कई शिशुओं को जन्म के कुछ समय बाद से ही पेट में गैस की समस्या होने लगती है। यह परेशानी कुछ महीनों में खत्म हो सकती है या फिर लंबे समय तक भी बच्चों को ये परेशान कर सकती है। ऐसे में पेट के दर्द से बच्चों को काफी तकलीफ होती है। कभी-कभी इससे बच्चे को नींद भी नहीं आती है। हालांकि शिशु मां का दूध पीते हैं, तो पेट में गैस की समस्या मां के खानपान के कारण भी हो सकती है। इसके अलावा खानपान में देरी या ठीक से दूध न पीने के कारण भी ये समस्या हो सकती है। ऐसे में अगर आप बच्चे की अच्छे से मालिश करते हैं, तो बच्चे के पेट में बन रही गैस बाहर निकल जाती और मांसपेशियों में भी आराम मिलता है। जिससे बच्चे को दर्द में भी आराम मिलता है।
शिशु के पेट में गैस बनने के लक्षण
1. दर्द से रोना
2. सूजन
3. चिड़चिड़ापन और ठीक से दूध न पीना
5. ठीक से नींद न होना
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शिशु के पेट में गैस बनने पर ऐसे करें मसाज
शिशुओं के पेट में गैस बनने पर मसाज की मदद से पेट से हवा बाहर निकल जाती है और पेट दर्द में भी राहत मिलती है। अच्छे से मालिश करने के लिए आप किसी अच्छे तेल का उपयोग कर सकते हैं, इससे बच्चे को पेट में चोट भी नहीं आएगी। इससे बच्चा चैन की नींद भी सो पाता है। इसके लिए आप इन तरीकों का उपयोग कर सकते हैं।
1. पेट की मसाज
इस मालिश को घड़ी की सूई की दिशा में करते हैं। इससे बच्चे को पेट में आराम मिलता है। अपने दाहिने हाथ से अपने बाएं से दाएं अर्धवृत बनाते हुए मालिश करें। फिर अपने बाएं हाथ से नीचे के हिस्से में मालिश करें। इस तरह से बच्चे को गैस की समस्या से निजात दिलाने के लिए आप घड़ी की सुई की दिशा में एक गोलाकार गति में हाथ फेरते हैं। ध्यान रहे बच्चे को हमेशा हल्के हाथों से मसाज दें।
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2. फुलिंग
अपने अंगूठे को अपने बच्चे के पेट पर रखें। ऊपर-नीचे की गति में दोनों ओर हाथ को घुमाएं। अंगूठे की मदद से नाभि के ऊपर के हिस्से पर मसाज करें। फिर अंगूठे की मदद से नाभि के नीचे मसाज करें। इसे नाभि के ऊपर दो बार और नीचे दो बार से ज्यादा न करें।
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3. मूनवॉकिंग
बच्चे के पेट में दर्द होने पर आप मूनवॉकिंग मसाज तकनीक का सहारा भी ले सकते हैं। इसके लिए आप बच्चे के पेट पर अपनी उगंलियों की मदद से बाएं से दाएं की ओर मसाज करें। नाभि के ऊपर आप अपनी उंगलियों से मूनवॉक जैसी अवस्था में मालिश करें लेकिन ध्यान रहे कि आपके नाखून बड़े न हो और न ही उगंलियां बच्चे के पेट में चुभे।
4. घुटने ऊपर करें
इस मसाज में बच्चे को सीधा लेटा दें। फिर बच्चे के पैरों को घुटनों के पास पकड़कर पेट की तरफ मोड़ें। दोनों पैरों को एक साथ उनके पेट की ओर ले जाएं और पांच सेकेंड के लिए उसी अवस्था में छोड़ दें। इस पूरी प्रक्रिया को तीन बार दौहराएं। इससे बच्चे के पेट में जमा गैस आसानी से बाहर निकल जाएगी।
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5. सर्कुलर मसाज
इस मसाज के लिए नाभि के पास दाएं से बाएं दिशा की ओर वृताकार गति में मालिश करें। धीरे-धीरे हाथों को दबाएं पेट पर दबाव न बनाएं। उसके बाद इस सर्कल को धीर-धीरे बड़ा करें ताकि पूरे पेट की मांसपेशियों की मसाज हो सके। फिर इसी तरह बाएं से दाएं दिशा में मसाज करें। इसके लिए आप किसी अच्छे बेबी ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
बच्चे को पेट दर्द होने पर या गैस की समस्या में अच्छे बेबी ऑयल का इस्तेमाल करें। साथ ही बच्चे के पेट हल्के हाथों से मसाज करें ताकि उनके पेट पर चोट न आएं। इसके अलावा अगर मसाज के बाद बच्चा रोने लगे, तो मसाज नहीं करना चाहिए। साथ ही डॉक्टर से सलाह के बाद ही ऐसे मसाज करें।
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