लाइफस्टाइल में बदलाव, प्रदूषण, कैमिकल्स के संपर्क में रहना और खानपान की अनियमित आदतों की वजह से लोगों को कई गंभीर रोग होने का खतरा बढ़ जाता है। यही कारण है कि आज के समय में कैंसर जैसे गंभीर रोग के मरीजों की संख्या में भी भारी इजाफा देखने को मिला है। जब व्यक्ति की कोशिकाओं के निर्माण तेजी से होता है तो यह कैंसर का कारण बन सकता है। इसके अलावा, अनुवांशिक कारण भी इसकी बड़ी वजह माने जाते हैं। कुछ कैंसर महिलाओं में ज्यादातर देखने को मिलते हैं। जिसमें पैपिलरी थायरॉइड कैंसर (Papillary Thyroid Cancer - PTC) थायरॉइड कैंसर को भी शामिल किया जाता है। यह कैंसर गले में स्थिति थायरॉइड ग्रंथि की कोशिकाओं में होता है। हालांकि, अन्य कैंसर की अपेक्षा यह कम खतरनाक होता है और सही समय पर इसकी पहचान कर इसे इलाज से नियंत्रित किया जा सकता है। लेकिन, कई कारकों से यह रोग महिलाओं में जोखिम को बढ़ा सकता है। इस लेख में यशोदा अस्पताल के ऑनकॉलोजिस्ट डॉक्टर अभिषेक यादव से जानते हैं कि महिलाओं में पैपिलरी थायरॉइड कैंसर का जोखिम क्यों होता है?
महिलाओं में पैपिलेरी थायरॉइड कैंसर का जोखिम क्यों होता है? - Risk Factors Of Papillary Thyroid Cancer In Women In Hindi
कैंसर का यह प्रकार पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलता है। स्टडी से पता चलता है कि इस कैंसर के चार केस में से तीन महिलाएं पाई जाती है। वहीं, 40 से अधिक आयु की महिलाओं में पैपिलरी थायरॉइड कैंसर का जोखिम अधिक होता है। नैसे थायरॉयड कैंसर के विभिन्न प्रकारों में अलग-अलग जोखिम कारक होते हैं। फिलहाल आगे जानते हैं इस रोग को बढ़ाने वाले जोखिम कारक क्या हो सकते हैं?
रेडिएशन एक्सपोजर
जो लोग बचपन में किसी तरह के इलाज के चलते रेडिएशन के संपर्क में आते हैं, उनमें पैपिलरी थायरॉयड कैंसर होने की संभावना अधिक होती है।
अनुवांशिक स्थितियां
जिन लोगों के परिवार में अनुवांशिक स्थितियों के कारण मल्टीपल कोलन ग्रोथ की हिस्ट्री होती है, उनमें पैपिलरी थायरॉयड कैंसर होने का जोखिम बढ़ सकता है। इसका एक उदाहरण फेमिलल एडेनोमेटस पॉलीपोसिस है।
परिवार में पहले किसी को कैंसर होना
पैपिलरी थायरॉयड कैंसर के करीब 5 प्रतिशत मरीजो में यह बीमारी उनके परिवार में होने की संभावना बढ़ जाती है। रिसर्च इस बात को जानने की कोशिश कर रहे हैं कि किस जीन की वजह से यह कैंसर हो सकता है।
आयोडीन की कमी या अधिकता
थायरॉइड ग्रंथि के सही कार्य के लिए आयोडीन की आवश्यकता होती है। आयोडीन की अधिकता या कमी दोनों ही स्थितियां थायरॉइड कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकती हैं।
लिंग के अधार पर
कैंसर का यह प्रकार पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में लगभग तीन गुना अधिक पाया जाता है। हालांकि, जब यह रोग पुरुषों में होता है तो यह तेजी से बढ़ता और फैलता है।
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पैपिलरी थायरॉइड कैंसर महिलाओं में तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन इसके जोखिम कारकों को समझकर और उचित सावधानियां अपनाकर इसे काफी हद तक रोका जा सकता है। संतुलित आहार, हेल्दी लाइफस्टाइल, नियमित जांच और आयोडीन का संतुलित सेवन इस बीमारी के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं। यदि आपको अपने शरीर में कोई असामान्य बदलाव महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और आवश्यक जांच करवाएं।