आज के समय में प्रदूषण और दूषित खानपान की वजह से लोगों को डायबिटीज और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, लाइफस्टाइल में होने वाले बदलाव और सेहत पर ध्यान न देने की वजह से लोगों को डायबिटीज की समस्या होने लगी है। दुनियाभर में हर साल डायबिटीज के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। डायबिटीज को मैनेज न कर पाने के कारण लोगों को डायबिटीज बर्नआउट की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। यह ऐसी स्थिति है जिसमें रोगी भावनात्मक और शारीरिक रूप से थकावट महसूस करता है और उसे डायबिटीज को कंट्रोल कर पाने में परेशानी होती है। आगे नोएड़ा के फैमिली क्लीनिक के सीनियर फिजिशियन डॉक्टर विनोद कुमार से जानते हैं कि डायबिटीज बर्नआउट क्या है। इसके क्या लक्षण हो सकते है और डायबिटीज बर्नआउट (Diabetes Burnout) से कैसे बचा जा सकता है।
डायबिटीज बर्नआउट क्या है? - What is diabetes burnout in hindi
डायबिटीज को मैनेज या कंट्रोल करने के लिए प्रयास करने के दौरान कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। कई बार इन मुश्किलों के कारण रोगी को भावनात्मक और मानसिक थकान (Mental Stress) का अहसास होता है। इस स्थिति को ही "डायबिटीज बर्नआउट" के नाम से पहचाना जाता है। दरअसल, डायबिटीज होने के बाद ब्लड शुगर की नियमित जांच करनी होती है, साथ ही मरीज को डाइट पर भी कई तरह के बदलाव करने पड़ते हैं। वहीं, डायबिटीज की वजह से व्यक्ति को कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे डायबिटीज रोगी को कई बार निराशा, चिंता और थकावट महसूस हो सकती है। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए व्यक्ति को कई चुनौतियों से गुजरना पड़ सकता है।
टॉप स्टोरीज़
डायबिटीज बर्नआउट के लक्षण - Symptoms Of Diabetes Burnout In Hindi
- डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए किए गये डाइट व लाइफस्टाइल बदलावों की अनदेखी करना।
- व्यक्ति को खुद को इमोशनली रूप से थका हुआ महसूस करता है। साथ ही, उसको मूड में बदलाव व चिड़चिड़ापन हो सकता है।
- इस स्थिति में व्यक्ति समाज से दूरी बनाने लगता है।
- ब्लड शुगर के स्तर में परिवर्तन होना।
- तनाव व भावनात्मक दबाव की वजह से ब्लड शुगर में उतार-चढ़ाव होना, आदि।
डायबिटीज बर्नआउट से बचाव के उपाय - Prevention Tips Of Diabetes Burnout In Hindi
करीबियों के साथ समय बिताएं
डायबिटीज बर्नआउट को रोकने के लिए परिवार, दोस्तों व करीबियों के साथ मिलकर मन की बातों को शेयर करें। वह आपके लिए सपोर्ट सिस्टम की तरह कार्य करते हैं।
छोटे लक्ष्य निर्धारित करें
डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए लाइफस्टाइल में छोटे-छोटे बदलावों से शुरुआत करें। साथ ही, उनके पूरा होने पर दूसरा लक्ष्य बड़ा करते रहें।
डायबिटीज को मैनेज करने की तकनीक में बदलाव करें
डायबिटीज को कंट्रोल व मैनेज करने के लिए अलग-अलग तकनीक अपनाएं। इससे करने से आपको बोरियत महसूस नहीं होगी। साथ ही, डायबिटीज आसानी से कंट्रोल हो जाएगी।
एक्सपर्ट या डॉक्टर की मदद लें
डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए डाइट में आवश्यक बदलाव करने के लिए आप डाइटिशियन की मदद ले सकते हैं। ठीक इसी तरह दवाओं के डोज की मात्रा को कम करने के लिए आप डॉक्टर से बात कर सकते हैं। डॉक्टर मौजूद स्थिति के आधार पर सही सलाह देगें।
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डायबिटीज को मैनेज करते समय आपको कुछ चुनौतियों का सामना बेशक करना पड़ सकता है। लेकिन, यह आपके लिए आवश्यक होती है। ऐसे में आप खुद पर भरोसा रखें और खुद को व्यस्त रखें। डायबिटीज होने पर शारीरिक गतिविधियों को बढ़ाएं। इससे भी आपको डायबिटीज में तुरंत आराम मिलने लगता है। अगर किसी तरह की समस्या हो तो उसे अनदेखा न करें, ऐसे में तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।