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World Menopause Day: महिलाओं के यौन स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है मेनोपॉज, जानें कैसे?

मेनोपॉज फेज में महिलाओं में यौन इच्छाएं कम हो सकती हैं। इस दौरान महिलाओं को वजाइनल हेल्थ में बदलाव होता है, जिसकी वजह से यौन स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है।
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World Menopause Day: महिलाओं के यौन स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है मेनोपॉज, जानें कैसे?


Menopause Affect Sexual Health: मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से परेशान होना पड़ता है। इस दौरान महिलाओं को रात में पसीना आना, मूड स्विंग्स, तनाव, अवसाद जैसे लक्षणों का सामना करना पड़ सकता है। इतना ही नहीं, मेनोपॉज महिलाओं के यौन स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है। यानी मेनोपॉज फेज में महिलाओं की यौन इच्छाएं कम हो सकती हैं। इस दौरान महिलाओं को वजाइनल हेल्थ में बदलाव होता है, जिसकी वजह से यौन स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। इसके अलावा, हार्मोनल बदलाव भी यौन स्वास्थ्य में बदलाव का कारण बन सकता है। महिलाओं को मेनोपॉज के बारे में जागरूक बनाने के लिए हर साल 18 अक्टूबर को विश्व मेनोपॉज दिवस मनाया जाता है। आज इसी मौके पर मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर, नई दिल्ली की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से जानें मेनोपॉज यौन स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित करता है?

मेनोपॉज यौन स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित करता है?- How Does Menopause Affect Sexual Health in Hindi

1. हार्मोनल बदलाव

मेनोपॉज यानी रजोनिवृत्ति के दौरान महिलाओं में हार्मोनल बदलाव होते हैं। इस दौरान एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर कम होने लगता है। इसकी वजह से महिलाओं में कामेच्छा में कमी हो सकती है। आपको बता दें कि एस्ट्रोजन हार्मोन जननांगों में रक्त प्रवाह को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है। यौन उत्तेजना के लिए रक्त प्रवाह का बेहतर होना बहुत जरूरी होता है। ऐसे में जब एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर कम होता है, तो इस स्थिति में यौन इच्छा कम हो सकती है।

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2. तनाव और अवसाद

मेनोपॉज के दौरान महिलाओं का मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है। शरीर में हार्मोनल बदलाव की वजह से मूड में बदलाव हो सकता है। इस दौरान महिलाएं तनाव, चिंता और अवसाद से घिर सकती है। इसकी वजह से सेक्स में रुचि कम हो सकती है। ऐसे में आपको तनाव से बचने के लिए मेडिटेशन और प्राणायाम जरूर करना चाहिए।

इसे भी पढ़ें- World Menopause Day: मेनोपॉज के लक्षण कितने समय तक रहते हैं? जानें इससे कैसे प्रभावित होती है महिलाओं की सेहत

3. वजाइनल ड्राईनेस

मेनोपॉज के दौरान शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर कम होने की वजह से वजाइनल ड्राईनेस हो जाती है। योनि में सूखापन होने की वजह से यौन स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। दरअसल, वजाइनल ड्राईनेस की वजह से सेक्स करना दर्दनाक हो सकता है। यह स्थिति महिलाओं के लिए असुविधा का कारण बन सकती है। मेनोपॉज फेज में कई महिलाओं को योनि में सूखापन होने लगता है।

मेनोपॉज फेज में यौन स्वास्थ्य को कैसे बनाएं बेहतर?

मेनोपॉज के दौरान यौन स्वास्थ्य प्रभावित हो जाता है। इस फेज में महिलाओं में कामेच्छा में कमी आ सकती है। ऐसे में आप कुछ उपाय आजमा सकते हैं।

  • वजाइनल ड्राईनेस को कम करने के लिए आप मॉइश्चराइजर या ल्यूब्रिकेंट का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे योनि के सूखेपन को कम करने में मदद मिल सकती है। इससे संभोग को आसान बनाया जा सकता है।
  • मेनोपॉज के दौरान योनि की मांसपेशियों भी कमजोर हो सकती हैं। उनमें सेंसिटिविटी बढ़ सकती है। ऐसे में पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को मजबूत बनाने वाले एक्सरसाइज करना फायदेमंद हो सकता है। 
  • हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी की मदद से भी यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है। इस थेरेपी की मदद से शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ाया जाता है। इससे ड्राईनेस को कम करने में मदद मिलती है और कामेच्छा बढ़ाई जा सकती है।

मेनोपॉज यौन स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। दरअसल, इस फेज में एस्ट्रोजन का स्तर कम हो जाता है, जो महिलाओं के संपूर्ण स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। अगर आपको गंभीर लक्षणों का अनुभव हो, तो डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करें।

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