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गर्मी में पसीने से बार-बार भीग जाते हैं कपड़े? इन 5 उपायों से कंट्रोल होगा अत‍िर‍िक्‍त पसीना और रहेंगे फ्रेश

गर्मी में पसीना कंट्रोल करने के लिए डाइट सुधारे, स्ट्रेस मैनेज करें, लाइट फैब्र‍िक वाले कपड़े पहनें, बायोफीडबैक थेरेपी आद‍ि उपाय अपनाएं।
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गर्मी में पसीने से बार-बार भीग जाते हैं कपड़े? इन 5 उपायों से कंट्रोल होगा अत‍िर‍िक्‍त पसीना और रहेंगे फ्रेश


गर्मी के मौसम में पसीना आना एक सामान्य प्रक्रिया है, जिससे शरीर अपनी गर्मी को बाहर निकालकर खुद को ठंडा बनाए रखता है। लेकिन जब पसीना जरूरत से ज्यादा आने लगे और बार-बार कपड़े भीगने लगें, तो यह न सिर्फ असहजता ही नहीं, बल्कि शर्मिंदगी का भी कारण बन सकता है। ऑफ‍िस में, किसी मीटिंग में या दोस्तों के साथ समय बिताते हुए बार-बार अंडरआर्म्स और पीठ के हिस्से में गीले दाग देखना बहुत परेशान करता है। खासतौर पर जब आपने लाइट कलर के कपड़े पहने हों या सिंथेटिक मटेरियल का कोई आउटफिट हो। ऐसे में कई लोग खुद को कमरे में बंद रखना पसंद करते हैं या हर थोड़ी देर में कपड़े बदलने को मजबूर हो जाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि कुछ आसान उपायों को अपनाकर आप इस अतिरिक्त पसीने की समस्या को काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं? इस लेख में हम जानेंगे कि पसीना क्यों ज्‍यादा आता है और वो कौन-से 5 असरदार उपाय हैं जिनसे आप दिनभर फ्रेश, ड्राई और कॉन्फिडेंट महसूस कर सकते हैं और वो भी बिना बार-बार कपड़े बदले। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ सीमा यादव से बात की।

1. हाइपरहाइड्रोसिस को नजरअंदाज न करें- Don’t Ignore Hyperhidrosis

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जब बिना गर्मी या शारीरिक मेहनत के भी ज्‍यादा पसीना आए, तो यह हाइपरहाइड्रोसिस हो सकता है। यह किसी अंदरूनी रोग जैसे डायबिटीज, थायरॉइड असंतुलन या हार्मोनल गड़बड़ी का संकेत हो सकता है। अगर आपको सिर, हथेलियों, पैरों या पीठ पर बार-बार पसीना आता है, तो डॉक्टर से सलाह लें। समय पर जांच और ट्रीटमेंट से इसे मैनेज करना आसान होता है।

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2. बायोफीडबैक थेरेपी लें- Control Sweating With Biofeedback Therapy

बायोफीडबैक एक न्यूरोफिजि‍योलॉजिकल थेरेपी है जिसमें आप मशीन की मदद से अपने बॉडी रेस्पॉन्स को समझना और कंट्रोल करना सीखते हैं। अत‍िर‍िक्‍त पसीने की समस्या में यह थेरेपी बेहद असरदार मानी जाती है, क्योंकि यह शरीर को एक्सेसिव स्वेटिंग से कैसे निपटना है, यह सिखाती है। यह खास तौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जिन्हें स्ट्रेस, चिंता या नर्वसनेस के कारण ज्‍यादा पसीना आता है।

3. डाइट में बदलाव करें- Diet Changes

गर्मियों में ज्‍यादा पसीना आने की समस्या को कंट्रोल करने के लिए डाइट में बदलाव करना बेहद जरूरी है। मसालेदार, तली-भुनी चीजें और कैफीनयुक्त पेय शरीर की गर्मी बढ़ाते हैं, जिससे पसीना ज्‍यादा आता है। इसके बजाय खीरा, तरबूज, नारियल पानी और छाछ जैसे हाइड्रेटिंग फूड्स को डाइट में शामिल करें। ये फूड्स शरीर को अंदर से ठंडक पहुंचाते हैं और पसीना कंट्रोल करने में मदद करते हैं।

4. स्ट्रेस मैनेजमेंट से घटाएं पसीना- Manage Stress Induced Sweating

बहुत से लोगों को स्‍ट्रेस के कारण ज्‍यादा पसीना आने की समस्या होती है, जिसमें बिना गर्मी के भी पसीना आता है। इसके लिए योग, डीप ब्रीदिंग (Deep Breathing), मेडिटेशन या स्ट्रेस रिड्यूसिंग टूल्स अपनाएं। जब मन शांत रहेगा, तो शरीर की पसीना ग्रंथियां भी कम एक्टिव होंगी। यह तरीका खासकर उन लोगों के लिए जरूरी है जिन्हें पब्लिक में बात करते समय पसीना आता है।

5. सही कपड़ों का चयन करें- Choose Right Clothes

गर्मियों में पसीने को कम करने के लिए ऐसे कपड़े पहनें जो पसीना सोख ले जैसे कॉटन, लिनन या ड्राई-फिट फाइबर। ये फैब्रिक्स नमी को सोखकर जल्दी सूखा महसूस कराते हैं और त्वचा को हवा लगने देते हैं, जिससे शरीर की गर्मी बाहर निकलती है। डार्क कलर और स‍िंथेट‍िक फाइबर से बचें क्योंकि ये गर्मी को कैद कर पसीना बढ़ाते हैं। ढीले कपड़े पहनना भी फायदेमंद रहता है।

ज्‍यादा पसीना सिर्फ स्किन या मौसम की समस्या नहीं है, ये आपके नर्वस सिस्टम, हार्मोन और पोषण से जुड़ा हो सकता है। इसलिए अगर साधारण उपाय न काम करें, तो इन प्रोफेशनल उपायों को फॉलो करें जो रूट कॉज को ठीक करते हैं।

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image credit: socialcitizen

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