फैटी या फिर जंक फूड्स खाना सेहत के लिए कई तरीकों से नुकसानदायक होता है। इसे खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के साथ ही साथ डायबिटीज का भी जोखिम बढ़ता है। इसे खाने से मोटापा बढ़ता है, जिससे हार्ट की बीमारियों का जोखिम भी कम होता है। हाल ही में हुई एक स्टडी के मुताबिक शरीर में स्ट्रेस से लड़ने की क्षमता कम होती है। आइये विस्तार से जानते हैं इस स्टडी के बारे में।
क्या कहती है स्टडी?
स्टडी के शोधकर्ताओं के मुताबिक फैटी फूड्स खाने से शरीर में स्ट्रेस से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है। फ्रंटीयर्स इन न्यूट्रीशन एंड न्यूट्रिएंट्स में प्रकाशित हुई इस स्टडी के मुताबिक फैटी फूड्स खाने से ब्रेन में ऑक्सीजन की कमी होने के साथ ही साथ वैस्कुलर फंक्शन भी प्रभावित हो जाता है। जिससे स्ट्रेस बढ़ने लगता है और मेंटल हेल्थ भी प्रभावित होने लगती है। शोधकर्ताओं की मानें तो फैटी फूड्स का सेवन करने से शरीर में ऑक्सीजन की डिलीवरी कम हो जाती है। इससे 39 प्रतिशत तक ऑक्सीनेजेटेड हीमोग्लोबिन में भी कमी आती है।
हार्ट की बीमारियों का भी बढ़ता है खतरा
इसपर हो चुकी कुछ पुरानी स्टडीज की मानें तो फैटी फूड्स खाने से वैस्कुलर फंक्शन में एक प्रतिशत की गिरावट आती है। शरीर में ऐसी स्थिति होने से 13 प्रतिशत तक कार्डियोवैस्कुलर डिजीज होने का भी जोखिम बढ़ता है। बायोलॉजिकल साइकोलॉजी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर Jet Veldhuijzen van Zanten के मुताबिक हाई स्ट्रेस जॉब करने या फिर ज्यादा स्ट्रेस में रहने से भी कार्डियोवैस्कुलर डिजीज होने का जोखिम बढ़ता है। इसलिए हार्ट से जुड़ी बीमारियों से बचने के लिए स्ट्रेस को मेनटेन रखना बेहद जरूरी है।
इसे भी पढ़ें - हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों के बीच सरकार ने चलाई मुहीम, एक दिन में 10 लाख लोगों को मिलेगी CPR की ट्रेनिंग
फैटी फूड्स खाने के नुकसान
- फैटी फूड्स खाने से सेहत को कई तरीकों से नुकसान पहुंचता है।
- फैटी फूड्स खाने से शरीर में वसा की मात्रा बढ़ने के साथ ही कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ता है।
- ऐसे फूड्स खाने से शरीर में टाइप 2 डायबिटीज के साथ ही साथ ब्लड प्रेशर बढ़ने का भी जोखिम बढ़ता है।
- ऐसी चीजों का सेवन करने से आंतों के साथ-साथ पेट को भी काफी नुकसान पहुंचता है।
- इससे मेटाबॉलिज्म धीमा होता है साथ ही पाचन क्रिया कमजोर होती है।