Panch Phoran Masala Health Benefits: भारत में कई तरह के मसालों का इस्तेमाल किया जाता है। गर्मियों के मौसम में खाने में ऐसे मसाले प्रयोग किए जाते हैं, जो शरीर को अंदर से ठंडक पहुंचाते हैं। वहीं, सर्दियों में ऐसे मसालों का इस्तेमाल होता है जो न सिर्फ शरीर को गर्माहट दिलाते हैं, बल्कि इम्यूनिटी को भी स्ट्रांग बनाने में मदद करते हैं। यही कारण है कि भारतीय घरों में दादी-नानी मसालों को स्वास्थ्य का खजाना कहती हैं। मसालों की बात जब आती है जो ज्यादातर लोग जीरा, मेथी, कलौंजी, अमचूर, हल्दी और मिर्च तक ही सीमित होते हैं।
आज भी ज्यादातर लोग पंचफोरन मसाले का इस्तेमाल खाने में करने से बचते हैं क्योंकि उन्हें इसके बारे में जानकारी ही नहीं है। ये बात मैं इसलिए भी कह सकती हूं क्योंकि पिछले दिनों मेरे घर एक दोस्त आए थे और मैंने जब उन्हें कढ़ी खिलाई तो बोले इसका स्वाद अलग है। मैंने कहा लोग करी पत्ता, मेथी दाना और हींग का तड़का लगाते हैं, लेकिन मैंने कढ़ी में पंचफोरन मसाले का तड़का लगाया है। पंचफोरन का नाम सुनते ही वो कंफ्यूज हो गए और मेरे दोस्त की मॉम तक मुझसे पूछने लगी कि ये पंचफोरन होता क्या है और खाने से सेहत को क्या फायदे मिलते हैं। तो चलिए आज इस लेख में जानते हैं पंचफोरन का मसाला क्या है और इसे खाने से सेहत को क्या फायदे मिलते हैं।
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पंचफोरन का मसाला क्या है? - What is the Panch phoron Masala?
नाम से ही जाहिर होता है पंचफोरन का मसाला पांच तरह के मसालों को मिलाकर तैयार किया जाता है। पंचफोरन मेथी, राई/सरसों, जीरा, सौंफ, कलौंजी को मिलाकर तैयार किया जाता है। पंचफोरन मसाले का इस्तेमाल ज्यादातर पूर्वी और उत्तर भारत में किया जाता है। खासकर सर्दियों के मौसम में सब्जी, दाल, साग यहां तक की चटनी में तड़का लगाने के लिए पंचफोरन का इस्तेमाल किया जाता है।
पंचफोरन मसाला बनाने की विधि - Panch phoron Masala Recipe
पंचफोरन मसाला बनाने के लिए सबसे पहले एक खाली बाउल लें। इस बाउल में जीरा – 2 बड़े चम्मच, सौंफ – 2 बड़े चम्मच, कलौंजी – 1 बड़ा चम्मच, मेथी दाना – 1 छोटा चम्मच, राई – 1 छोटा चम्मच डालें। इन सभी चीजों को अच्छे से मिक्स करें और एक आम तड़के के मसाले की तरह इस्तेमाल करें।
पंचफोरन मसाला खाने के फायदे - Panch Phoran Masala Health Benefits in Hindi
वजन घटाने में मददगार
पंचफोरन मसाला बनाने में जीरे का इस्तेमाल किया जाता है। जीरे में पर्याप्त मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी कैंसर गुण पाए जाते हैं। इसके अलावा पंचफोरन में मेथी दाने का इस्तेमाल किया जाता है। मेथी और जीरा दोनों ही वजन घटाने में काफी मददगार साबित होता है। नियमित तौर पर पंचफोरन का सेवन करने से मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने में भी मदद मिलती है।
पाचन संबंधी समस्याओं को करता है दूर
पंचफोरन पांच तरह के मसालों का मिश्रण है इसलिए इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होने के कारण ये पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में मददगार साबित होता है।
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कैंसर के खतरे को करता है कम
पंचफोरन मसाले को बनाने में कलौंजी का इस्तेमाल किया जाता है। कलौंजी में एंटीऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं जो कैंसर के खतरे को कम कर सकता है, क्योंकि ये शरीर के फ्री रेडिकल को खत्म करने की क्षमता रखता हैं। कलौंजी के पोषक तत्व लीवर को भी डिटॉक्स करने में मदद करते हैं।