गिरने या किसी भारी सतह से टक्कर होने पर अक्सर उस हिस्से पर नीला निशान पड़ जाता है, इसे ब्रूसेज (Bruises) कहते हैं। । यह नीले रंग का निशान टिश्यू को पहुंचने वाली चोट की वजह से होता है। जिसके कारण आपकी ऊपरी स्किन का रंग थोड़ा बहुत बदल जाता है। आर्टिमिस हॉस्पिटल, गुरुग्राम के अग्रिम इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोसाइंस के चीफ ऑफ न्यूरोलॉजी एंड को-चीफ स्ट्रोक, डॉक्टर सुमित के मुताबिक त्वचा पर नीला निशान तब होता है जब आपकी रक्त धमनियों (ब्लड वेसल्स) में टूट-फूट (डेमेज) होने लगती है। तब टिश्यू के नीचे खून आना शुरू हो जाता है। नील अलग अलग प्रकार के होते हैं और उनका रंग भी उनके कारण पर ही निर्भर करता है। कुछ नील का रंग काला भी हो सकता है तो कुछ का रंग लाल, नीला, जामुनी और पीला भी हो सकता है। यह सारे रंग आपको तब देखने को मिल सकते हैं जब नीला निशान काफी हल्का फुल्का हो। कई बार कुछ नील बिना किसी कारण के अपने आप ही आ जाते हैं। इनके पीछे गंभीर कारण भी हो सकता है। ऐसे में आपको बिना देरी किए डॉक्टर से जांच करवाने की जरूरत है।
त्वचा पर नीले निशान पड़ने का कारण (Causes For Frequent Bruises)
शरीर पर नील पड़ने का एक कारण कैंसर भी हो सकता है (Bruising Due To Cancer)
सब तरह के कैंसर नहीं लेकिन कुछ कैंसर में शरीर पर नीले निशान हो सकते हैं। इनके उदाहरण में बोन मैरो कैंसर जिसे ल्यूकेमिया भी कहा जाता है शामिल हैं। जो लोग ल्यूकेमिया से जुझ रहे होते हैं, उनका शरीर ब्लड क्लॉट बना पाने के लिए प्रयाप्त प्लेटलेट्स नहीं बना पता है। जिस कारण उन्हें इस तरह के नीले देश निशान देखने को मिलते हैं। हालांकि आपके इन निशानों के कैंसर के अलावा अन्य कारण भी हो सकते हैं। कैंसर की वजह से नीले निशान ऐसे भागों पर देखने को मिलते हैं जहां अक्सर नीले निशान नहीं पाए जाते हैं।
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नीले निशान का कारण ब्लीडिंग डिसऑर्डर हो सकता है (Bruising Due To Bleeding Disorders)
नीले निशान आने का सबसे मुख्य कारण तो ब्लीडिंग डिसऑर्डर को ही माना जाता है। जिसमें ऐसी स्थिति का समूह होता है जब खून का थक्का नहीं बनता या बहुत धीरे बनता है। इनके कुछ उदाहरणों में वोन वाइल ब्रैंड और हिमोफोलिया शामिल होते हैं। इस प्रकार की स्थिति आपके रक्त प्रवाह और क्लॉट करने की क्षमता को प्रभावित करते हैं। यह बीमारी प्रोटीन की कमी के कारण हो सकती हैं
विटामिन के और सी की कमी की वजह से नीले निशान (Vitamins Deficiency Can Cause Bruising)
अगर आपके शरीर में विटामिन सी की कमी होती है तो स्कर्वी जैसी स्थिति देखने को मिल सकती है। इसके लक्षणों में मसूड़ों में खून निकलना, नील के निशान होना वह भी बिना किसी कारण के और घाव आदि का होना देखा जा सकता है। विटामिन के की कमी के कारण भी ब्लड क्लॉट बनने में कमी आ सकती है जिससे ब्लीडिंग जारी रहती है। इससे आपके शरीर पर कहीं भी नीले निशान देखने को मिल सकते हैं।
अधिक शराब का सेवन करना और लीवर से जुड़ी समस्या (Alcohol Consumption can cause Bruising)
अगर आप शराब का सेवन बहुत अधिक मात्रा में कर लेते हैं तो इससे आपको लीवर से जुड़ी समस्या देखने को मिलने लगती हैं। जब यह समस्या बड़ी होती जाती है तो यह आपके लीवर की वह प्रोटीन बनाने की क्षमता को कमजोर कर देती है। जो ब्लड क्लॉट करने के लिए आवश्यक होती है। इससे आपके शरीर में अधिक ब्लीडिंग होनी शुरू हो जाती है जिसके कारण नीले निशान हो सकते हैं।
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खून पतला कर देने वाली दवाइयां भी बना सकते हैं नीले निशान (Excess Medication Can Cause Bruising)
अगर आप एस्पिरिन जैसी दवाइयां खा रहे हैं जिनसे आप का खून पतला होता है। इसके कारण ब्लड क्लॉट होने की अक्षमता देखने को मिल सकती है। जिस कारण नील आदि के निशान हो सकते हैं। अगर आप इस लक्षण से परेशान हैं तो अपने डॉक्टर को बोल कर अपनी दवाइयों में बदलाव लाने के लिए बोल सकते हैं।
अगर आपको बिना किसी कारण के आने वाले नीले दिखाई देते हैं तो तुरंत डॉक्टर के पास जा कर कारण पता करना चाहिए। ताकि आप अधिक गंभीर स्थिति से बच सकें।