फिट और फाइन रहने के लिए बहुत जरूरी है कि हम नियमित रूप से एक्सरसाइज और वर्कआउट करते रहें। इससे न सिर्फ हमारा स्वास्थ्य बेहतर होता है, बल्कि बॉडी की फ्लेक्सिबिलिटी भी बढ़ती है। यह बात तो हम सभी जानते हैं कि शरीर जितना लचीला होगा, चोट लगने का जोखिम उतना कम हो जाता है। बहरहाल, सिर्फ एक्सरसाइज की मदद से ही शरीर को कई तरह की समस्याओं से नहीं बचाया जा सकता है। कई तरह के योगासन भी मौजूद हैं, जो शरीर की फ्लेक्सिबिलिटी को बढ़ाने में अहम योगदान देते हैं। ऐसा ही एक आसान है, भुजंगासन। इसे हम अंग्रेजी में कोबरा पोज (Cobra Pose) के नाम से जानते हैं। भुजंगासन शरीर के लिए बहुत ही लाभकारी है। यह बॉडी को स्ट्रेच करता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि नियमित रूप से भुजंगासन करने से कई तरह हेल्थ कंडीशन (Bhujangasana Kab Karna Chahiye) में भी सुधार हो सकता है। जी, हां यह सच है। इस लेख में हम जानेंगे कि वो किस तरह की हेल्थ कंडीशन हैं, जिसमें भुजंगासन मददगार हो सकता है। साथ ही जानेंगे कि इसे सही तरह से कैसे किया जा सकता है। इस बारे में हमने योगाचार्य अनिल मुद्गल (दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) द्वारका स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स) से बात की।
भुजंगासन करने का तरीका- bhujangasana kaise kare
- सबसे पहले योगा मैट बिछा लें। अब इस पर पेट के बल लेट जाएं। बॉडी को रिलैक्स रखें।
- अपने दोनों पैरों के बीच कुछ दूरी बनाए रखें।
- अब दोनों हाथों को अपनी छाती के पास लाते हुए जमीन पर हथेलियों के बल टिका लें।
- अब धीरे-धीरे गहरी सांस लेते हुए हथेलियों पर दबाव बनाते हुए छाती से ऊपर के हिस्से को उठाएं और सिर को आसमान की ओर रखें। ध्यान रखें कि पेट जमीन पर ही टिका होना चाहिए।
- अब कुछ क्षण के लिए इसी अवस्था में रुके रहें। सांस को रोक कर रखें।
- अंत में, धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए पुरानी अवस्था में लौट आएं।
कब करें भुजंगासन
खराब पॉश्चर में सुधार
मौजूदा समये में इस तरह की परेशानी से हर कोई दो चार है। घंटों एक ही जगह बैठकर डेस्क जॉब करने की वजह से कमर और गर्दन आगे की ओर झुक जाती है। ऐसे में धीरे-धीरे हमारा पॉश्चर खराब होने लगता है। एक समय के बाद खराब पॉश्चर की वजह से कई अन्य समस्याएं आने लगती हैं। वहीं, अगर आप नियमित रूप से भुजंगासन करते हैं, तो अपने पॉश्चर में सुधार करने में मदद मिलती है। इससे बॉडी बैलेंस करने में भी सुधार होता है।
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तनाव दूर होता है
तमाम योगासनों की तरह नियमित रूप से अगर आप भुजंगासन करते हैं, तो इससे स्ट्रेस रिलीज होता है। वैसे भी इन दिनों हर व्यक्ति किसी न किसी तरह के तनाव से गुजर रहा है। ऐसे में अगर आप भुजंगासन करते हैं, तो तनाव दूर होता है और आपको अच्छा भी महसूस होता है। वास्तव में, भुजंगासन करने से मन में पॉजिटिविटी आती है और मन शांत रहता है। यही बातें, तनाव को दूर करने में मदद करती हैं।
फ्लैट बैक पॉश्चर में सुधार
कई लोगों को फ्लैक बैक पॉश्चर की परेशानी होती है। इसका मतलब है कि बैक बिल्कुल सीधी होती है यानी स्पाइन का कुछ हिस्सा अपनी नेचुरल कर्व खो देता है। इस तरह की कंडीशन होने पर व्यक्ति के लिए बैलेंस करना बहुत मुश्किल हो जाता है। वहीं, भुजंगासन इस तरह की पॉश्चर में सुधार करने में मदद कर सकता है। इससे स्पाइन के नेचुरल कर्व में सुधार होने लगता है।
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