Home Remedies for Shingles : अक्सर लोग स्किन से जुड़ी समस्याओं को नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन कई बार सही इलाज न मिलने पर ये समस्याएं गंभीर रूप ले लेती हैं। ऐसी ही शिंगल्स भी स्किन से जुड़ी एक समस्या है। अगर आप इस स्थिति के बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानते हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। यहां हम विस्तार से जानेंगे कि शिंगल्स क्या है और यह स्थिति किन कारणों से उत्पन्न हो सकती है। दरअसल, आसान शब्दों में समझने की कोशिश करें, तो शिंगल्स एक वायरल संक्रमण है। यह स्किन पर दर्दनाक दाने और फफोले पैदा करता है। ऐसे में यह जानना भी जरूरी हो जाता है कि आप शिंगल्स से बचाव कैसे कर सकते हैं? ऐसे में हमें डॉ. अक्षय चुघ, सलाहकार - आंतरिक चिकित्सा, मेट्रो अस्पताल, नोएडा (Dr. Akshay Chugh, Consultant - Internal Medicine, Metro Hospital, Noida) ने कुछ बेहतरीन होम रेमेडीज बताई हैं, जिनकी मदद से शिंगल्स की समस्या से बचा जा सकता है।
शिंगल्स क्या है और इस बीमारी के लक्षण?- What is Shingles and the Symptoms of this Disease
शिंगल्स को हर्पीज जोस्टर के नाम से भी जाना जाता है। यह वायरल संक्रमण वैरिकाला-जोस्टर वायरस (VZV) के सक्रिय होने की वजह से होता है, जो चिकन पॉक्स का कारण भी बन सकता है। बता दें कि चिकन पॉक्स ठीक होने के बाद भी यह वायरस तंत्रिका टिशू में निष्क्रिय रहता है और सालों बाद फिर से सक्रिय हो सकता है, जिससे शिंगल्स की समस्या हो सकती है। आइए अब शिंगल्स के लक्षण जान लेते हैं:
- शरीर या चेहरे के एक तरफ दर्द, जलन, झुनझुनी या खुजली होना।
- तरल पदार्थ से भरे फफोले के साथ लाल चकत्ते, जो आमतौर पर दर्द शुरू होने के कुछ दिनों बाद दिखते हैं।
- संक्रमण के साथ बुखार, सिरदर्द और थकान की समस्या भी हो सकती है।
- पोस्टहरपैटिक न्यूरलजिया (PHN), जो दाद के दाने वाले क्षेत्र में लगातार होने वाले दर्द की स्थिति को कहा जाता है। यह दर्द दाने ठीक होने के बाद भी महीनों या सालों तक रह सकता है।
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शिंगल्स से बचाव के लिए होम रेमेडीज- Home remedies to prevent shingles
ठंडी सिकाई करें
शिंगल्स से बचाव के लिए आप ठंडी सिकाई कर सकते हैं। इसके लिए आपको प्रभावित क्षेत्र पर ठंडा, नम कपड़ा लगाना है। इससे स्किन को आराम मिलता है, खुजली कम होती है और दर्द से राहत मिलती है।
- इसके लिए आप एक साफ कपड़े को ठंडे पानी में भिगोएं, उसे निचोड़ें और 15-20 मिनट के लिए दाने पर रखें।
- आराम के लिए इसे दिन में कुछ बार दोहरा सकते हैं।
कैलामाइन लोशन का इस्तेमाल
कैलामाइन लोशन एक हल्का, ओवर-द-काउंटर उपाय है। यह शिंगल्स के दाने की वजह से होने वाली खुजली और जलन को शांत करने में मदद कर सकता है।
- इसे प्रभावित क्षेत्रों पर धीरे से लगाएं और स्किन पर सूखने दें।
- यह लोशन खुजली की इच्छा को कम करने, संक्रमण और निशान को रोकने में मदद कर सकता है।
एलोवेरा का करें इस्तेमाल
एलोवेरा अपने स्किन-हीलिंग गुणों के लिए जाना जाता है। इससे स्किन पर ठंडा असर होता है और यह सूजन, लालिमा और जलन को कम करने में मदद करता है।
- इसके लिए आप पौधे से सीधे ताजा एलोवेरा जेल लें या स्टोर से खरीदा हुआ जेल (बिना सुगंध या अल्कोहल मिलाए) इस्तेमाल कर सकते हैं।
- शिंगल्स से राहत के लिए आप एलोवेरा को दिन में कुछ बार दाने पर लगा सकते हैं।
घाव खरोंचने से बचें
शिंगल्स के दाने को खरोंचने का मन कर सकता है, लेकिन इसे खरोंचने से बैक्टीरिया के संक्रमण का जोखिम बढ़ सकता है। इससे संक्रमण और भी ज्यादा बिगड़ सकता है। इससे स्किन पर निशान भी पड़ सकते हैं और ट्रीटमेंट प्रक्रिया धीमी हो सकती है।
- बता दें कि शिंगल्स के फफोले खरोंचने पर नुकसान हो सकता है। इससे बचाव के लिए आप नाखूनों को छोटा रख सकते हैं।
- आप इन फफोलों को रात में खरोंचने से बचने के लिए मुलायम दस्ताने पहन सकते हैं या दाने को ढीले कपड़े से ढक सकते हैं।
स्ट्रेस मैनेजमेंट और आराम
स्ट्रेस के कारण भी दाद शुरू हो सकता है और कई मामलों में इससे स्थिति खराब भी हो सकती है। ऐसे में रिकवरी में सहायता के लिए स्ट्रेस का प्रबंधन करना आवश्यक है।
- गहरी सांस लेने, ध्यान या योग जैसी विश्राम तकनीकों का अभ्यास कर सकते हैं।
- अपने इम्यून सिस्टम को संक्रमण से लड़ने और उपचार में तेजी लाने के लिए भरपूर आराम करने को प्राथमिकता दें।
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आप ऊपर बताई टिप्स की मदद से शिंगल्स की समस्या से बचाव कर सकते हैं। बता दें कि शिंगल्स के लिए वैक्सीन लगवानी बहुत जरूरी होती है, लेकिन इसके साथ आप होम रेमेडीज की भी मदद ले सकते हैं। इस स्थिति में आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।