राजमा चवाल उत्तर भारतीयों के सबसे प्रमुख भोजन में से एक है। हालांकि, हम में से कई इस कॉम्बो से यह सोचकर बचते हैं कि चावल की सामग्री हमारा वजन बढ़ाएगी। लेकिन क्या आप जानते हैं बीन्स और चावल का मिश्रण हाई प्रोटीन के लिए जाना जाता है? दरअसल जब ये दोनों खाद्य पदार्थ एक साथ खाए जाते हैं तो प्रोटीन में मौजूद सभी तत्व हमें प्राप्त हो जाते हैं। राजमा या लाल किडनी की फलियों को पूरे मसालों के साथ पकाया जाता है और कई भारतीय घरों में चावल और रोटियों के साथ गाढ़ी ग्रेवी के रूप में बनाया जाता है। इस तरह ये सारे भारतीय मसाले इसमें और पोषक तत्व जोड़ देते हैं और इस तरह ये एक इम्यूनिटी बूस्टर डाइट बन जाता है। वहीं इसके कई और फायदे भी हैं, जिसके बारे में बताते हुए शेफ विक्की रत्नानी (Chef Vicky Ratnani) ने अपने इंस्टा पर एक पोस्ट शेयर किया है।
कैसे इम्यूनिटी बूस्टर है राजमा चावल
इंस्टा पर इस पोस्ट को शेयर करते हुइ शेफ विक्की रत्नानी ने बताया कि कैसे राजमा चावल आपकी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए अच्छा है। शेफ विक्की रत्नानी बताते हैं कि राजमा प्लांट-आधारित प्रोटीन है, जिसमें अच्छी मात्रा में खनिज, कैल्शियम, विटामिन, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं। वहीं जब आप इसे साथ में खाते हैं, तो वे प्रोटीन में पाए जाने वाले आवश्यक अमीनो एसिड को शरीर में छोड़ देते हैं, जो कि अलग-अलग होने पर गायब हो जाते हैं। इस तरह आपका शरीर अमीनो एसिड भी पा लेता है। शेफ विक्की रत्नानी कहते हैं कि “मैं सिर्फ राजमा-चवल प्यार करता हूं और इसे रोज खा सकता हूं। ऐसा इसलिए क्योंकि यह प्रोटीन और एंथोसायनिन में बहुत स्वस्थ और उच्च है।''
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राजमा चावल के अन्य फायदे
- -यह खाद्य कॉम्बो आपको अपने दैनिक आहार फाइबर की जरूरतों का 40-50% देता है, जो आपके आंत्र को सुचारू रखने में मददगार है। इसके अलावा ये कब्ज को कम करने और आपके रक्त कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है।
- -प्रोटीन और फाइबर के अलावा इनके फलियां में खनिजों, कैल्शियम और लोहे के ढेर से भरे होते हैं।
- -ये लो-ग्लाइसेमिक-इंडेक्स फूड हैं और आपको अधिक समय तक भरा रखते हैं, जिससे आपको बार-बार भूख नहीं लगती है।
- - चूंकि राजमा में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, इसलिए यह मधुमेह रोगियों के लिए भी ये फायदेमंद है।
- - इसके साथ ही ये एंटीऑक्सिडेंट की एक सरणी में भी समृद्ध है और एक प्राकृतिक डिटॉक्सीफायर (detoxifier) का काम करता है।
- -उच्च फाइबर सामग्री इंटेस्टाइन को भी फिट रखती है। वहीं राजमा में मौजूद जिंक तत्व आंखों और बालों और त्वचा के लिए अच्छा होता है।
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इस भोजन को और भी अधिक पौष्टिक कैसे बनाएं:
यहां राजमा चावल की थाली को और भी स्वस्थ बनाने के लिए अपने आहार में शामिल करने के लिए कुछ चीजों को इस थाली में अपना सकते हैं।
- - वजन घटाने में तेजी लाने के लिए, आप इसमें ब्राउन राइस पर स्विच करने की कोशिश कर सकते हैं, जिसमें वसा की मात्रा कम होती है और चीनी का स्तर भी कम होता है।
- - सुनिश्चित करें कि आप सही मात्रा में खाएं। एक आदर्श प्लेट में सेम और चावल दोनों की एक समान मात्रा होनी चाहिए ताकि आपका भोजन जीआई के स्तर पर कम हो और आपको ज्यादा भरा-भरा न लगे।
- -अपने भोजन के साथ ताजा सलाद परोसें। यह आपके पोषण में जोड़ देगा।
- - पकवान बनाते समय, सुनिश्चित करें कि आप राजमा को अच्छी तरह से उबालें। वहीं इसमें दालचीनी, लौंग और काली मीर्च का उबालते समय ही डालें और इसी पानी में राजमा बलाएं। इस तरह ये आपकी इम्यूनिटी बढ़ाने में और मदद करेगा।
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