हर्पीज़ जोस्टर (Shingles) की समस्या कभी भी किसी को भी हो सकती है। इसमें स्किन पर गोल और लाल पानी भरे फफोले के रूप में दिखाई देते है। जिसमें बेहिसाब जलन और खुजली व इनमें दर्द भी ज्यादा होता है। यह उसी वायरस के कारण होता है जिस वायरस से हमें चिकन पॉक्स होता है। अगर किसी को बचपन में चिकन पॉक्स हो जाता है तो वह कुछ दिनों बाद उसके निशानों से तो रिकवर हो जाता है। लेकिन संभावना रहती है कि वायरस उसके शरीर में ही रह जाए और बड़े होने पर, ये वायरस दोबारा से एक्टिव हो जाए। इस बार यह वायरस शिंगलस (Herpes) के रूप में सक्रिय होता है। ये शरीर के ऐसे हिस्सों में ज्यादा होता है जहां नमी होती है साथ ही शरीर के एक हिस्से में होता है। क्योंकि यह वायरस एक नर्व में ही फैलता है। अगर आपने इसे तेजी से खुजला दिया तो ये फ़ैल सकता है।
इस इन्फेक्शन को नजरअंदाज करना सही नहीं। हर्पीज़ (Shingles) वाले व्यक्ति अन्य लोगों में इस संक्रमण को नहीं फैला सकते हैं, पर वे चिकनपॉक्स फैला सकते हैं। असल में इन फफोलों में से निकलने वाला पानी वैरिसैला-जोस्टर(Varicella zoster) वायरस को स्किन टू स्किन फैला सकता है। इसलिए यदि आपके ये फफोले छोटे हैं तो उन लोगों से दूर रहें जिनमें इस वायरस से संक्रमण होने का खतरा है। वैरिसैला-जोस्टर वायरस केवल उसी व्यक्ति में संक्रमण का कारण बन सकता है, जिसे कभी चिकनपॉक्स नहीं हुआ हो या जिसे चिकनपॉक्स का टीका नहीं लगा हो या फिर जिनकी उम्र 50 वर्ष से अधिक हो।
शिंगल्स या हर्पीज के लक्षण (Symptoms of Herpes or Shingles)
आपको शुरुआत में इसके निम्न लक्षण देखने को मिल सकते हैं।
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- बुखार
- ठंड लगना।
- सिर दर्द।
- थकान महसूस होना।
- लाइट सेंसटिविटी होना।
- पेट में दर्द होना।
लेकिन कुछ दिन बाद अधिक गंभीर होने पर शरीर के किसी एक भाग में खुजली या जलन होना।
- प्रभावित क्षेत्र में स्किन का लाल हो जाना।
- स्किन के किसी भाग में फफोलों (Blisters) का बड़ा हो जाना।
- ये ब्लिस्टर फ्लूइड से भरे हुए होते हैं जो बाद में फट जाते हैं।
- प्रभावित स्किन में दर्द महसूस होना।
यह इंफेक्शन कितने दिनों तक रह सकता है (How Long Virus Infection Last)
आपको जब शुरुआत के लक्षण दिखने लगेंगे तब के समय से और जब तक यह इंफेक्शन पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता, इसे पूरी तरह ठीक होने में लगभग 3-5 हफ्ते लग सकते हैं। यह फफोले शरीर के एक साइड पर देखने को मिलते हैं व आपकी वैस्टलाइन, आपकी गर्दन, पीठ या फिर फेस आदि पर हो सकते हैं। शुरु में ये छोटे बारीक दाने होते हैं, जो कि बाद में पांच दिन के अंदर पानी भरे बन जाते हैं। 10-15 दिनों के अंदर यह सूख भी सकते हैं और बाद के 2 या 3 हफ्ते में ठीक हो जाते हैं।
हर्पीज़ से आप स्वयं को कैसे बचा सकते हैं (Preventive measure from Shingles)
समय पर वैक्सीन लगवाने से आप स्वयं को इस इंफेक्शन से बचा सकते हैं। सभी बच्चों को चिकन पॉक्स की दो डोज़ मिलनी चाहिए। जिसे वैरिसैला-इम्युनाइजेशन के नाम से भी जाना जाता है। यदि आप एक एडल्ट हैं और आपने यह वैक्सीन कभी नहीं लगवाई है तो भी आपको यह वैक्सीन लगवा लेनी चाहिए। यदि आप यह वैक्सिन ले लेते हैं तो इसका मतलब यह नहीं होता है कि आपको दोबारा इस वायरस से इंफेक्शन नहीं हो सकता है। बस संक्रमण की संभावना बहुत कम हो जाती है। आंकड़ों के अनुसार 10 में से 9 लोगों को वैक्सीन के बाद यह चिकन पॉक्स या शिंगल नहीं होता। जिन लोगों की उम्र 50 से ऊपर है उन्हें हर्पीज़ (शिंगलस) की दवाइयां या वैक्सीन ले लेनी चाहिए। ताकि इस वायरस के संक्रमण से बच सकें। इसके लिए दो वैक्सिन उपलब्ध हैं जिनमें से आपको उपलब्धता के अनुसार कोई भी वैक्सीन लगवा लेनी चाहिए। इसके अलावा आप निम्नलिखित घरेलू उपचार अपना सकते हैं।
रोज करें स्नान (Take Bath Daily)
