Overtraining Symptoms And Prevention Tips In Hindi: हम सभी फिट और आकर्षक बॉडी पाना चाहते हैं। इस चाह में ज्यादातर लोग जिम जाकर एक्सरसाइज करते हैं। लेकिन अक्सर हम देखते हैं कि लोग जल्दी बॉडी बनाने के लिए दिन में 2-2 बार जिम जाते हैं और सप्ताह में सातों दिन वर्कआउट करते हैं। साथ ही, वे एक ही समय में 1-1 घंटे एक्सरसाइज करते हैं। ऐसा करने से कई बार लोगों की मांसपेशियों में बहुत दर्द होता है। साथ ही, उन्हें इतनी मेहनत करने के बाद भी कुछ खास रिजल्ट नहीं मिलते हैं। इसके विपरीत उनकी मसल्स बढ़ने की बजाए कम होने लगते हैं। लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है कि आखिर ऐसा क्यों होता है? तो आपको बता दें कि ये सभी ओवरट्रेनिंग के साइड इफेक्ट्स हैं। जिम जाने से एक फिट और आकर्षक बॉडी पाने में मदद मिलती है, लेकिन अगर आप अपनी मसल्स को बहुत अधिक ट्रेन करते हैं, तो इससे आपकी सेहत को फायदे के बजाए नुकसान पहुंचता है और मनचाहे रिजल्ट भी नहीं मिलते हैं। ऐसे में अक्सर लोग यह सवाल पूछते हैं कि आखिर जिम में कितनी ट्रेनिंग करना ओवरट्रेनिंग होता है? इसके लक्षण क्या होते हैं और ओवरट्रेनिंग से कैसे बचा जा सकता है?
लोगों की फिट रहने में मदद करने और उनकी फिटनेस जर्नी को आसान बनाने के लिए ओनलीमायहेल्थ ने एक स्पेशल फिटनेस कैंपेन शुरू किया है, जिसका नाम है "OMH Fitness Guide"। यह एक फिटनेस ट्रेनिंग प्रोग्राम है, जिसमें हम एक्सपर्ट से बातचीत के आधार पर लोगों के साथ फिटनेस और एक्सरसाइज, न्यूट्रिशन और डाइट के साथ-साथ सप्लीमेंट्स से जुड़ी जरूरी जानकारियां साथ शेयर करते हैं। आज इस कैंपेन की सीरीज "बॉडीबिल्डिंग टिप्स" में जानें ओवरट्रेनिंग के बारे में सबकुछ...
ओवरट्रेनिंग के लक्षण क्या होते हैं- Overtraining Symptoms In Hindi
- मांसपेशियों और शरीर में कमजोरी महसूस होना
- बहुत अधिक थकान महसूस होना
- नींद से जुड़ी समस्याएं
- मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन
- भूख कम लगना
ओवरट्रेनिंग से कैसे बचें- How To Prevent Overtraining In Hindi
ओवर ट्रेनिंग से बचने के लिए आपको सबसे पहले अपने वर्कआउट के पैटर्न में बदलाव करने की जरूरत है। एक सामान्य व्यक्ति को स्वस्थ रूप से हमेशा यह सलाह दी जाती है कि सप्ताह में 4-6 दिन ही वर्कआउट करना चाहिए। क्योंकि शरीर की रिकवरी और बेस्ट रिजल्ट्स के लिए शरीर को आराम देना बहुत जरूरी होता है। इसके अलावा, एक दिन में 45 से 60 मिनट तक एक्सरसाइज करना पर्याप्त माना जाता है, क्योंकि अधिक वर्कआउट करने से मांसपेशियों को नुकसान पहुंचता है। जिससे दर्द और ऐंठन महसूस होती है। साथ ही मांसपेशियों में कमजोरी महसूस होती है। ज्यादा ट्रेनिंग करने से हमारे जोड़ों व हड्डियों को भी नुकसान पहुंचता है। दिन में 2 बार वर्कआउट एथलीट और प्रोफेशनल बॉडीबिल्डर करते हैं, लेकिन वे अपने वर्कआउट के अनुसार शरीर को पर्याप्त पोषण प्रदान करने और आराम का भी ध्यान रखते हैं। हालांकि, वे भी सालभर इस तरह वर्कआउट नहीं करते हैं। वे कॉम्पिटीशन से कुछ सप्ताह पहले ही कड़ी ट्रेनिंग करना शुरू करते हैं। इसलिए इन बातों को हमेशा ध्यान रखें।
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