How To Avoid Suicidal Thoughts In Hindi: कई बार ऐसा होता है कि किसी काम के स्ट्रेस की वजह से या फिर पर्सनल लाइफ की परेशानियों की वजह से व्यक्ति डीप डिप्रेशन में चला जाता है। दूसरों से अलग-थलग रहने लगता है। अक्सर अकेले वक्त बिताने लगता है। विशेषज्ञों की मानें, जो लोग अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से दूर हो जाते हैं, मन में बहुत सारे बातें दबाए रहते हैं, वे अक्सर नेगेटिव ख्यालों से घिरे रहते हैं। यही नहीं, इस तरह के लोग कई बार आत्महत्या के बारे में भी सोचने लगते हैं। जाहिर है, ऐसी सोच सही नहीं है। ऐसा किसी के साथ हो, तो उन्हें बिना देरी किए किसी नजदीकी की मदद लेनी चाहिए या फिर किसी दोस्त के पास चले जाना चाहिए। वहीं, अगर आप बिल्कुल अकेले हैं और कुछ समझ नहीं आ रहा है कि आपको क्या करना चाहिए, तो इस संबंध में हम आपको जरूरी उपाय बता रहे हैं, जिन्हें अमल में लाकर आप मन में आ रहे बुरे विचारों से बाहर निकल सकते हैं। इस संबंध में हमें सीनियर कंसलटेंट साइकेट्रिस्ट (MD Psychiatry) डॉ. विजय पाठक से बात की।
कमरे से बाहर निकल जाएं- Go For Walk
अगर कमरे में रहते हुए आपको बार-बार आत्महत्या का ख्याल आ रहा है, तो आप तुरंत कमरे से बाहर निकल जाएं। अक्सर देखने में आता है कि नेगेटिव थॉट से जूझ रहे लोग कमरे में बैठकर खुद को नुकसान पहुंचाने लगते हैं। इस तरह की गतिविधियों से बचने के लिए कहीं आसपास किसी पार्क में जाकर टहलना अच्छा आइडिया हो सकता है। अगर पार्क न हो, तो किसी रेस्ट्रो में चले जाएं और कुछ वक्त वहां बिताएं। कुछ समय के लिए मिले इस गैप में आपका ध्यान भटकेगा और बुरे विचार दिमाग से बाहर निकल जाएंगे।
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गाने सुनें या टीवी देखें- Listen Music
मन में आ रहे विचारों को झट से बदलना मुश्किल होता है। ऐसे में आप अपने मन को भटकाने की कोशिश कर सकते हैं। फोन में गोन सुन सकते हैं या फिर टीवी देख सकते हैं। इस दौरान, कोई अच्छा और पसंदिदा गाना सुनें या फिर मन पसंद फिल्म देखें। इससे मूड फ्रेश होने में मदद मिलेगी। ध्यान भटकाने के लिए आप कुकिंग या पेंटिंग जैसी एक्टिविटी कर सकते हैं।
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ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें- Do Breathing Exercise
आप इस बात का ध्यान रखें कि आत्महत्या का विचार किसी परेशानी का हल नहीं हो सकता है। यह किसी भी व्यक्ति का अंतिम फैसला होता है, जो न सिर्फ उसे बल्कि उसके परिवार को भी प्रभावित करता है। इसलिए, जैसे ही ऐसा ख्याल आने लगे, तो आप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें। इससे एंग्जाइटी का स्तर कम होने लगेगा और इस तरह के बुरे विचार भी धीरे-धीरे दूर होने में लगेंगे।
दोस्त से बात करें- Talk To Friends
मन में बुरे ख्यालों को रोकने के लिए सबसे अच्छा तरीका है आने दोस्तों के साथ बाचीत करना। ध्यान रखें, जब भी मन में इस तरह के नेगेटिव ख्याल आएं, तो आप बिना देरी किए, दोस्तों को कॉल करें या फिर उनके पास चले जाएं। उन्हें अपने मन की बात कहें। आप कैसा फील कर रहे हैं, ऐसा क्यों महसूस कर कर रहे हैं और आपको क्या परेशानी है? इस बारे में अपने दोस्त से डिटेल में बात करें। मन की बात कह देने से दिल हल्का हो जाता है और नेगेटिव विचारों से बाहर निकलने में मदद मिलती है।
एक्सपर्ट की मदद लें- Seek Expert help
मन में जब भी आत्महत्या जैसे बुरे विचार आएं, तो बिना देर किए काउंसलर या एक्सपर्ट की मदद लें। वे आपकी हर बात सुनेंगे और विशेषज्ञ की तरह आपकी स्थिति से निपटेंगे। यहां तक कि आपकी समस्या का समाधान भी बताएंगे। वे आपको आपके बुरे दौर से निकलने में आपकी हर संभव मदद करेंगे।
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