गर्मियों में व्यक्ति बैक्टीरियल और वायरल संक्रमण का खतरा अधिक रहता है। गर्मियों में धूप, प्रदूषण और अन्य कारकों की वजह से गले और रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट में सूजन हो सकती है। इसके अलावा, गले में बलगम की समस्या हो सकती है। इससे सांस लेने में परेशानी हो सकती है। यह सभी समस्या अस्थमा के अटैक को ट्रिगर कर सकते हैं। अगर, किसी व्यक्ति को पहले से अस्थमा है, तो ऐसे में उनके शरीर में ऑक्सीजन का लेवल कम हो सकता है। इन सभी समस्याओं से बचने के लिए व्यक्ति को कई तरह की सावधानियां बरतने की आवश्यकता होती है। आगे नारायणा अस्पताल पल्मोनोलॉजी एंड स्लीप मेडिसिन डॉ. श्वेता बंसल से जानते हैं कि गर्मियों से अस्थमा के क्या कारण हो सकते हैं। साथ ही, इससे बचाव के लिए आप क्या उपाय अपना सकते हैं।
गर्मी अस्थमा को कैसे प्रभावित करती है? - How does summer affect asthma?
गर्मियों के मौसम में अस्थमा रोगी प्रभावित हो सकते हैं। अस्थमा से पीड़ित व्यक्ति को मौसम में बदलाव की वजह से समस्या का सामना करना पड़ सकता है। आगे जानते हैं गर्मियों में अस्थमा को ट्रिगर करने वाले कारकों के बारे में।
- गर्म मौसम और ह्यूमिडिटी - गर्मी में बढ़ते तापमान और ह्यूमिडिटी की वजह से अस्थमा के लक्षण महसूस हो सकते हैं। इस दौरान रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट प्रभावित हो सकता है।
- अधिक प्रदूषण एवं धूल - गर्मियों में धूल और अन्य हानिकारक प्रदूषक रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट में इंफेक्शन की वजह बन सकता है।
- पराग - पराग के कण भी अस्थमा को ट्रिगर करने का एक मुख्य कारण बन सकता है। इससे सांस लेने में परेशानी हो सकती है।
- एलर्जी - मौसम में बदलाव होते ही कुछ लोगों को एलर्जी की समस्या हो सकती है। घूप और मौसम में बदलाव की वजह से श्वसन तंत्र प्रभावित हो सकता है।
- रोगाणु (Pathogens) - गर्मियों की हवा धूल और प्रदूषण के साथ ही अन्य रोगाणुओं की वजह से आपको सांस से जुड़ी समस्या हो सकती है। यह अस्थमा की वजह बन सकता है।
गर्मियों में अस्थमा से बचाव के लिए क्या करें- How To Avoid Asthma triggers During Summers In Hindi
घर की साफ-सफाई पर दें ध्यान
गर्मियों में घर में साफ-सफाई पर ध्यान दें। धूल और पराग के कण अस्थमा को बढ़ाने का कारण बन सकते हैं। इससे बचने के लिए आप समय-समय पर घर की साफ-सफाई करें। साथ ही, बेड की चादर और तकिया के कवर को हर दूसरे या तीसरे दिन बदलें।
कमरे में हवा आने दें
घर में खिड़की-दरवाजें बंद रहने से आपको अस्थमा का अटैक आने की संभावना अधिक हो सकती है। ऐसे में आपको घर में हवा आने के लिए खिड़की दरवाजों को कुछ समय के लिए सुबह-शाम खोलकर रखना चाहिए।
मास्क का उपयोग करें
बाहर जाते समय धूल से बचने के लिए आप मास्क का उपयोग करें। इससे आपको एलर्जी होने की संभावना कम होती है। साथ ही, मास्क पहनने से आपको धूल की वजह से अस्थमा के अटैक से बचाव होता है। यदि, मास्क पहनते समय आपको सांस लेने में परेशानी होती है तो आप उसे कुछ समय के लिए उतार सकते हैं।
इनहेलर्स को हमेशा अपने पास रखें
अस्थमा का अटैक आपको किसी भी समय आ सकता है। इस दौरान व्यक्ति को सांस लेने में समस्या होती है और उनके शरीर में ऑक्सीजन का स्तर तेजी से कम होता है। इससे बचने के लिए आप इन्हेलर को हमेशा अपने पास रखें।
हाथों को साफ से धोएं
अधिकतर संक्रमण हाथों के जरिए ही फैलते हैं। मास्क पहनने से आप काफी हद तक हवा के द्वारा संक्रमित होने से खुद का बचाव कर लेते हैं। ऐसे में जब भी भोजन ग्रहण करें तो हाथों को अच्छी तरह से धोएं। इससे संक्रमण होने की संभावना कम हो जाती है।
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गर्मियों में अस्थमा से बचाव के लिए आप घर के तापमान को नॉर्मल रखें। इस दौरान ज्यादा गर्म और ज्यादा ठंडा तापमान की वजह से अगर परेशानी हो रही है तो रूम को सामान्य तापमान में रखें। इसके लिए आप एयर कंडिशनर को अपने अनुसार सेट करें। अगर, बार-बार अस्थमा के अटैक आ रहे हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से मिलें।