How do you Know if Your Cancer is Hereditary : देश और दुनिया में कैंसर के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। अगर भारत में कैंसर के मामलों की बात करें, तो यह संख्या 2022 में 14.61 मिलियन के आसपास थी, जिसके 2025 में बढ़कर 15.7 मिलियन होने का अनुमान लगाया जा रहा है। कैंसर होने के पीछे कई कारण शामिल होते हैं। इन्हीं में से एक जेनेटिक कारण भी है। बता दें कि कई लोगों के परिवार में कैंसर की मजबूत हिस्ट्री होती है। ऐसे में आम लोगों के मुकाबले इन लोगों में कैंसर होने का खतरा ज्यादा होता है। अब कई लोगों के मन में यह सवाल आ सकता है कि कैंसर जैसी बीमारी माता-पिता से बच्चों में किस तरह फैल सकती है? साथ ही, कैंसर के कई अलग प्रकार होते हैं। ऐसे में पता कैसे चलेगा कि जेनेटिक कारणों से फैलने वाला कैंसर आखिर कौन-सा होता है? अगर आपके मन में भी कैंसर से जुड़े ये सवाल उठ रहे हैं, तो आज का यह आर्टिकल आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। यहां हम डॉ. पूजा बब्बर, सलाहकार - मेडिकल ऑन्कोलॉजी, सीके बिड़ला अस्पताल गुरुग्राम (Dr. Pooja Babbar, Consultant - Medical Oncology, CK Birla Hospital Gurugram) से जानेंगे कि कैंसर पीढ़ी दर पीढ़ी आगे कैसे बढ़ता है और इस स्थिति में कौन-से कैंसर होने का खतरा ज्यादा रहता है?
कैंसर विरासत में कैसे मिलता है?- How is Cancer Inherited
कैंसर ज्यादातर जेनेटिक म्यूटेशन के कारण होता है। हालांकि, कैंसर के कुछ ही मामलों में ये वंशानुगत (Hereditary) होते हैं। वंशानुगत कैंसर की स्थिति तब होती है, जब किसी व्यक्ति को एक या दोनों पैरेंट से कैंसर जीन म्यूटेशन विरासत में मिलता है। इससे कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे म्यूटेशन शरीर के सभी सेल्स में होते हैं और पीढ़ियों तक विरासत में मिल सकते हैं। बता दें कि कैंसर से संबंधित म्यूटेशन विरासत में मिलने का मतलब यह नहीं है कि व्यक्ति को कैंसर होना तय है। इसका मतलब होता है कि व्यक्ति को कैंसर होने की संभावना नॉर्मल लोगों के मुकाबले ज्यादा होती है।
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कौन-से कैंसर वंशानुगत होते हैं?- Which Cancers are Hereditary
कुछ कैंसर में एक वंशानुगत कारक (Hereditary Factor) महत्वपूर्ण होता है। जैसे कि ब्रेस्ट और ओवेरियन कैंसर अक्सर BRCA1 और BRCA2 जीन में म्यूटेशन से जुड़े होते हैं। वहीं, डीएनए रिपेयर जीन में म्यूटेशन होने की वजह से लिंच सिंड्रोम, कोलोरेक्टल, एंडोमेट्रियल और अन्य कैंसर होने के जोखिम बढ़ जाते हैं। पारिवारिक एडिनोमेटस पॉलीपोसिस (FAP) एक और वंशानुगत सिंड्रोम (Hereditary Syndrome) है, जो कोलन कैंसर के जोखिम को बढ़ाता है। अन्य वंशानुगत कैंसर (Hereditary Cancers) की बात करें, तो इसमें रेटिनोब्लास्टोमा, अग्नाशय के कैंसर (Pancreatic Cancer), प्रोस्टेट कैंसर और कुछ प्रकार के मेलेनोमा शामिल हैं।
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बता दें कि जेनेटिक टेस्टिंग का इस्तेमाल वंशानुगत कैंसर (Hereditary Cancer) के जोखिमों को निर्धारित करने में मदद करता है। इसका पता लगने के बाद व्यक्ति लाइफस्टाइल में बदलाव, समय-समय पर जांच और निवारक सर्जरी (Preventive Surgery) से कैंसर के खतरे को कम कर सकता है। अगर आपके घर में कैंसर का एक मजबूत पारिवारिक इतिहास है, तो एक आनुवंशिक काउंसलर (Genetic Counselor) से मिलना सही हो सकता है। इस मामले में आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।