हम जैसे-जैसे बड़े होते जाते हैं वैसे-वैसे हमारी त्वचा पर फर्क दिखता है। मसलन जब हम छोटे होते हैं तब स्किन चिकनी और बिना किसी दाग-धब्बे वाली होती है, लेकिन जब हम बड़े हो जाते हैं, तो चेहरे पर मुंहासें, ड्राइनेस, मस्से, झुर्रियां आदि जैसी परेशानियां शुरू हो जाती हैं। क्या आप जानते हैं कि आपके चेहरे पर स्किन से संबंधित परेशानियां हार्मोन में बदलाव का संकेत हैं। यह हार्मोन में बदलाव पुरुष और महिला दोनों में होते हैं। हार्मोन में बदलाव होने पर आपको स्किन से संबंधित कौन सी परेशानियां होती हैं इसके बारे में हमने बात की आगरा में डर्मेटॉलोजिस्ट डॉ. इशिता राका पंडित से। उन्होंने बताया कि महिलाओं में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन होते हैं जिनमें परिवर्तन होने पर उनकी स्किन पर प्रभाव पड़ता है। तो वहीं, पुरुषों में एंड्रोजन होता है जिससे उनकी स्किन पर बदलाव दिखता है। डॉक्टर का कहना है कि किसी महिला में एस्ट्रोजन हार्मोन कितना बन रहा है उससे उसकी स्किन हेल्दी रहती है। संतुलित मात्रा में एस्ट्रोजन है तो उससे स्किन स्वस्थ रहेगी। तो आइए डॉक्टर से समझते हैं कि हमारी स्किन को हार्मोन में परिवर्तन कैसे प्रभावित करता है।
हार्मोन में परिवर्तन होने पर स्किन संबंधी समस्याएं
डॉ. इशिता राका ने बताया कि जब तक किसी महिला को माहवारी शुरू नहीं होती है तब तक उसकी स्किन सही रहती है। स्किन से संबंधित परेशानियां माहवारी की उम्र के बाद शुरू होती हैं। माहवारी शुरू होने पर एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का साइकिल शुरू हो जाता है। किसी-किसी केस में एंड्रोजन्स का भी केस होता है। एंड्रोजन्स पुरुष के हार्मोन होते हैं। किसी-किसी किशोर में यह हार्मोन भी सक्रिय हो जाता है। डॉक्टर इशिता ने निम्न स्किन संबंधी परेशानियां जो हार्मोन में बदलाव होने पर होती हैं।
1. मुहांसे (Acne)
बहुत सी लड़कियों और लड़कों को मुहांसो की समस्या होती है। लोगों में यह समस्या आम है। लेकिन अगर लड़कियों में माहवारी के समय ज्यादा एक्ने हो रहे हैं और आगे बढते ही जा रहे हैं तो यह संकेत है कि आप में कोई हार्मोन बदलाव हो रहा है। डॉक्टर ने बताया कि स्किन पर एक्ने की समस्या तब होती है जब शरीर में एस्ट्रोजन ड्रॉप होता है। जब एस्ट्रोजन ड्रॉप होता है तब शरीर में ग्लैंड का ऑइल जितना होना चाहिए वो उतना नहीं हो पाता है। उस वजह से वो ग्लैंड बंद हो जाता है और उस पर एक्ने निकल आता है।
2. महिलाओं के चेहरे पर बाल आना
हार्मोन में परिवर्तन पर महिलाओं के चेहरे पर भी लड़कों जैसे बाल आ जाते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पुरुषों में पाया जाने वाला हार्मोन टेस्टोस्टेरॉन एंड्रोजन किसी-किसी महिला के भीतर भी आ जाता है। एस्ट्रोजन के साथ-साथ टेस्टोस्टेरॉन एंड्रोजन भी आ जाता है। जिसकी वजह से लड़कियों के चेहरे पर लड़कों जैसी बालों की ग्रोथ होती है। ये बाल ठोडी (Chin) या गाल (chicks) पर दिखते हैं। टेस्टोस्टेरॉन एंड्रोजन भी तेल ग्रंथियों पर काम करता है। जिस वजह से आपकी स्किन ऑइली रहती है और आपको एक्ने हो सकता है।
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3. स्किन पर ड्राइनेस और आंखों के नीचे डार्क सर्कल
