आज के समय में आरओ का पानी शहरी इलाके के लगभग सभी घरों में इस्तेमाल होता है। दूषित पानी की समस्या की वजह से हर घर आरओ (RO Water) का पानी इस्तेमाल किया जाता है। आरओ वाटर प्यूरीफायर के पानी को पीने को लेकर सोशल मीडिया पर तमाम तरह की बाते कही जा रही हैं। तमाम सोशल मीडिया पोस्ट यह दावा करते हैं, कि आरओ का पानी पीना सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। वहीं कई सोशल मीडिया पोस्ट में यह कहा जाता है, कि आरओ का पानी सेहत के लिए बिलकुल सुरक्षित है। ओनलीमायहेल्थ की स्पेशल Fact Check सीरीज 'धोखा या हकीकत' में आइए जानते हैं, आरओ यानी रिवर्स ऑस्मोसिस सिस्टम से फिल्टर किया गया पानी सेहत के लिए वाकई नुकसानदायक है या नहीं?
आरओ का पानी सेहत के लिए हानिकारक है?- Is RO Water Bad For Health?
आरओ सिस्टम से फिल्टर किये गए पानी को लेकर तमाम तरह की डिबेट चलती हैं। pubs मेडिकल जर्नल पर प्रकाशित एक शोध में यह कहा गया है, कि आरओ सिस्टम से फिल्टर हुए पानी में मिनरल्स और अन्य जरूरी तत्व खत्म हो जाते हैं। इसके अलावा अगर आप समय पर अपने आरओ सिस्टम की सही साफ-सफाई नहीं करते हैं तो इसकी वजह से पानी के दूषित होने का खतरा भी बना रहता है। आरओ का पानी पीने को लेकर किये जा रहे दावे की सच्चाई जानने के लिए Onlymyhealth ने नोएडा हेल्थ प्लस क्लिनिक की जनरल फिजिशियन डॉ. स्वाति चौहान से बात की तो, उन्होंने बताया कि आरओ के पानी में फिल्टर करने की प्रक्रिया के दौरान मौजूद मिनरल्स और अन्य जरूरी तत्व नष्ट हो जाते हैं। लंबे समय तक बोतलबंद आरओ का पानी पीना हानिकारक हो सकता है, लेकिन सामान्य आरओ का पानी पीने से शरीर को ना तो कोई फायदा मिलता है और ना ही कोई नुकसान। आरओ से पानी फिल्टर करते समय टीडीएस लेवल 70 से 150 के बीच होना ज्यादा सुरक्षित होता है।
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नल का पानी आरओ के पानी से ज्यादा सुरक्षित है?- Tap Water is Safer Than Ro Water?
कई लोगों का मानना है कि आरओ का पानी से ज्यादा सुरक्षित नल का पानी होता है। आरओ का पानी रिवर्स ऑस्मोसिस वाटर प्यूरीफायर द्वारा फिल्टर किया जाता है। इंटरनेशनल वाटर एसोसिएशन की एक रिपोर्ट में कहा गया कि, रिवर्स ऑस्मोसिस वाटर प्यूरीफायर (आरओ) के पानी के फिल्टरेशन के दौरान मैंगनीज, लोहा, फ्लोराइड, सीसा और कैल्शियम आदि खत्म हो जाते हैं। NEERI, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) और IIT-दिल्ली की एक संयुक्त रिपोर्ट में कहा गया है कि आरओ सिस्टम से फिल्टर किये गए पानी के दूषित या हानिकारक होने की संभावना कम होती है। ऐसे में यह कहना कि नल का पानी, आरओ के पानी ज्यादा बेहतर है गलत होगा।
आरओ के पानी और मिनरल वाटर में अंतर?- Difference Between RO Water and Mineral Water in Hindi
RO का पानी दरअसल वाटर प्यूरीफायर में फिल्टर किया जाने वाला पानी है। इस पानी में मौजूद सभी फायदेमंद और नुकसानदायक मिनरल्स निकल जाते हैं। वहीं मिनरल वाटर में जरूरी मिनरल्स पाए जाते हैं। आरओ वाटर को बहुत लोग डेड वाटर के नाम से भी जानते हैं, क्योंकि इस पानी में मिनरल्स (ना तो हानिकारक और ना ही फायदेमंद ) खत्म हो जाते हैं।
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दूषित पानी वाले इलाकों में नल का पानी पीने से बेहतर है, आरओ के पानी का इस्तेमाल किया जाए। लेकिन इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि आरओ के पानी में शरीर के लिए जरूरी मिनरल्स और अन्य तत्व निकल जाते हैं। दूषित पानी पीने से आपकी सेहत को कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए पानी पीते समय आपको पानी की गुणवत्ता का ध्यान जरूर रखना चाहिए। आरओ का पानी पीने को लेकर आपको सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों पर ध्यान देने के बजाय एक्सपर्ट डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
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