शरीर में कैसे शुरू होता है फोटोडर्मेटाइटिस (सन पॉइजनिंग), जानें इस त्वचा रोग के बारे में

सूर्य से स्किन पर रैशेज और जलन हो सकती है। इसे फोटडर्मेटाइटिस भी कहते हैं, आगे जानते हैं कि शरीर में क्यों होती है यह समस्या?  
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शरीर में कैसे शुरू होता है फोटोडर्मेटाइटिस (सन पॉइजनिंग), जानें इस त्वचा रोग के बारे में


त्वचा बेहद ही संवेदनशील होती है। कई बार त्वचा पर सूर्य की हानिकारक किरणों से एलर्जी, रैशेज और टैनिंग हो जाती हैं। लेकिन, कुछ लोगों को सूर्य के संपर्क में आती है, त्वचा पर एलर्जी के संकेत दिखने के लगते हैं। इस समस्या को मेडिकल भाषा में फोटोडर्मेटाइटिस कहा जाता है। इस सन पॉइजनिंग के नाम से भी पहचाना जाता है। इसमें व्यक्ति को स्किन में सूजन, रैशेज की समस्या हो सकती है। फोटोडर्मेटाइटिस होने के पीछे कई कारक जिम्मेदार होते हैं। इस समस्या में व्यक्ति को छाले, खुजली होना और जलन हो सकती है। अलग-अलग व्यक्ति में इसकी गंभीरता अलग-अलग हो सकती है। सूर्य में त्वचा एलर्जिक रिएक्शन की तीव्रता के आधार पर व्यक्ति को लक्षण महसूस हो सकते हैं। इस लेख में श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट के   सीनियर कंसल्टेंट डर्मेटोलॉजी, डॉ विजय सिंघल से जानते हैं कि फोटोडर्मेटाइटिस की समस्या क्या होती है? साथ ही, यह भी जानेंगे कि इस समस्या के होने के पीछे कौन से कारक जिम्मेदार हो सकते हैं। 

फोटोडर्मेटाइटिस की शुरूआत कैसे होती है? - How Photodermatitis Occurs In Body In Hindi 

जिन लोगों को सूर्य के प्रकाश या कृत्रिम यूवी किरणों के संपर्क में आने से स्किन पर सूजन व जलन होती है, उस स्थिति को फोटोडर्मेटाइटिस कहा जाता है। शरीर में होने फोटोडर्मेटाइटिस के दो प्रकार होते हैं। इसे फोटोटॉक्सिक रिएक्शन और फोटोएलर्जिक रिएक्शन को शामिल किया जाता है। फोटोटॉक्सिक रिएक्शन तब होता है, जब त्वचा में कुछ केमिकल (फोटोसेंसिटाइजर) यूवी लाइट के साथ रिएक्शन करते हैं। ये फोटोसेंसिटाइजर दवाओं में पाए जाते हैं। जब ये त्वचा में अवशोषित हो जाते हैं और यूवी लाइट के संपर्क में आते हैं, तो ऐसे में एक केमिकल रिएक्शन होता है, जिससे हानिकारक फ्री रेडिकल्स बनते हैं। ये फ्री रेडिकल्स स्किन की कोशिकाओं को डैमेज कर सकते हैं और सूजन को बढ़ा सकते हैं। 

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इसके अलावा, फोटोएलर्जिक रिएक्शन में त्वचा पर लगाए जाने वाली क्रीम या अन्य प्रोडक्ट से इम्यून सिस्टम प्रभावित हो सकता है। फोटोएलर्जिक रिएक्शन केवल तब होती हैं जब प्रतिरक्षा प्रणाली किसी पदार्थ के प्रति संवेदनशील हो जाती है। इस तरह का रिएक्शन फेस और सिर की त्वचा पर हो सकता है। जब व्यक्ति यूवी किरणों के संपर्क में आता है, तो प्रतिरक्षा प्रणाली स्किन पर अप्लाई प्रोडक्ट से एलर्जिक रिएक्शन कर सकता है। इससे सूजन और जलन हो सकती है। 

फोटोडर्मेटाइटिस होने के कारक - Risk Factors Of Photodermatitis In Hindi 

  • यूवी किरणों के संपर्क में आना,
  • सूजन को ट्रिगर करने वाले प्रोडक्ट के संपर्क में आना, 
  • आनुवांशिक रूप से जुड़ी त्वचा संबंंधी समस्याएं,
  • इम्यून सिस्टम का कमजोर होना, 
  • फ्री रेडिकल्स का बनाना, आदि।  

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फोटोडर्मेटाइटिस स्किन से जुड़ी एक समस्या है। यह समस्या सूर्य के यूवी किरणों के संपर्क में आने से होती है। इस समस्या का इलाज किया जा सकता है। डॉक्टर समस्या के मुख्य कारकों को पहचानकर इसका इलाज कर सकते हैं। इस समस्या में मरीज को सूर्य में स्किन को कवर करने की सलाह दी जाती है। 

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