How to Get rid back pain after abortion: गर्भपात के बाद महिलाएं मानसिक और शारीरिक रूप से काफी ज्यादा कमजोर हो जाती हैं। इस कठिन समय में खुद को संभालना महिलाओं के लिए काफी चुनौतीपूर्ण हो जाता है। गर्भपात के बाद महिलाओं के शरीर में कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। यह परेशानी कुछ सप्ताह और महीनों तक हो सकती है। खासतौर पर गर्भपात के बाद कमर दर्द और पेट दर्द काफी ज्यादा दर्दनीय हो सकता है। अगर आपके शरीर में अबॉर्शन के बाद इस तरह के लक्षण दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इसके अलावा इस दर्द से राहत पाने के लिए आप कुछ घरेलू उपायों का भी सहारा ले सकते हैं। आइए जानते हैं इन घरेलू उपायों के बारे में-
How to Get rid back pain after abortion in Hindi - गर्भपात के बाद पेट और पीठ दर्द की समस्या से छुटकारा पाने के लिए अपनाएं ये घरेलू उपाय
1. गर्म पानी के करें सेवन
गर्भपात के बाद कमर या पीठ दर्द की परेशानी होने पर गर्म पानी का सेवन करें। गर्म पानी पीने से आपका शरीर हाइड्रेट रहता है। साथ ही इससे कब्ज की परेशानी से बच सकते हैं। ऐसे में गर्म पानी का सेवन आपके लिए लाभकारी हो सकता है। इसके अलावा अगर आपके पेट और पीठ में ज्यादा दर्द हो रहा है, तो गर्म पानी से सिंकाई भी कर सकते हैं।
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2. तेल से करें मालिश
अबॉर्शन के बाद कई महिलाओं की पीठ में काफी ज्यादा दर्द होता है। इस परिस्थिति में तेल से मालिश करें। तेल से पीठ की मालिश करने के लिए 1 कटोरी सरसों तेल लें। अब इसमें कुछ लहसुन की कलियों को बारीक काट कर डाल लें। इसके बाद इसे अच्छे से उबाल लें। जब तक लहसुन गोल्डन ब्राउन हो जाए, तब तक तेल को गर्म करें। इस तेल से कमर और पेट की नियमित रूप से मालिश करें। इससे आपको काफी लाभ मिलेगा।
3. हॉट कंप्रेशन
गर्भपात के बाद अगर पीठ में दर्द या फिर ऐंठन की शिकायत है, तो इस स्थिति में हॉट कंप्रेशन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। इससे आप काफी बेहतर महसूस कर सकते हैं। गर्म सिंकाई करने के लिए आप हॉट बैग या फिर गर्म पानी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
4. शरीर को रखें एक्टिव
गर्भपात के बाद कई महिलाएं मानसिक रूप से परेशान रहती हैं। ऐसे में वह अपने कमरे में बंद हो जाती है। इस स्थिति में शारीरिक गतिविधि स्तर हो सकती है। जिससे आपको शारीरिक परेशानी जैसे- कमर में दर्द, पीठ में दर्द की शिकायत हो सकती है। इस स्थिति से बचने के लिए खुद को एक्टिव रखें। हल्के-फुल्के एक्सरसाइज करें। सर्दियों के सीजन में थोड़ी देर धूप में बैंठें। इससे आपको काफी राहत मिलेगा।
5. हैवी वर्कआउट करने से बचें
गर्भपात के बाद हैवी वर्कआउट न करें। खासतौर पर इस दौरान घर के काम जैसे- कपड़े धोना, बाल्टी उठाना जैसे कार्य से बतें। इससे आपकी समस्या बढ़ सकती है। इसलिए कोशिश करें कि कुछ सप्ताह या दिनों तक इस तरह के कार्य से बचें।
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6. अच्छा और संतुलित डाइट लें
गर्भपात के बाद शारीरिक कमजोरी की वजह से भी आपकी पीठ में दर्द की परेशानी हो सकती है। ऐसे में अपने आहार में भरपूर पोषक तत्व शामिल करें। इस दौरान हरी पत्तेदार सब्जियां, लहसुन, अदरक, ड्राई फ्रूट्स, दूध और तिल को जरूर शामिल करें। इससे आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी पूरी हो सकती है।
गर्भपात होना महिलाओं के लिए काफी दर्दनीय हो सकता है। लेकिन इस स्थिति में खुद को संभालना जरूरी है। ताकि आपका शरीर हर चुनौती के लिए तैयार हो सके। इसलिए हमेशा अपने शरीर पर ध्यान दें। खानपान और एक्सरसाइज पर ध्यान दें। ताकि हर विपरीत परिस्थिति से निपटने के लिए आपका शरीर तैयार हो सके।