पुरुष अपने प्रोस्टेट को कैसे रख सकते हैं स्वस्थ? जानें आयुर्वेदिक एक्यूप्रेशर स्‍पेशलिस्‍ट से इसके आसान उपाय

Prostate Health Tips: आयुर्वेद के अनुसार पुरूषों को अपनी प्रोस्‍टेट हेल्‍थ में सुधार लाने और उसे बेहतर बनाने के लिए खानपान की कुछ आदतों में बदलाव की जरूरत है। जिससे कि प्रोस्‍टेट की समस्‍याओं को कम किया जा सकता है। 
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पुरुष अपने प्रोस्टेट को कैसे रख सकते हैं स्वस्थ? जानें आयुर्वेदिक एक्यूप्रेशर स्‍पेशलिस्‍ट से इसके आसान उपाय


प्रोस्‍टेट कैंसर पुरूषों मे होने वाला दूसरा सबसे अधिक होने वाले कैंसर में से एक है। प्रोस्‍टेट ग्रंथि जो अपने मूत्राशय के ठीक नीचे होती है। प्रोस्टेट ग्रंथि एक पतले, दूधिया पदार्थ को स्रावित करने के लिए जिम्मेदार है, जो स्‍पर्म की सुरक्षा करता है। शरीर में तरल पदार्थों की कमी से  प्रोस्टेट की समस्या हो सकती है। यदि इसके उपाय समय पर नहीं किए जाते हैं, तो यह प्रोस्टेट वृद्धि या प्रोस्टेट कैंसर जैसे गंभीर स्वास्थ्य मुद्दों को जन्म दे सकता है। क्‍योंकि प्रोस्टेट स्वास्‍थ्‍य पुरुषों के लिए एक गंभीर समस्या बन सकता है, इसलिए स्वस्थ प्रोस्टेट बनाए रखने के लिए कुद जरूरी बातों का ध्‍यान आपको रखना चाहिए। 

आयुर्वेदिक एक्यूप्रेशर स्‍पेशलिस्‍टमहेश जयरामन, ऑनलाइन हेल्थ क्लिनिक Sepalika.com के सह-संस्थापक हैं के अनुसार, आपको प्रोस्‍टेट हेल्‍थ के लिए इन उपायों को करना चाहिए।  

1. योग और ब्रीदिंग एक्‍सरसाइज करें 

योग और ब्रीदिंग एक्‍सरसाइज, प्रोस्टेट स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में बहुत प्रभावी है। साँस लेने की तकनीक कपालभाति, जिसमें जबरदस्त साँस छोड़ना शामिल है, से उन पुरुषों को मदद मिलती है, जो प्रोस्टेट की समस्‍याओं के शुरुआती लक्षणों का सामना कर रहे हैं। वास्तव में, प्रोस्टेट स्वास्थ्य के लिए योग बहुत फायदेमंद है। यहां तक हार्वर्ड प्रकाशित अध्ययन में भी इस बात का जिक्र हैं कि योग कैसे उन पुरुषों में लक्षणों में सुधार करने में मदद करता है, जो प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित थे। कुछ योगासनों को करने से तनाव कम होता है और शरीर को आराम मिलता है, जिससे उचित रक्त प्रवाह, अपशिष्टों का निष्कासन में मदद मिलती है।

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2. लौकी का रस

जब यह प्रोस्टेट स्वास्थ्य में आयुर्वेदिक उपचार की बात आती है, तो आयुर्वेद में लौकी के रस में 1 चम्‍मच काली मिर्च और कुछ तुलसी के पत्तों के साथ मिलाकर सेवन किया जाता है। यह विटामिन सी, के और कैल्शियम का एक समृद्ध स्रोत है। 150 मिलीलीटर या लौकी के रस का एक छोटा गिलास, इस उद्देश्य के लिए पर्याप्त है। जूसिंग से पहले लौकी को छीलकर साफ कर लें और सुनिश्चित करें कि आप इसे बनाने के पांच से दस मिनट के भीतर पी लें, क्योंकि इसमें काफी जल्दी ऑक्सीडाइज होने की प्रवृत्ति होती है। यदि ऐसा होता है, तो यह अपने एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों को खो देगा। सब्जी के माध्यम से अपने नियमित आहार में लौकी को शामिल करने की भी सलाह दी जाती है।

3. ग्रीन टी

ग्रीन टी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है, जिसे ईसीजीसी (EpigalloCatechin-3-Gallate) के नाम से जाना जाता है। ग्रीन टी प्रोस्टेट ग्रंथि में सूजन को कम कर सकती है। एक अध्ययन के अनुसार, प्रति दिन 3 से 5 कप ग्रीन टी प्रोस्टेट ग्रंथि में सूजन को कम करने में फायदेमंद पाई गई। प्रोस्टेट ग्रंथि की सूजन को कम करने से मूत्र प्रणाली पर भी दबाव पड़ता है, और पुरुषों को Benign Prostatic Hypertrophy या BPH (बढ़े हुए प्रोस्टेट) के लक्षणों में मदद मिलती है।

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4. कद्दू के बीज

20-25 कद्दू के बीज, हल्के भुने हुए, उन पुरुषों को रोजाना खाने चाहिए, जो प्रोस्टेट समस्याओं से पीडि़त हैं या उससे बचना चाहते हैं। कद्दू के बीज में जस्ता होता है, जो प्रोस्टेट स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण खनिज है। इसलिए कद्दू के बीज का सेवन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। 

5. हल्‍दी की चाय पिएं

प्रोस्टेट को ठीक व स्‍वस्‍थ रखने के लिए आप हल्‍दी की चाय का सेवन कर सकते हैं। क्‍योंकि हल्‍दी औषधीय गुणों से भरपूर है। यह आपके शरीर के विषाक्‍त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करती है। हल्‍दी प्रोस्टेट समस्याओं को कम करने में मददगार है क्‍योंकि यह खून को साफ करने में भी मददगार है। 

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