What Is Anuptaphobia: अपना जीवनसाथी चुनना हर किसी की जिंदगी का सबसे बड़ा फैसला होता है। अगर जीवनसाथी अच्छा हो तो जिंदगी रंगीन हो जाती है, वहीं गलत पार्टनर चुनने से जिंदगी पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है। आपने ऐसे कई लोगों को देखा होगा, जिन्हें शादी या गलत जीवनसाथी चुनने के फैसले से डर लगता हो। ऐसे में व्यक्ति अनुपताफोबिया (Anuptaphobia) से भी पीड़ित हो सकता है। दरअसल, यह एक मानसिक स्थिति है जिसमें किसी व्यक्ति के मन में गलत जीवनसाथी चुनने या अकेले रहने का डर बना रहता है। आइये इस लेख में जानें इस समस्या से बाहर आने के तरीके।
पहले समझिए क्यों होती है अनुपताफोबिया की समस्या- What Is Anuptaphobia
इस फोबिया से अक्सर वो लोग पीड़ित होते हैं, जिनका कोई करीबी रिश्ता खत्म हो गया हो, या जिन्होंने किसी करीबी का दुखद अनुभव महसूस किया हो। ऐसे में व्यक्ति शादी का फैसला लेने से डरने लगते हैं या उन्हें अकेले रहने का डर सताने लगता है।
अनुपताफोबिया के लक्षण- Symptoms of Anuptaphobia
- आप अकेले होने से डरते हैं, इसलिए जल्दी में रिलेशनशिप में भी आ जाते हैं।
- अकेले रहने या कोई दूसरा पार्टनर न मिल पाने का डर अनचाहा रिश्ता झेलना।
- रिश्ते में आते ही आप भविष्य की प्लानिंग करने लगते हैं।
- जिन लोगों को पार्टनर चुनने में मुश्किल होती है, वो शादी का फैसला नहीं ले पाते हैं।
- ऐसे में व्यक्ति नए लोगों से मिलने-जुलने से दूर रहता है और जिंदगी भर के फैसले नहीं ले पाता है।
- कई बार व्यक्ति के लिए अपनी भावनाएं व्यक्त कर पाना भी मुश्किल हो जाता है।
- अनुपताफोबिया में व्यक्ति सही इंसान चुनने में कंफ्यूज रहता है, इसलिए वो ज्यादा से ज्यादा लोगों को डेट करने की कोशिश करता है।
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अनुपताफोबिया (गलत जीवनसाथी चुनने का डर) से कैसे बाहर आएं- How To Deal With Anuptaphobia
अपने डर को स्वीकार करें
आपको अपने डर को स्वीकार करना होगा, क्योंकि इससे आपको अपने इनोशंस को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। आपको वजह जाननी होगी कि आखिर आपके मन में इस तरह के विचार क्यों आते हैं।
जल्दबाजी में फैसले न करें
अकेलेपन के कारण अक्सर लोग गलत फैसले ले लेते हैं, जो उनकी मानसिक स्थिति को भी प्रभावित कर सकता है। इसलिए खुद को थोड़ा समय दें और अपनी इच्छाओं को समझकर ही अपना पार्टनर चुनें।
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अपनी इच्छाओं को समझें
आपको अपनी इच्छाओं को समझना होगा कि आखिर आप पार्टनर में क्या चाहते हैं। अपनी भावनाओं के बारे में किसी करीबी से भी बात कर सकते हैं।
एक्सपर्ट से संपर्क करें
अगर आपका डर हावी होना शुरू हो जाता है, तो यह फोबिया का रूप ले लेता है। ऐसे में आपको एक्सपर्ट से बात करनी चाहिए, जिससे थेरेपी और दवाओं से सही इलाज किया जा सके।
इन टिप्स की मदद से अनुपताफोबिया से बाहर आया जा सकता है। लेख में दी गई जानकारी पसंद आई हो, तो इसे शेयर करना न भूलें।
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