Muscle Recovery Ke Liye Kitna Sona Chahiye: वर्कआउट के बाद मसल्स का रिपेयर और ग्रोथ सिर्फ जिम में नहीं हो सकता। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर आप सही नींद नहीं लेते हैं, तो आपकी बॉडी रिकवरी प्रोसेस को पूरा नहीं कर पाती है। नींद के दौरान ग्रोथ हार्मोन का स्राव बढ़ता है, जिससे मसल्स को रिपेयर होने का समय मिलता है और स्ट्रेंथ में सुधार होता है। अगर आप घंटों वर्कआउट करते हैं लेकिन नींद पूरी नहीं कर पाते हैं, तो थकान, चोट और मसल लॉस का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में सवाल उठता है कि मसल रिकवरी के लिए कितनी नींद लेना जरूरी है? इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने Ozefit Director, Australia & Certified Fitness Coach Payal Asthana से बात की।
वर्कआउट के बाद मसल रिकवरी क्या होती है?- What Is Muscle Recovery
वर्कआउट के दौरान मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है, जिससे उनके फाइबर में छोटे स्तर पर चोट या डैमेज होता है। मसल रिकवरी वह प्रक्रिया है जिसमें शरीर इन डैमेज हुई फाइबर को ठीक करता है, उन्हें मजबूत बनाता है और भविष्य के लिए तैयार करता है। इस दौरान शरीर प्रोटीन, पोषण और पर्याप्त नींद की मदद से नई मांसपेशी टिशूज को बनाता है।
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मसल रिकवरी के लिए नींद क्यों जरूरी है?- Why Is Sleep Important For Muscle Recovery
Fitness Coach Payal Asthana ने बताया कि नींद के दौरान शरीर डीप स्लीप फेज में चला जाता है, जहां ग्रोथ हार्मोन का स्राव बढ़ता है और यही हार्मोन मसल टिशूज के रिपेयर और ग्रोथ के लिए जिम्मेदार होता है। इस समय प्रोटीन सिंथेसिस तेजी से होती है, जिससे वर्कआउट के दौरान डैमेज हुई मसल फाइबर्स मजबूत होकर रिकवर होते हैं। पर्याप्त नींद न लेने पर कोर्टिसोल (स्ट्रेस हार्मोन) का लेवल बढ़ जाता है, जिससे मसल ब्रेकडाउन बढ़ सकता है और रिकवरी स्लो हो जाती है। यही कारण है कि नींद सिर्फ थकान मिटाने के लिए नहीं, बल्कि मसल्स को हेल्दी और मजबूत बनाने के लिए भी जरूरी है।
मसल रिकवरी के लिए कितनी नींद जरूरी है?- How Much Sleep Is Essential For Muscle Recovery
Fitness Coach Payal Asthana के अनुसार, एडल्ट्स को रोजाना 7 से 9 घंटे की नींद लेनी चाहिए। यह डीप स्लीप फेज, मसल्स के रिपेयर के लिए जरूरी है। एथलीट्स या हैवी ट्रेनिंग करने वालों के लिए यह अवधि 8 से 10 घंटे तक हो सकती है। रिसर्च बताती है कि नींद के दौरान प्रोटीन सिंथेसिस और टिशूज तेजी से रिपेयर होते हैं, जिससे मसल्स स्ट्रॉन्ग बनते हैं और ओवरट्रेनिंग का खतरा कम होता है। अगर नींद कम हो, तो कोर्टिसोल लेवल बढ़ता है, जिससे मसल ब्रेकडाउन हो सकता है और रिकवरी स्लो हो जाती है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन का एक शोध बताता है कि एक रात की पूरी नींद न लेने से मांसपेशियों में प्रोटीन संश्लेषण दर लगभग 18 % तक कम हो जाती है। साथ ही, इस दौरान कोर्टिसोल (स्ट्रेस हार्मोन) बढ़ता है और टेस्टोस्टेरोन घटता है, जिससे मांसपेशियों की रिकवरी धीमी पड़ सकती है।
निष्कर्ष:
सिर्फ डाइट और एक्सरसाइज ही नहीं, बल्कि पूरी नींद भी मसल रिकवरी के लिए उतनी ही जरूरी है। अगर आप फिटनेस गोल्स को तेजी से पाना चाहते हैं, तो नींद को हल्के में न लें। रोजाना पर्याप्त नींद लेकर ही आप अपने वर्कआउट का सही फायदा उठा सकते हैं और मसल्स को मजबूत बना सकते हैं।
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