कहते हैं रोज नहाने से शरीर में गंदगी जमा नहीं हो पाती साथ ही संक्रमण से भी दूर रहता है। पानी की ठंडक शरीर से हर्पीज़ और उससे होने वाली खुजली और दर्द को शांत करता है। आगर आप हर्पीज़ जोस्टर की समस्या से पीड़ित हैं तो नहाने से पहले एक कप गुनगुने पानी में ओट्स और कॉर्नस्टार्च मिला लें। और 15 से 20 मिनट के बाद उसे नहाने के पानी में मिलाकर नहा लें। ध्यान रखें कि पानी गर्म ना हो। वर्ना मुसीबत कम होने की जगह बढ़ सकती है।
सेंक से मिलेगी राहत (Cold Compress)
हर रोज नहाने के साथ आप हर्पीज़ (जोस्टर) की खुजली को शांत करने के लिए ठंडे पानी से सिंकाई कर सकते हैं। आप हर्पीज़ जोस्टर के लक्षणों से राहत पाने के लिए दिन में कई बार इसे दोहराएं। सिंकाई करने के लिए कपड़े को ठंडे पानी में भिगोएं और उसे निचोड़ें, फिर हर्पीज़ के उपर रखें। ध्यान रहे कि हर्पीज़ पर आइस पैक न लगाएं। इससे आपका दर्द बढ़ सकता है।
बेकिंग सोडा और कॉर्नस्टार्च (Corn Paste & Baking Soda)
अगर आप हर्पीज़ से होने वाली खुजली से परेशान हैं तो ये उपाय आपके बेहद काम आने वाला है। कॉर्नस्टार्च या बेकिंग सोडा को पानी में मिलाकर पेस्ट बना लें। इसे हर्पीज (Shingles) के उपर लगाएं और 10 से 15 मिनट बाद इसे धो लें। आप इसे दिन में एक बार से ज्यादा भी लगा सकते हैं।
क्रीम और लोशन (Natural Cream) खुजाने से फफोले पड़ जाते हैं, जिसकी वजह से समस्या बढ़ सकती है। यदि आप खुजली में आराम चाहते हैं तो किसी नेचुरल क्रीम का प्रयोग करें जैसे कि कैपसाइसिन लोशन (Capsaicin) इस्तेमाल कर सकते हैं। आप किसी डॉक्टर की सलाह भी ले सकते हैं। इससे आपको आराम मिलेगा। साथ ही सुगन्धित लोशन या क्रीम को लगाने से बचें। इससे जलन हो सकती है।
सही आहार भी जरूरी (Right Diet)
एक खराब इम्युनिटी आपके हर्पीज़ का स्तर और भी खराब कर सकती है। आप अपने आहार में बदलाव करें, ताकी इस समस्या से छुटकारा पा सकें। साथ ही शरीर के अन्य अंगों तक भी इसे फैलने से रोक सकते हैं। आप अपने आहार में विटामिन बी, ई, ए और सी का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें। अंडे, फल, हरी सब्जियों समेत ऐसी चीजे खाएं, जिसमें वसा ना हो और आसानी से पच जाए। आप विशेषकर तीन रंगों की फल/ सब्जियां अपनी डाइट में शामिल करें, जैसे कि गाजर, कद्दू,एप्रीकॉट, तरबूज, रेड पेपर, ग्रेपफ्रूट, चेरीज, पालक,खरबूजा व चुकंदर और पारस्ले आदि।
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हर्बल उपचार भी आएगा काम (Herbal Treatment)
आप हर्पीज़ जोस्टर का उपचार करने के लिए होम्योपैथिक या हर्बल की मदद ले सकते हैं। हर्पीज़ जोस्टर के छोटे साइज़ से ही आप इसका उपचार शुरू कर सकते हैं। लेकिन आप हर्पीज़ जोस्टर को लेकर कोई होम्योपैथिक या हर्बल दवा का इलाज करने के बारे में विचार कर रहे हैं तो, उससे पहले डॉक्टर की सलाह जरुर लें।
एसेंशियल ऑयल का प्रयोग (Essential Oils)
कुछ लोग त्वचा की समस्या के लिए नेचुरल एसेंशियल ऑयल का प्रयोग करना पसंद करते हैं। जैसे
कैमोमाइल तेल- जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल्स गुण होते हैं और जो त्वचा संबंधी परेशानी जैसे त्वचा पर फफोले या एलर्जी की समस्या में राहत देते हैं।
यूकेलिप्टस ऑयल- इसमें भी एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती है जो कि त्वचा घावों को जल्दी भरती है।
टी-ट्री ऑयल- एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल्स गुणों के कारण यह तेल स्किन पर होने वाली रैश या घावों को जल्दी सही करता है।
हालांकि कुछ एसेंशियल ऑयल एलर्जी का कारण बन सकते हैं इसलिए इनको लगाने से पहले पैच टेस्ट करें और अपने डॉक्टर की सलाह लें। तो ये कुछ ऐसे प्राकृतिक उपाय हैं, जिनके इस्तेमाल से आप हर्पीज़ जोस्टर की परेशानी से छुटकारा पा सकते हैं। जरूरत है तो सिर्फ सजग और सावधानी बरतने की। आप शरीर की साफ़ सफाई का ख्याल रखेंगे तो आपसे हर्पीज़ की समस्या दूर ही रहेगी।
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