महिलाओं को प्रेग्नेंसी के समय कई कारकों की वजह से मिसकैरेज की समस्या का सामना करना पड़ता है। ये स्थिति महिला के लिए मानसिक और भावनात्मक रूप से संवेदनशील होती है। इस दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। मिसकैरेज के बाद महिला के शरीर में एचसीजी HCG (Human Chorionic Gonadotropin) का स्तर धीरे-धीरे नॉर्मल स्थिति में आता है। एचसीजी हार्मोन प्रेग्नेंसी की कंफर्मेशन के लिए महत्वपूर्ण होता है। प्रेग्नेंसी को दौरान इसका लेवल महिलाओं में हाई होता है, जो मिसकैरेज या प्रेग्नेंसी पूरी होने के बाद नॉर्मल आती है। इस लेख में साईं पॉलिक्लीनिक की सीनियर गाइनाक्लॉजिस्ट विभा बंसल से जानते हैं कि मिसकैरेज के बाद HCG स्तर को सामान्य होने में कितना समय लगता है और इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें क्या होती हैं।
मिसकैरेज के बाद HCG स्तर सामान्य होने में कितना समय लगता है? - How Long Does It Take HCG Level To Become Normal After Miscarriage In Hindi
HCG हार्मोन प्रेग्नेंसी के दौरान गर्भनाल द्वारा रिलीज होता है, जो गर्भ में बच्चे के विकास में सहायक होता है। यह हार्मोन गर्भधारण के शुरुआती हफ्तों में तेजी से बढ़ता है और गर्भावस्था की पुष्टि के लिए इसके स्तर को देखा जाता है। वहीं, मिसकैरेज के बाद, HCG का स्तर धीरे-धीरे कम होने लगता है, जब तक कि यह दोबारा से सामान्य स्तर पर नहीं पहुंच जाता। इस स्थिति में एचसीजी का स्तर सामान्य होने में कई कारक जिम्मेदार होते हैं। इनके बारे में आगे बताया गया है।
गर्भावस्था की समय - Duration of Pregnancy
गर्भपात किस समय हुआ है, इसका एचसीजी हार्मोन के स्तर पर सीधा असर पड़ता है। अगर प्रेग्नेंसी के शुरुआती चरणों में गर्भपात होता है, तो HCG स्तर कम होता है और इसे सामान्य होने में कम समय लगता है। आमतौर पर, शुरुआती प्रेग्नेंसी में गर्भपात के बाद HCG स्तर को सामान्य होने में 1 से 2 हफ्ते लग सकते हैं। वहीं, अगर मिसकैरेज गर्भावस्था के बाद के चरणों में होता है, तो HCG स्तर को सामान्य होने में 4 से 6 हफ्ते तक का समय लग सकता है।
एचसीजी का प्रारंभिक स्तर - Initial HCG Levels
मिसकैरेज के समय HCG का स्तर जितना अधिक होता है, उसे सामान्य स्तर पर आने में उतना ही अधिक समय लगता है। हाई लेवल के मामलों में HCG स्तर घटने में अधिक समय लगता है।
शरीर का मेटाबॉलिज्म - Body’s Metabolism
हर महिला का शरीर अलग होता है, और यह इस बात पर निर्भर करता है कि शरीर HCG हार्मोन को कितनी तेजी से प्रक्रिया करता है। कुछ महिलाओं का HCG स्तर तेजी से गिरता है, जबकि कुछ को सामान्य स्तर पर आने में अधिक समय लग सकता है।
मिसकैरेज के बाद HCG की जांच क्यों जरूरी है?
मिसकैरेज के बाद नियमित रूप से HCG स्तर की जांच करना इसलिए महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह यह सुनिश्चित करता है कि मिसकैरेज पूर्ण रूप से हुआ है और कोई प्रेग्नेंसी का टिश्यू बचा नहीं है। यदि एचसीजी का लेवल अपेक्षित दर से नहीं घटता है, तो यह संकेत हो सकता है कि गर्भाशय में कुछ प्रेग्नेंसी के टिश्यू शेष रह गये हैं। जिसे हटाने के लिए अन्य प्रक्रिया की जा सकती है।
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गर्भपात के बाद HCG स्तर को सामान्य होने में 1 से 6 सप्ताह तक का समय लग सकता है, जो गर्भावस्था की अवधि, प्रारंभिक एचसीजी स्तर और अन्य व्यक्तिगत कारकों पर निर्भर करता है। इस दौरान नियमित मेडिकल जांच और मानसिक-शारीरिक देखभाल बेहद जरूरी होती है। इस दौरान आप अपने डॉक्टर से संपर्क में रहें और अपने स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखें।