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बच्चों को मेटाबोलिक सिंड्रोम से बचाने के लिए अपनाएं ये 5 उपाय, मिलेगी राहत

बच्चों को मेटाबोलिक सिंड्रोम होने पर ज्यादा मोटापा की समस्या हो सकती है। आगे जानते हैं बच्चों में मेटाबोलिक सिंड्रोम के कारणों के बारे में
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बच्चों को मेटाबोलिक सिंड्रोम से बचाने के लिए अपनाएं ये 5 उपाय, मिलेगी राहत

बच्चों के खानपान पर अभिभावकों को पूरी तरह से ध्यान देना चाहिए। दरअसल, बच्चे को पौष्टिक और संतुलित आहार देना चाहिए। इससे बच्चे की ग्रोथ बेहतर पर असर पड़ सकता है। बच्चों में मोटापा या पाचन संबंधी समस्या के कई कारण हो सकते हैं। यह समस्या मेटाबोलिक सिंड्रोम के वजह से हो सकती है। बच्चों में होने वाले मेटाबॉलिक सिंड्रोम में बच्चों के पेट दर्द, उल्टी आदि लक्षण दिखाई दे सकते हैं। मेटाबॉलिक सिंड्रोम कई तरह के रोगों का समूह होता है, इसमें बच्चे के डायबिटीज होना का जोखिम बढ़ सकता है। इस लेख में मदर एंड एंजल केयर क्लीनिक के डॉ. अजित कुमार से आगे जानते हैं कि बच्चों को मेटाबॉलिक होने पर अभिभाकों  को क्या करना चाहिए। 

बच्चों को मेटाबोलिक सिंड्रोम से बचाने के लिए अपनाएं ये 5 उपाय - Way To Protect Your Child From Metabolic Syndrome In Hindi 

रेगूलर एक्सरसाइज करें

शारीरिक गतिविधि जैसे एक्सरसाइज और योग वजन को कम करने में मदद मिलती है। मोबाइल और लैपटॉप की स्क्रीन के सामने बिताए जाने वाले घंटों में से सिर्फ़ एक घंटा निकालकर उस समय एक्सरसाइज करें। इससे बच्चों के ब्लड सर्कुलेशन और इंसुलिन के प्रभावों को कम करने में सहायक होते हैं।

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पर्याप्त नींद लेना

मेटाबॉलिक सिंड्रोम से बचने के लिए बच्चों को पर्याप्त घंटों तक सोने देना चाहिए। क्योंकि नींद की कमी के कारण मोटापे से ग्रस्त किशोरों में कार्डियोमेटाबोलिक जोखिम बढ़ जाता है। पर्याप्त नींद बच्चों के मेटाबॉलिक सिंड्रोम को कम करने में सहायक होती है। 

बच्चे के डाइट में करें बदलाव

मेटाबॉलिक सिंड्रोम  होने से बचाव के लिए आप बच्चों की डाइट में बदलाव कर सकते हैं। फाइबर और साबुत अनाज का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें। बच्चों की डाइट में उन चीजों को शामिल करें, जिसमें फाइबर की मात्रा अधिक हो। साथ ही, बच्चों को फास्ट फूड देना तुरंत बंद कर दें। 

बच्चे को धूम्रपान के धूएं से दूर रखें 

यदि आप बच्चों के सामने या उनके पास होने पर सिगरेट पीते हैं, तो इनका धुआं बच्चे के सांस से फेफड़ों तक जा सकता है। इससे बच्चे को मेटाबॉलिक सिंड्रोम की समस्या हो सकती है। ऐसे में आप बच्चों के पास से हटकर सिगरेट पिएं। 

स्क्रीन टाइम को कम करें 

मोबाइल, टीवी और कंप्यूटर में गेम खेलना भला किन बच्चों को पसंद नहीं होगा। दरअसल, घर के बड़े ज्यादातर समय मोबाइल के सामने बीताते हैं। यही वजह है कि बच्चा भी घर से ही खराब आदतों को सिखता है। लेकिन, मेटाबॉलिक सिंड्रोम में आप बच्चे के स्क्रीन टाइम को कम करें, तभी बच्चा बाहर खेलने जाएगा। 

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बच्चो को मेटाबॉलिक डिसऑर्डर होने के कई कारण हो सकते हैं। इससे बचने के लिए आप ऊपर बताए उपायों को अपना सकते हैं। यदि, बच्चे को मेटाबॉलिक डिसऑर्डर की वजह से अन्य समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो ऐसे में आप तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। 

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