How Does Dengue Affect The Brain In Hindi: बारिशोंं में जलभराव व गंदगी में पनपने वाले मच्छरो की वजह से लोगों को कई तरह के संक्रमण और बुखार होने का जोखिम बढ़ जाता है। कई बार यह मच्छर आपको मलेरिया और डेंगू जैसे रोगों की चपेट में लेने का कारण बनते हैं। डेंगू एक वायरल बुखार है जो मच्छर (Aedes aegypti) के काटने से फैलता है। यह बीमारी आमतौर पर शरीर में तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, प्लेटलेट्स की कमी और कमजोरी जैसी समस्याएं पैदा करती है। लेकिन हाल के वर्षों में देखा गया है कि गंभीर डेंगू संक्रमण मस्तिष्क (Brain) को भी प्रभावित कर सकता है। डेंगू का मस्तिष्क पर प्रभाव पहले कम समझा गया था, लेकिन अब कई रिसर्च से यह स्पष्ट हो चुका है कि डेंगू संक्रमण से न्यूरोलॉजिकल समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं, जो कभी-कभी जानलेवा बन जाती हैं। इस लेख में यशोदा अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट इंटनरल मेडिसिन डॉ एपी सिंह से जानेंगे कि डेंगू कैसे मस्तिष्क को प्रभावित करता है, इसके लक्षण क्या हैं, इसके पीछे की जैविक प्रक्रिया क्या है और समय पर इलाज क्यों जरूरी है।
डेंगू मस्तिष्क को कैसे प्रभावित करता है? - How Dengue Affect Brain In Hindi
डेंगू वायरस, फ्लेविवाइरिडी (Flaviviridae) परिवार का RNA वायरस है। ये वायरस शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली पर हमला करते हैं और रक्त कोशिकाओं को प्रभावित करते हैं। जब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है, तो वायरस कई अंगों तक फैल सकता है, जिनमें मस्तिष्क भी शामिल है। डेंगू वायरस सामान्य रूप से रक्त प्रणाली को प्रभावित करता है, लेकिन कुछ मामलों में यह ब्लड-ब्रेन बैरियर को पार करके मस्तिष्क में प्रवेश कर जाता है। यह स्थिति दुर्लभ होती है, लेकिन जब होती है तो इसे न्यूरोडेंगू (Neuro Dengue) कहा जाता है।
सीधा संक्रमण (Direct Viral Invasion)
कुछ मामलों में डेंगू वायरस मस्तिष्क के टिश्यू (brain tissues) को सीधे संक्रमित कर देता है, जिससे डेंगू एन्सेफलाइटिस (Dengue Encephalitis) हो सकता है। इसे मस्तिष्क में सूजन भी कहा जाता है। इससे भ्रम, दौरे (seizures), बेहोशी और यहां तक कि कोमा जैसी स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं।
इम्यून प्रतिक्रिया से नुकसान (Immune-mediated damage)
कभी-कभी डेंगू वायरस मस्तिष्क को सीधे संक्रमित नहीं करता, लेकिन शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली अत्यधिक सक्रिय होकर मस्तिष्क की कोशिकाओं पर हमला करने लगती है। इससे एडिमा (सूजन), न्यूरॉन्स को नुकसान और न्यूरोलॉजिकल समस्याएं होती हैं।
रक्तस्राव (Intracranial Hemorrhage)
डेंगू में प्लेटलेट्स की संख्या तेजी से घटती है, जिससे शरीर में खून का थक्का नहीं बनता। मस्तिष्क में रक्तस्राव (bleeding in the brain) की संभावना बढ़ जाती है। यह स्थिति अत्यंत गंभीर हो सकती है।
सेरेब्रल वेस्कुलाइटिस (Cerebral Vasculitis)
डेंगू के कुछ मामलों में मस्तिष्क की नसों में सूजन आ जाती है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन बाधित होता है और न्यूरोलॉजिकल लक्षण सामने आते हैं।
डेंगू होने पर क्या लक्षण दिखाई देते हैं? - Symptoms Of Dengue In Hindi
डेंगू से प्रभावित मस्तिष्क में कुछ लक्षण देखे जा सकते हैं। इनको आगे बताया गया है।
- अत्यधिक सिरदर्द, जो सामान्य पेन किलर से भी ठीक नहीं होता है
- देखने में परेशानी होना
- किसी चीज का भ्रम, चक्कर या बोलने में कठिनाई
- दौरे (Seizures) या मिर्गी जैसे लक्षण
- शरीर के एक हिस्से में अचानक कमजोरी या लकवा
- बेहोशी होना
- बच्चों में चिड़चिड़ापन, लगातार रोना या सुस्ती
- यदि डेंगू के दौरान इन लक्षणों में से कोई भी दिखे, तो तुरंत न्यूरोलॉजिस्ट या विशेषज्ञ से संपर्क करें।
डेंगू से बचाव के उपाय – How To Prevent Dengue In Hindi
डेंगू से बचना ही सबसे बेहतर तरीका है। इसके लिए आप आगे बताये उपायों को अपना सकते हैं।
- घर और आसपास मच्छर न पनपने दें।
- फुल स्लीव कपड़े पहनें।
- मच्छरदानी और रिपेलेंट का प्रयोग करें।
- जल जमाव न होने दें।
- बुखार होने पर तुरंत जांच करवाएं और डॉक्टर से मिलें।
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डेंगू को अक्सर एक साधारण वायरल बुखार समझा जाता है, लेकिन अगर यह मस्तिष्क को प्रभावित कर दे, तो स्थिति गंभीर और जानलेवा हो सकती है। समय पर पहचान, इलाज और सतर्कता से न केवल जीवन बचाया जा सकता है, बल्कि स्थायी न्यूरोलॉजिकल नुकसान से भी बचा जा सकता है। इसलिए, डेंगू के दौरान अगर मानसिक स्थिति में कोई बदलाव दिखे, तो इसे हल्के में न लें। यह मस्तिष्क पर डेंगू का प्रभाव हो सकता है।
FAQ
डेंगू में सबसे पहले कौन से लक्षण आते हैं?
डेंगू के लक्षणों में पेट में दर्द, उल्टी या मल में खून आना, मसूड़ों या नाक से खून आना, बार-बार उल्टी आना या बहुत ज्यादा थकान या बेचैनी शामिल है।क्या डेंगू में ठंड लगती है?
हां, डेंगू में व्यक्ति को ठंड लगने के साथ ही बुखार आता है। इसके अलावा, तेज सिरदर्द, आंखों को हिलाने पर दर्द, अत्यधिक थकान और पूरे शरीर में गंभीर दर्द होता है, खासकर पीठ, पैरों और जोड़ों भी होता है।मच्छर के काटने के कितने दिन बाद डेंगू बुखार होता है?
मच्छर काटने के 3 से 14 दिनों के बीच डेंगू के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। आमतौर पर, कुछ मामलो में लक्षण 4 से 10 दिनों के बाद प्रकट होते हैं।