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NICU के बाद घर में सुरक्षित वातावरण कैसे बनाएं? डॉक्टर से जानें

समय से पहले जन्मे बच्चे या स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या होने पर जन्म के तुरंत बाद शिसु को NICU में रखा जाता है। ऐसे में NICU से घर वापस आने के बाद बच्चे का ध्यान कैसे रखा जाए आइए जानते हैं? 
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NICU के बाद घर में सुरक्षित वातावरण कैसे बनाएं? डॉक्टर से जानें

समय से पहले जन्मे या जन्म के बाद बच्चे में स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं होने पर उन्हें ठीक करने के लिए NICU (Neonatal Intensive Care Unit) में रखा जाता है। NICU में रहने वाले बच्चों का बहुत ही खास ध्यान रखा जाता है। ऐसे में जब इन बच्चों की सेहत में सुधार होता है तो उन्हें घर भेज दिया जाता है। NICU से शिशु का घर आना माता-पिता के लिए राहत की बात होती है, लेकिन ये अपने साथ कई नई जिम्मेदारियां भी लेकर आती है। NICU से घर आने के बाद शिशु का खास ध्यान रखना बहुत जरूरी है। इसलिए आप अपने शिशु का ध्यान रखने के लिए दिल्ली के शाहदरा में स्थित एस.डी.एन. अस्पताल के पीडीअट्रिशन डॉ. ललित हरि प्रसाद सिंह के बताएं इन टिप्स को फॉलो कर सकते हैं।


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NICU के बाद घर आए शिशु का ध्यान कैसे रखें?

NICU से घर आए शिशु की सही केयर करना उसके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है, जिसके लिए आप इन टिप्स को फॉलो कर सकते हैं-

1. घर का माहौल शांत और साफ रखें

NICU से आने वाले शिशु तेज आवाज से डर सकते हैं, घबरा सकते हैं। इसलिए, टीवी, म्यूजिक या मोबाइल की आवाज हल्की रखें। शांत माहौल बच्चे को आराम देता है और अच्छी नींद में मदद करता है। इसके अलावा, घर के फर्श, बिस्तर, खिलौने और सभी जगह को नियमित रूप से साफ रखें। मेहमानों से बच्चों को छुने से पहले हाथ धोने के लिए कहे और धूल, धुआं और तेज खुशबू वाले प्रोडक्ट्स से बचें।

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2. तापमान और कमरे के वातावरण का ध्यान रखें

ध्यान रखें कि आपके कमरे का तापमान न ज्यादा गर्म हो और न ही ज्यादा ठंडा। इसके साथ ही, कमरे में ताजी हवा आने दें, लेकिन बच्चे को सीधी ठंडी हवा लगने से बचाएं, क्योंकि इससे बच्चे की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।

3. सुरक्षित सोने का स्थान तैयार करें

शिशु को सख्त और सपाट गद्दे पर सुलाएं। नरम गद्दा या तकिया उनके लिए खतरनाक हो सकता है। हमेशा ध्यान दें कि बच्चा पीठ के बल सोए। क्रिब या पालने में मोटे कंबल, तकिया, खिलौने या ढीली चादर न रखें। शिशु को हमेशा अपने कमरे में सुलाएं।

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4. फीडिंग व्यवस्था को सही रखना

NICU से आने वाले कई शिशुओं का फीडिंग पैटर्न काफी अलग होता है। कुछ बच्चे ब्रेस्टफीड करते हैं, कुछ बॉटल से और कुछ को दोनों मिलाकर दिया जाता है। इसलिए, डॉक्टर और NICU टीम द्वारा बताई गई फीडिंग रूटीन को फॉलो करने की कोशिश करें। समय पर दूध पिलाएं, जरूरत पड़ने पर बच्चे को जगाकर भी फीड कराएं। अगर बच्चा कमजोर है तो थोड़ी-थोड़ी देर पर उसे फीड करवाएं।

5. त्वचा से त्वचा का संपर्क

NICU में Kangaroo Care यानी स्किन से स्किन का संपर्क बहुत मददगार साबित हो सकता है और घर आने के बाद बच्चे को आपके साथ कनेक्ट करने में भी मदद मिलती है। स्किन से स्किन का संपर्क करने से बच्चे का बॉडी टेंपरेचर संतुलित रहता है, दूध पीने की क्षमता बेहतर होती है, माता-पिता के बीच इमोशनल जुड़ाव होता है, शिशु शांत और सुरक्षित महसूस करता है।

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6. डॉक्टर के दिए निर्देशों का पालन करें

NICU से बाहर आने वाले शिशुओं की नियमित जांच करवाना बहुत जरूरी होती है। बच्चे का वजन बढ़ रहा है या नहीं, सांस की समस्या तो नहीं है, फीडिंग या पाचन से जुड़ी कोई परेशान तो नहीं है, इन सभी बातों की निगरानी करना बहुत जरूरी है।

7. इन्फेक्शन से बचाव

NICU से घर आए बच्चे की इम्यूनिटी नॉर्मल बच्चे के इम्यून सिस्टम से काफी कमजोर होती है, जिस कारण उन्हें इंफेक्शन होने का जोखिम ज्यादा होता है। इसलिए, जो भी शिशु को छूता है, उसे हाथ धोना के लिए कहे। NICU से आने वाले बच्चों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, जिससे उनके बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है।  

निष्कर्ष

NICU से घर आए शिशु को घर के माहौल में ढलने में समय लग सकता है और ये शिशु और परिवार दोनों के लिए एक नया और इमोशनल स्टेप होता है। इसलिए, आप घर में शांत, सुरक्षित और साफ वातावरण बनाकर रखने की कोशिश करें और डॉक्टर द्वारा दी गई दिशानिर्देशों का पालन करें।
Image Credit: Freepik

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FAQ

  • न्यू बोर्न बेबी का ध्यान कैसे रखें?

    नवजात शिशु की देखभाल के लिए शिशु को ब्रेस्टफीडिंग करवाएं, उसके सिर और गर्दन को सहारा दें और छुने से पहले अपने हाथों को धोएं। शिशु को सुरक्षित नींद के लिए पीठ के बल सुलाएं।
  • बच्चे को मां का दूध न मिलने पर किसका दूध दिया जाना चाहिए?

    मां का दूध न मिलने पर बच्चे को पहले आयरन-फोर्टिफाइड बेबी फार्मूला मिल्क देना चाहिए। यह मां के दूध की जगह देने के लिए सबसे अच्छा विकल्प है और यह 12 महीने से कम उम्र के बच्चों के लिए सुरक्षित माना जाता है।
  • कैसे पता करें कि बच्चे का पेट भर गया है?

    बच्चे का पेट भर गया है यह जानने के लिए आप कई संकेतों पर ध्यान दे सकते हैं। शिशु दूध पीना बंद कर देता है, ब्रेस्ट या बोतल को छोड़ देता है, अपना सिर दूसरी ओर घूमाता है या शांत हो जाता है। 

 

 

 

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  • Current Version

  • Nov 14, 2025 12:04 IST

    Published By : Katyayani Tiwari

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