मौसम कोई भी हो लेकिन आपकी स्किन ड्राई रहती है तो यह थायरॉयड ग्रंथि में असंतुलन की वजह हो सकता है। डॉ. इशिता का कहना है कि अगर किसी की थायरॉयड ग्रंथि अनियंत्रित है तो उसको भी स्किन से संबंधित समस्याएं होंगी। ऐसे व्यक्ति की स्किन बहुत ड्राई और रफ रहेगी। थायरॉयड की वजह से आपको आंखों के नीचे डार्क सर्किल भी आ सकते हैं। और बाल भी झड़ सकते हैं।
4. गर्दन और चेहरे का ज्यादा काला होना
जिन लोगों की गर्दन और चेहरा शरीर के बाकी रंग से ज्यादा काला होता है उनमें इंसुलिन हार्मोन में अनियंत्रितता देखी जाती है। जिन महिलाओं में वजन ज्यादा होता है और वे वजन कम नहीं कर पातीं तो ऐसी महिलाओ में इंसुलिन की अनियंत्रित बढ़ जाती है। और स्किन का वजन बढ़ जाता है। इसके अलावा स्किन पर मस्से, गर्दन और चेहरा का क्षेत्र ज्यादा काला हो जाता है। इसमें बॉडी का इंसुलिन डिरेंज्ड होता है और ये समस्या होती है।
5. ऑइली त्वचा
जिन महिलाओं में एस्ट्रोजन ज्यादा बनता है उनकी स्किन ऑइली होती है। यह एस्ट्रोजन शरीर में अलग-अलग कारणों से घटता या बढ़ता है। जिन लोगों में एस्ट्रोजन हार्मोन सही रहता है तो उनकी स्किन हाइड्रेटिड, स्किन में मस्से कम होंगे, आपकी स्किन में झुर्रियां कम पड़ेंगी और ड्राई कम होगी और जहां एस्ट्रोजन कम होगा वहां ये समस्याएं बढ़ जाएंगी।
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6. मेनोपॉज में स्किन सैगिंग
माहवारी शुरू होते समय भी लड़कियों को कई दिक्कते हैं और खत्म होते समय भी दिक्कते होते हैं। जब मेनोपॉज का समय आता है तब महिलाओं की स्किन पर ज्यादा मुहांसों की समस्या होती है। मेनोपॉज में स्किन सैग होती है। स्किन ड्राई रहती है। स्किन पर झुर्रियां, हाइड्रेशन नहीं रहता है। शरीर ड्राई रहता है। ये एस्ट्रोजन में कमी की वजह से होता है।
क्या है इलाज (Treatment)
- ऐसा नहीं है कि स्किन पर होने वाली हर परेशानी के लिए हार्मोन जिम्मेदार हैं। इसके लिए डॉ. इशिता का कहना है कि जिनको कोई समस्या नहीं हो, सिर्फ माहवारी आने के समय चेहरे पर एक्ने निकल आते हैं, वे लोग सैलिसिलिक एसिड बेस्ड फेस वॉश का इस्तेमाल करें। ताकि उनके चेहरे पर जो दिक्कत आ रही है उसको नियंत्रित किया जा सके। एक्ने की दवाएं भी आती हैं, वो भी ली जा सकती हैं।
- मेनोपॉज के ट्रीटमेंट में हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (एचआरटी) किया जाता है। इस थेरेपी का प्रमुख इंग्रेडियंट एस्ट्रोजन होता है। क्योंकि बॉ़डी एस्ट्रोजन नहीं बना पाती इसलिए बाहर से दिया जाता है। इसमें स्त्री रोग विशेषज्ञ से भी मिलना चाहिए।
- जिनको हार्मोनल दिक्कते हैं, उन्हें इलाज कराना पड़ता है।
- थायरॉयड बढ़ने पर एंटी-थायरॉयड दवाएं चलती हैं। अगर आपका इंसुलिन रेसिस्टेंस है तो उसकी दवाएं चलती हैं। तो हर हार्मोन की अलग दवा चलती है। लेकिन अगर आपको हार्मोनल कोई इशु नहीं है तो नॉर्मल स्किन केयर का रूटीन फॉलो करें।
हार्मोन में परिवर्तन होने पर चेहरे पर एक्ने, झुर्रियां, ड्राइनेस, आंखों के नीचे काल धब्बे जैसी परेशानियां देखने को मिलती हैं। अगर यह परेशानियां आपको माहवारी के समय और उससे पहले ज्यादा हो रही हैं तो आपको हार्मोन में परिवर्तन की वजह से यह परेशानी हो रही है, इसके लिए आपको डर्मेटॉलोजिस्ट से मिलना चाहिए।
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