कुंडली नहीं हेल्थ कार्ड देखकर होगी शादी, स्वास्थ्य मंत्रालय जारी करेगा यह कार्ड, जानें पूरा मामला

Sickle Cell Anemia Elimination Mission: सिकल सेल एनीमिया को खत्म करने के मिशन के तहत अब ट्राइबल इलाके में रहने वाले लोगों की शादी में कुंडली की जगह हेल्थ कार्ड मैच होगा।  
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कुंडली नहीं हेल्थ कार्ड देखकर होगी शादी, स्वास्थ्य मंत्रालय जारी करेगा यह कार्ड, जानें पूरा मामला


Sickle Cell Anemia Elimination Mission Health Cards: भारत सरकार ने बजट में सिकल सेल एनीमिया की बीमारी को साल 2047 तक खत्म करने का लक्ष्य रखा है। इस मिशन के तहत ऐसे इलाके जहां पर सिकल सेल एनीमिया या खून की कमी के मरीज ज्यादा संख्या में उन इलाकों में विशेष अभियान चलाया जाएगा। सिकल सेल एनीमिया मुक्त भारत को लेकर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने अभियान शुरू कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि सिकल सेल एनीमिया मुक्त भारत अभियान के तहत ट्राइबल (आदिवासी) इलाकों में हेल्थ कार्ड्स दिए जाएंगे। इन हेल्थ कार्ड में मरीज की पूरी हिस्ट्री रहेगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ट्राइबल इलाकों से सिकल सेल एनीमिया की बीमारी को खत्म करने के लिए इस कार्ड का इस्तेमाल शादी करने से पहले मिलान भी किया जाएगा। क्योंकि अगर सिकल सेल एनीमिया से पीड़ित पुरुष और महिला की शादी होती है, तो इसकी वजह से बच्चे में भी यह बीमारी हो सकती है।

शादी की जगह हेल्थ कार्ड का होगा मिलान- Health Cards For Sickle Cell Anemia Elimination For Marriage

देश के लगभग 200 जिलों में सिकल सेल एनीमिया की बीमारी का कहर सबसे ज्यादा है। इनमें से ज्यादातर इलाके ट्राइबल आबादी वाले हैं। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, झारखंड और ओडिशा जैसे राज्यों में इस बीमारी के मरीज सबसे ज्यादा हैं। सरकार ने इस साल के बजट में यह ऐलान किया है कि साल 2047 तक देश से सिकल सेल एनीमिया को खत्म कर दिया जाएगा। इस बीमारी को खत्म करने के मिशन की शुरुआत छत्तीसगढ़ से होने वाली है। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया के मुताबिक सरकार छत्तीसगढ़ राज्य से सिकल सेल एनीमिया मिशन को शुरू करने जा रही है। इसके तहत आदिवासी इलाकों में लोगों का हेल्थ कार्ड बनाया जाएगा। इस हेल्थ कार्ड में मरीज की पूरी हेल्थ हिस्ट्री रहेगी। उन्होंने कहा है कि इस हेल्थ कार्ड का इस्तेमाल शादी से पहले कुंडली मिलान की जगह पर भी किया जाएगा। इस कार्ड से यह पता करने में आसानी होगी कि लड़के या लड़की को सिकल सेल एनीमिया की बीमारी है या नहीं। इसका इस्तेमाल करने से आने वाली पीढ़ी में इस बीमारी के जाने का खतरा कम होगा। ट्राइबल इलाके में लोगों की स्क्रीनिंग और जांच भी की जाएगी और पति-पत्नी में से किसी को यह बीमारी है तो उन्हें बच्चा न पैदा करने की सलाह दी जाएगी। 

sickle cell anemia elimination mission

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क्या है सिकल सेल एनीमिया?- What is Sickle Cell Anemia Disease in Hindi

सिकल सेल एनीमिया खून की कमी से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है। यह बीमारी ज्यादातर लोगों में आनुवांशिक कारणों से होती है। सिकल सेल एनीमिया की बीमारी में मरीज के शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होती है और इसकी वजह से ब्लड में ऑक्सीजन ले जाने की क्षमता पर भी असर पड़ता है। देश में यह बीमारी ट्राइबल बच्चों में ज्यादा होती है। इस बीमारी की वजह से ऐसे बच्चों की उम्र भी बहुत ज्यादा नही रह जाती है। माता-पिता में से किसी एक को सिकल सेल एनीमिया होने पर बच्चे में भी यह बीमारी हो सकती है। 

छत्तीसगढ़ से होगी अभियान की शुरुआत- Sickle Cell Anemia Elimination Mission Chhattisgarh

सिकल सेल एनीमिया को खत्म करने का मिशन सबसे पहले छत्तीसगढ़ से शुरू होगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय राज्य सरकार के साथ मिलकर इस अभियान पर काम करने जा रहा है। इस मिशन में उन राज्यों को शामिल किया गया है जहां ट्राइबल लोगों की आबादी ज्यादा है। मिशन में केंद्र सरकार की तरफ से 60 प्रतिशत खर्चा किया जाएगा और 40 प्रतिशत खर्च राज्य सरकारें व्यय करेंगी। मिशन के तहर सरकार जल्द ही छत्तीसगढ़ में ट्राइबल लोगों का हेल्थ कार्ड बनाने जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक इस कार्ड का प्रोटोटाइप तैयार हो चुका है।

(Image Courtesy: Freepik.com)

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