
Coronavirus Case In India: सवाई मान सिंह अस्पताल (Sawai Man Singh Hospital) के डॉक्टरों ने एचआईवी, स्वाइन फ्लू और मलेरिया की दवाओं के कॉम्बिनेशन का उपयोग करके कोरोनावायरस (Coronavirus or COVID-19) से ग्रसित एक इटली के नागरिक का सफलतापूर्वक इलाज किया है। अब COVID-19 पेशेंट में सारे टेस्ट निगेटिव हैं। कोरोनावायरस से ग्रसित ये महिला इटली के 23 सदस्यी दल में शामिल है, जो अपने पति के साथ भारत भ्रमण पर आए थे, यह समूह खासकर राजस्थान के टूरिस्ट प्लेस पर गया था।
TOI की खबर के अनुसार, इस 23 सदस्यी दल में महिला के पति पहले ऐसे सख्स थे जिनमें कोरोनावायरस के पॉजिटिव संकेत मिले थे। इसकी पुष्टि, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (National Institute of Virology), पुणे ने उन्हें 3 मार्च को की थी। अगले ही दिन, उनकी पत्नी में भी COVID-19 टेस्ट पॉजिटिव पाए गए थे।
एचआईवी, स्वाइन फ्लू और मलेरिया की इन दवाओं का हुआ प्रयोग
सवाई मान सिंह अस्पताल के डॉक्टरों ने पहले एचआईवी उपचार में उपयोगी दो दवाओं के संयोजन के साथ उसका इलाज किया। अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य विभाग) रोहित कुमार सिंह ने कहा, "हमने उन्हें दो बार Lopinavir 200mg और Ritonavir 50mg का एक संयोजन दिया।"
रोहित सिंह ने कहा कि, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (Indian Council of Medical Research) भी एचआईवी की दोनों दवाओं (जिसे सवाई मान सिंह अस्पताल ने प्रयोग किया था) के संयोजन के प्रोटोकॉल से संतुष्ट था। इसके अलावा, डॉक्टरों ने COVID-19 पेशेंट को Oseltamivir भी दिया, जो स्वाइन फ्लू के इलाज में उपयोगी है और Chloroquine जो मलेरिया के इलाज में उपयोगी है।
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बड़ी उपलब्धि मान रहे हैं डॉक्टर!
सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल और कंट्रोलर डॉ सुधीर भंडारी ने कहा, "हमने मानकों का पालन करते हुए उपचार मुहैया कराया और अब महिला में रोग के टेस्ट निगेटिव पाए गए हैं। जो अस्पताल के डॉक्टरों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।"
कोरोनावायरस से ठीक होने वाली महिला के 69 वर्षीय पति का अभी भी COVID-19 का अस्पताल में इलाज चल रहा है। एक दिन पहले, उनका COVID-19 परीक्षण किया गया था, लेकिन फिर भी उनमें पॉजिटिव संकेत मिले हैं। डॉक्टर उन्हें नॉन-इनवेसिव वेंटिलेटर सपोर्ट पर इलाज मुहैया करा रहे हैं।
सवाई मान सिंह अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ डीएस मीणा ने कहा, "दरअसल, 69 वर्षीय इटली के नागरिक की पत्नी में कोरोनावायरस के निगेटिव परिणाम मिलने के बाद उन्हें आइसोलेशन वार्ड से शिफ्ट करने के लिए कहा, हालांकि, उसने अपने पति के साथ उसी वार्ड में रहने का फैसला किया है।"
डॉक्टरों ने कहा कि उनके पति को रिकवरी में समय लग रहा है क्योंकि उन्हें पहले से ही फेफड़े की बीमारी है। हालांकि, उनकी हालत स्थिर है।
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