चलते बहुत से कपल तलाक के लिए कोर्ट में याचिका दायर करते हैं। तलाक लेने की प्रक्रिया के दौरान अक्सर कपल काफी चिंतित रहते हैं और कुछ लोग तो एंग्जाइटी का भी सामना करते हैं। अगर आप भी तलाक लेने के बाद या तलाक लेने की प्रक्रिया के दौरान एंग्जाइटी का सामना कर रहे हैं तो इस लेख को जरूर पढ़ें।
इस लेख के माध्यम से हम आपको तलाक के बीच होने वाली एंग्जाइटी से राहत पाने के बारे में बताएंगे। देखा जाए तो तलाक की याचिका दायर होने से लेकर सुनवाई तक में लंबा समय लग जाता है। इस दौरान व्यक्ति अपनी निजी जिंदगी और तलाक के कारणों के बारे में ही सोचता रहता है, जिसका नतीजा कई लोग डिप्रेशन का भी शिकार हो जाते हैं।
तलाक लेने के दौरान एंग्जाइटी से कैसे बचें?
1. पछतावा महसूस न करें
अगर आप तलाक लेने की प्रक्रिया में हैं तो तलाक का पछतावा या गलती महसूस होना अच्छी बात है। ज्यादातर मामलों में पछतावे में आकर कपल दोबारा से पैचअप कर लेते हैं और तलाक होने से बच जाता है। लेकिन, अगर आप पूरी तरह से तलाक लेने का फैसला कर चुके हैं तो ऐसे में पछतावा न करें।
पछतावा या गलती महसूस करना आपको एंग्जाइटी और डिप्रेशन (How to Prevent Anxiety) की ओर ले जा सकता है। एंग्जाइटी से राहत पाने के लिए आपको खुद को गलत नहीं समझना है और अपने पार्टनर के बारे में ज्यादा सोचना छोड़ दें।
2. भरपूर नींद लें
आमतौर पर व्यक्ति जब तलाक लेता है तो ऐसे में एंग्जाइटी और तनाव का शिकार हो जाता है और पर्याप्त नींद नहीं ले पाता है। लेकिन, एंग्जाइटी से बचने के लिए भरपूर नींद लेना जरूरी (Why is Sleep Important) है। अगर आप दिनभर में 6 से 8 घंटे की हेल्दी नींद नहीं ले रहे हैं तो यह एंग्जाइटी को और ज्यादा बढ़ा सकता है। तलाक लेने के दौरान आपको अपनी नींद को पूरा करना बेहद जरूरी है। जब आप अच्छी और गहरी नींद लेते हैं तो ब्रेन आपके इमोशन्स और पुरानी यादों को कंट्रोल रखने में मदद करता है।
3. मेडिटेशन करना जरूरी
अगर आप तलाक लेने की प्रक्रिया में हैं तो ऐसे में मेडिटेशन करना आपके लिए बेहद जरूरी है। अगर आप एंग्जाइटी का सामना नहीं कर रहे हैं तो भी मेडिटेशन आपके लिए जरूरी है। मेडिटेशन करने से दिमाग और मन एकाग्र रहते हैं, जिससे दिमाग में तलाक को लेकर कोई सवाल नहीं आता है। इससे आपका दिमाग शांत रहता है और आप रिलैक्स रहते हैं।
4. अपना सोशल नेटवर्क बढ़ाएं
तलाक के दौरान होने वाली एंग्जाइटी से डील करने के लिए आपको अपने सोशल नेटवर्क को बढ़ाने की जरूरत है। ऐसे में अकेला रहना आपकी मेंटल हेल्थ के लिए हानिकारक हो सकता है। एंग्जाइी को मैनेज करने के लिए जरूरी है कि अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलें और अपने सोशल नेटवर्क को बढ़ाएं। इससे आपको एक मेंटल सपोर्ट मिलता है, जिससे आपका ध्यान तलाक की ओर नहीं जाता है।
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5. आगे के लिए गोल बनाएं
अगर आपने तलाक की याचिका दायर कर दी है तो ऐसे में पीछे के बारे में सोचने के बजाय अपने भविष्य के बारे में सोचें। ऐसे में आपको अपने भविष्य के बारे में सोचते हुए नए-नए और आकर्षक गोल सेट करने चाहिए। इन गोल्स को पूरा करने के लिए आपको योजनाएं बनानी चाहिए ताकि जल्दी से जल्दी आप अपने अतीत को भूलकर नई जिंदगी में रम जाएं। यह आपको आगे बढ़ने में काफी मदद करेगा।
FAQ
एंग्जाइटी ठीक होने में कितना समय लगता है?
इस बात का कोई सटीक जवाब नहीं है कि एंग्जाइटी ठीक होने में कितना समय लग सकता है। कई बार एंग्जाइटी से बाहर निकलने में 6 महीने या इससे ज्यादा समय भी लग सकता है।Anxiety से बाहर कैसे निकले?
एंग्जाइटी या अवसाद से बाहर निकलने के लिए आपको एक हेल्दी और अच्छी जीवनशैली अपनानी चाहिए। इसके साथ ही थेरेपी लेने के साथ मेडिटेशन का अभ्यास करना बेहद जरूरी है।क्या एंग्जाइटी अटैक जानलेवा है?
जी नहीं, एंग्जाइटी अटैक जानलेवा या बहुत खतरनाक नहीं होता है। एंग्जाइटी अटैक आने पर आपको डर लग सकता है या कई मामलों में घबराहट भी महसूस हो सकती है।
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Oct 20, 2025 19:15 IST
Published By : Kunal Mishra