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शिंगल्स से बचाव के लिए वैक्सीन लगवाना क्यों है जरूरी? जानें डॉक्टर से

Why Vaccine is Important for Shingles : शिंगल्स की समस्या से बचाव के लिए इंजेक्शन का लगाया जाता है। आइए डॉक्टर से जानते हैं कि यह वैक्सीन लगाना जरूरी क्यों है?
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शिंगल्स से बचाव के लिए वैक्सीन लगवाना क्यों है जरूरी? जानें डॉक्टर से

Why Vaccine is Important for Shingles: शिंगल्स की समस्या वैरिसेला जोस्टर वायरस (वीजेडवी) के कारण होती है। यह वायरस चिकन पॉक्स का कारण भी बनता है। अगर आपको अपने जीवन में कभी चिकन पॉक्स हुआ है, तो शिंगल्स का कारण बनने वाला यह वायरस आपकी रीढ़ की हड्डी में तंत्रिका ऊतकों (Nerve Tissues) में पहले से ही निष्क्रिय रहता है। बता दें कि यह वायरस लंबे समय तक शांत रह सकता है और शिंगल्स के रूप में फिर से सक्रिय हो सकता है। बता दें कि शिंगल्स दर्दनाक, खुजलीदार दानों का कारण बन सकते हैं, जो आपके चेहरे या शरीर पर दिखाई देते हैं। बता दें कि शिंगल्स का सही तरह इलाज नहीं किया जाता है, तो यह बीमारी गंभीर रूप ले सकती है। ऐसे में आज हम डॉ. अक्षय चुघ, सलाहकार - आंतरिक चिकित्सा, मेट्रो अस्पताल, नोएडा (Dr. Akshay Chugh, Consultant - Internal Medicine, Metro Hospital, Noida) से शिंगल्स की समस्या से बचाव करने वाली वैक्सीन के बारे में जानेंगे। आज के इस आर्टिकल की मदद से आप समझ पाएंगे की शिंगल्स की समस्या में वैक्सीन का इस्तेमाल जरूरी क्यों होता है?

शिंगल्स के लिए कौन-सी वैक्सीन का इस्तेमाल होता है?- Which Vaccine is Used for Shingles

shingles vaccine

बता दें कि शिंगल्स वैक्सीन लगवाने की सलाह इस बीमारी को रोकने या इसके लक्षणों की गंभीरता को कम करने में मदद के लिए दी जाती है। यह वैक्सीन खास तौर पर बड़े वयस्कों को दी जाती है, क्योंकि उम्र के साथ शिंगल्स का जोखिम बढ़ जाता है और वृद्धावस्था में लक्षण ज्यादा गंभीर हो जाते हैं। आइए अब जानते हैं कि आप शिंगल्स के लिए कौन-सी वैक्सीन का इस्तेमाल होता हैं?

  • शिंग्रिक्स (रिकॉम्बिनेंट जोस्टर वैक्सीन)

आज के समय में शिंगल्स के लिए यह सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली वैक्सीन है। इस वैक्सीन को दो खुराक में दिया जाता है, जिसकी समय सीमा आमतौर पर 2 से 6 महीने के अंतराल पर होती है। शिंग्रिक्स वैक्सीन को शिंगल्स की रोकथाम में 90% से ज्यादा कारगर पाया गया है। खास तौर पर 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए यह फायदेमंद होती है। इस वैक्सीन से पोस्टहरपैटिक न्यूरलजिया के जोखिम को काफी हद तक कम किया जाता है। ध्यान रखें कि यह वैक्सीन 50 साल या इससे ज्यादा उम्र के वयस्कों को ही लगाई जाती है।

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वैक्सीन लगाना क्यों जरूरी है- Why is it Important to Get Vaccinated

शिंगल्स की समस्या से बचाव के लिए वैक्सीन लगवाना बहुत जरूरी होता है। आइए इसके पीछे की वजह जान लेते हैं:  

  • रोकथाम: बता दें कि इस वैक्सीन को लगवाने का मुख्य लक्ष्य शिंगल्स को होने से रोकना है। अगर किसी को वैक्सीन लगने के बाद शिंगल्स हो भी जाता है, तो यह कम जटिलताओं वाला और हल्का होता है। इस स्थिति से उबरने में समय नहीं लगता है।
  • पोस्टहरपैटिक न्यूराल्जिया को कम करना: शिंगल्स की एक बड़ी जटिलता PHN है, जो लंबे समय तक चलने वाला दर्द पैदा कर सकती है। यह वैक्सीन PHN विकसित होने की संभावना को कम कर सकती है। इससे व्यक्ति को शिंगल्स के कारण होने वाले असहनीय दर्द की समस्या कम होती है।  

शिंगल्स का टीका किसे नहीं लगवाना चाहिए?- Who Shouldn't Get the Shingles Vaccine

बता दें कि कुछ ऐसी स्थितियां भी होती हैं, जिनमें शिंगल्स की वैक्सीन लगवाना सही नहीं होता है। अगर आपको पहले कभी किसी टीके से गंभीर समस्याएं हुई हैं, तो शिंग्रिक्स वैक्सीन को लगवाने की गलती नहीं करनी चाहिए। इसके अलावा:

  1. अगर आपको वैक्सीन लगवाने से एलर्जी हो जाती है, तो शिंग्रिक्स लेने से पहले अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट को इसके बारे में बताएं। इस स्थिति में मुमकिन है कि डॉक्टर आपको यह वैक्सीन लगाने की सलाह न दें।
  2. वहीं, अगर आप शिंगल्स के साथ किसी अन्य स्वास्थ्य समस्या का सामना भी कर रहे हैं, तो बिना डॉक्टर की सलाह के यह वैक्सीन लगवाने की भूल नहीं करनी चाहिए।  
  3. इसके अलावा, गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को यह वैक्सीन नहीं लगवाना चाहिए। आपको टीका लगवाने से पहले स्तनपान बंद होने तक इंतजार करना चाहिए। इसके बाद भी वैक्सीन लगवाने से पहले डॉक्टर की सलाह लें।

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कुल मिलाकर, आप शिंगल्स की समस्या से बचाव के लिए शिंग्रिक्स वैक्सीन लगवा सकते हैं। इससे शरीर को शिंगल्स से होने वाले गंभीर प्रभावों से बचाया जा सकता है। हालांकि, आप इस वैक्सीन को बिना अनुभवी डॉक्टर की सलाह के बिलकुल न लगवाएं।   

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