
कैंसर एक जानलेवा बीमारी है, जो दुनियाभर में लाखों को प्रभावित कर रहा है। किडनी, लिवर, पेट आदि कई तरह के कैंसर के कारण लोगों की मौत हो रही है, या उनका जीवन प्रभावित हो रहा है। ऐसे ही ब्रेन कैंसर भी एक जानलेवा बीमारी है, जो बड़ों से लेकर बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल रहा है। ऐसे में कुछ ऐसे कैंसर के मामले हैं, जो बड़ों से ज्यादा बच्चों (common cancers in children) में देखने को मिलते हैं। ब्रेन कैंसर, बच्चों में ट्यूमर के कारण होने वाली मौतों का एक बड़ा कारण है। लेकिन, बच्चों में ब्रेन ट्यूमर के लक्षणों को जानकर आप इसे बढ़ने से रोक सकते हैं। ऐसे में आइए नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में एसोसिएट कंसल्टेंट और रेडिएशन ऑन्कोलॉजी डॉ. नीतू पांडे (Dr. Neetu Pandey, Associate Consultant, Radiation Oncology, Fortis Hospital, Noida) से जानते हैं कि बच्चों में ब्रेन ट्यूमर कितने प्रकार के होते हैं (types of brain tumors in children) और इसके क्या लक्षण नजर आते हैं?
बच्चों में ब्रेन ट्यूमर के प्रकार क्या हैं? - What Are The Types Of Brain Tumour in Kids in Hindi?
1. मेडुलोब्लास्टोमा
मेडुलोब्लास्टोमा, एक जानलेवा ब्रेन ट्यूमर है, जो बच्चों के ब्रेन के सेरिबैलम में विकसित होता है और स्कैल्प के निचले हिस्से में होता है। यह बच्चों में होने वाला सबसे आम ब्रेन ट्यूमर है, जिसका इलाद सर्जरी, कीमोथेरेपी, और रेडिएशन थेरेपी की मदद से किया जा सकता है। मेडुलोब्लास्टोमा ब्रेन ट्यूमर होने पर सुबह के समय सिर में बहुत तेज दर्द, मतली और उलटी, चक्कर आना, धुंधला दिखाई देना इसके आम लक्षण हैं।
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2. पिलोमाइक्सॉइड एस्ट्रोसाइटोमा
पिलोमाइक्सॉइड एस्ट्रोसाइटोमा एक प्रकार का ब्रेन ट्यूमर है, जो सेरिबैलम या ब्रेनस्टेम में होता है। यह ट्यूमर आमतौर पर 10 साल से कम उम्र के बच्चों में ज्यादा आम माना जात है। ये ट्यूमर बच्चों में हाइपोथैलेमिक और चियास्मैटिक एरिया में होता है। पिलोमाइक्सॉइड एस्ट्रोसाइटोमा होने पर बच्चों में कई तरह के लक्षण नजर आ सकते हैं, जिसमें आमतौर पर सिर में दर्द होना, मतली और उल्टी की समस्या, चक्कर आना, चलने में समस्या होना या दौरे पड़ना शामिल है। इसलिए अगर बच्चों में इनमें से कोई भी लक्षण नजर आए तो इसे नजरअंदाज न करें।
3. एपेंडिमोमा
एपेंडिमोमा, बच्चों के दिमाग या रीढ़ की हड्डी में होने वाला ट्यूमर है, जो सेंटरल नर्व सिस्टम का ट्यूमर है। यह बच्चों के दिना के एपेंडिमल टिशू में विकसित होता है। एपेंडिमल टिशू, बच्चों के ब्रेन ओर रीढ़ की हड्डी के चारों और तरह पदार्थ को कवर करता है। यह ट्यूमर 5 साल से कम उम्र के बच्चों में सबसे ज्यादा होता है। एपेंडिमोमा ब्रेन ट्यूमर होने पर बच्चे के सिर में दर्द, मतली या उल्टी, चक्कर आना, चलने में मुश्किल होना आदि लक्षण शामिल हैं।
4. क्रानियोफेरीन्जिओमा
क्रानियोफेरीन्जिओमा एक नॉन-कैंसर वाला ट्यूमर होता है, जो दिमाग की पिट्यूटरी ग्लेंड के पास बनता है। यह बच्चों के ब्रेन में धीरे-धीरे बढ़ता है और शरीर के कई कामों को कंट्रोल करने वाले हार्मोन्स को प्रभावित करता है। ये ट्यूमर बच्चों में बहुत कम होता है और 5 से 10 साल की उम्र में ही इसके विकसित होने की संभावना ज्यादा होती है। क्रानियोफेरीन्जिओमा ब्रेन ट्यूमर होने पर बच्चे के सिर में दर्द, मतली और उल्टी, चक्कर आना और आंखों से जुड़ी समस्याएं बढ़ सकती है।
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5. जर्म सेल ट्यूमर
जर्म सेल ट्यूमर एक तरह का ब्रेन ट्यूमर है, जो जर्म सेल्स में होता है। यह ट्यूमर बच्चों और किशोरों में होने वला एक आम ट्यूमर है। जर्म सेल ट्यूमर के लक्षणों में सिर में दर्द, मतली और उल्टी, चक्कर आना, चलने में दिक्कत होना और आंखों से जुड़ी समस्याएं शामिल हैं।
निष्कर्ष
बच्चों में ब्रेन ट्यूमर विनाशकारी हो सकता है, लेकिन जल्दी पता लगाने और उपचार से परिणामों में काफी सुधार हो सकता है। यदि आपका बच्चा ऊपर बताए गए किसी भी लक्षण का अनुभव कर रहा है, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लेना आवश्यक है। एक उचित निदान और उपचार योजना आपके बच्चे को सर्वोत्तम संभव देखभाल प्राप्त करने में मदद कर सकती है।
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