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रोज सुबह भुजंगासन करने से सेहत को मिलते हैं 7 फायदे, जानें योगा एक्सपर्ट से

रोज सुबह भुजंगासन करना शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए फायदेमंद है। आइए जानें यह योगासन सेहत के लिए कैसे फायदेमंद है।
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रोज सुबह भुजंगासन करने से सेहत को मिलते हैं 7 फायदे, जानें योगा एक्सपर्ट से


Is It Good To Do Cobra Pose Every Day: योग एक प्राचीन भारतीय अभ्यास है, जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए फायदेमंद होता है। इसमें आसन, प्राणायाम और ध्यान शामिल होता है, जो सेहत के लिए जरूरी हैं। रोजाना योग के अभ्यास से सेहत को कई फायदे मिलते हैं। योग के अभ्यास से शरीर में ऊर्जा बनी रहती है और मन भी शांत रहता है। कई योगासन ऐसे हैं जिनसे शरीर और दिमाग दोनों को फायदे मिलते हैं। इसी लिस्ट में भुजंगासन यानी कोबरा पोज का नाम भी शामिल है। अगर आप रोज सुबह खाली पेट इस योग का अभ्यास करते हैं, तो इससे आपकी सेहत को कई फायदे मिलते हैं। इसके फायदे जानने के लिए हमने मुंबई के देवगिरी योग इंस्टिट्यूट के को-फाउंडर व योगा एक्सपर्ट और थेरेपिस्ट संदीप प्रभाकर दुपारे से बात की है।

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रीढ़ की हड्डी मजबूत होना- Strengthen Spine

भुजंगासन करने से कमर स्ट्रेच होती है। इससे रीढ़ की हड्डी पर दवाब पड़ता है और रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है। यह योगासन करने से रीढ़ की हड्डी में लचीलापन बना रहता है। इससे कमर के निचले हिस्सा मजबूत रहता है और कमर दर्द का खतरा कम होता है।

पोस्चर इंप्रूव होता है- Improve Posture

भुजंगासन करने से बॉडी पोस्चर भी इंप्रूव होता है। अगर आपकी कई घंटो तक बैठे रहने की शिफ्ट है, तो भुजंगासन की आदत जरूर बनाएं। इससे कमर सीधी रहती है और रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याएं नहीं होती हैं।

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पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है- Improve Digestion

भुजंगासन के अभ्यास के पाचन तंत्र भी स्वस्थ रहता है। यह योग करने से पेट के निचले हिस्से पर दवाब पड़ता है। इससे पेट के निचले हिस्से की मसाज होती है और डाइजेशन ठीक रहता है। भुजंगासन करने से कब्ज और ब्लोटिंग से राहत मिलती है और पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है।

छाती और कंधे खुलते हैं- Stretches Chest and Shoulder

भुजंगासन करने से छाती और कंधे पर भी दवाब पड़ता है। क्योंकि शरीर के इस हिस्से को स्ट्रेच करना होता है। यह योग छाती, कंधों और पेट के निचले हिस्से की मांसपेशियों को स्ट्रेस करता है। इससे फेफड़े स्वस्थ रहते हैं और अकड़न दूर होती है। यह योग करने से बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है। इस पोस्चर में शरीर नीचे की ओर होता है, जिससे शरीर का ब्लड फ्लो सिर की ओर तेजी से होता है।

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तनाव और थकावट दूर होती है- Reduce Stress and Fatigue

इस योग का अभ्यास करने से तनाव और थकावट भी दूर होती है। इससे ब्रेन में भी ब्लड फ्लो बढ़ता है और माइंड रिलैक्स होता है। इस योग का अभ्यास करने से माइंड और बॉडी दोनों में एनर्जी बनी रहती है और तनाव व थकावट दूर होती है।

मूड स्विंग्स कंट्रोल रहते हैं- Control Mood Swings

मूड बूस्ट करने के लिए भी भुजंगासन करना फायदेमंद है। यह योग करने से एंडोर्फिन हार्मोन रिलीज होता है, जो इमोशनल हेल्थ को इंप्रूव करता है। इस योग के अभ्यास से माइंड रिलैक्स रहता है और सुबह-सुबह माइंड में पॉजिटिविटी बनी रहती है।

काम पर फोकस बढ़ता है- Improve Focus on Work

अगर आपको थकावट या कमजोरी ज्यादा रहती है और काम पर फोकस करना मुश्किल होता है, तो आपको भुजंगासन का अभ्यास जरूर करना चाहिए। यह योग करने से फोकस बढ़ता है और दिनभर एनर्जी बनी रहती है। इससे नर्वस सिस्टम हेल्दी रहता है और थकावट और सुस्ती भी कम होती है।

इन बातों का रखें ध्यान

  • अगर आपकी किसी भी तरह की सर्जरी हो चुकी है, तो इस योग के अभ्यास से पहले किसी योग एक्सपर्ट या अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
  • अगर आप प्रेग्नेंट है तो इस योग का अभ्यास न करें। क्योंकि, इससे प्रेग्नेंसी में नुकसान हो सकता है और यूट्रस पर दवाब बढ़ सकता है।
  • अगर आपको रीढ़ से जुड़ी कोई समस्या, हर्निया, अल्सर जैसी समस्याएं हैं तो एक्सपर्ट से सलाह के बाद ही करें।

FAQ

  • भुजंगासन कितनी देर तक करना चाहिए?

    भुजंगासन करते वक्त शरीर के उपरी हिस्से पर दवाब पड़ता है। इसलिए ये योग ज्यादा समय तक नहीं किया जा सकता है। एक्सपर्ट के मुताबिक शुरुआत में आप 15 से 30 सेकंड तक इस योग का अभ्यास कर सकते हैं। लेकिन धीरे-धीरे 1 से 2 मिनट तक ले जा सकते हैं। 
  • भुजंगासन करने से क्या-क्या लाभ होता है?

    भुजंगासन करने से पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है। इस योग के अभ्यास से रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है। यह योगासन तनाव व थकावट कम करने और पोस्चर इंप्रूव करने में मदद करता है।
  • क्या भुजंगासन पेट की चर्बी कम कर सकता है?

    भुजंगासन करने से पेट के निचले हिस्से पर दवाब पड़ता है। अगर आपके पेट पर चर्बी है, तो इसके अभ्यास के पेट की चर्बी टोन होगी। इससे पेट पर दवाब पड़चा है, तो धीरे-धीरे चर्बी कम होने में मदद मिल सकती है। 

 

 

 

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