Can a vegetarian diet lower cancer risk : कोरोना महामारी के बाद लोगों के बीच स्वस्थ्य जीवन शैली को लेकर जागरूकता बढ़ी है। इसके लिए खानपान बहुत ही जरूरी होता है। यही कारण है कि पिछले कुछ सालों में लोग वेजिटेरियन खानपान को ज्यादा महत्व देते हैं। पिछले दिनों जब 4 फरवरी को वर्ल्ड कैंसर डे मनाया गया है, तब सोशल मीडिया पर एक बार फिर वीडियो, रील्स और पोस्ट वायरल होने लगे कि वेजिटेरियन डाइट को अपनाने से कैंसर का खतरा कम होता है।
अब जब भारत में कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, तब यह जानना ज्यादा जरूरी हो गया है क्या वाकई शाकाहारी लोगों को कैंसर का खतरा कम होता है? (Can a vegetarian diet lower cancer risk) ओनलीमॉयहेल्थ की फैक्ट चेक सीरीज में हम सोशल मीडिय पर वायरल हो रहे इसी दावे का सच जानने की कोशिश करेंगे।
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शाकाहारी आहार और कैंसर का संबंध- Link between vegetarian diet and cancer
हरियाणा के सोनीपत स्थित एंड्रोमेडा हॉस्पिटल के डायरेक्टर और सीनियर ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. अरुण कुमार का कहना है कि अब तक कई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि शाकाहारी डाइट को फॉलो करने से कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है, लेकिन यह पूरी तरह से इसे रोकने की गारंटी नहीं देता। रिसर्च में यह भी सामने आया है कि शाकाहारी डाइट में ज्यादातर लोग हरी पत्तेदार सब्जियां, दूध से बनें प्रोडक्ट, दाल और मोटे अनाज को शामिल करते हैं। यह सभी चीजें प्रोटीन, फाइबर और कैल्शियम से भरपूर होती हैं, जो शरीर में कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकती हैं। यहीं कारण हैं ऐसा कहा जाता है शाकाहारी डाइट को अपनाने से कैंसर का खतरा कम होता है। डॉ. अरुण कुमार के अनुसार कुछ मुख्य कारण हैं, जो वेजिटेरियन आहार को कैंसर के जोखिम को कम करने में सहायक बनाते हैं।
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1. हाई फाइबर
शाकाहारी खाने में फल, सब्जियां, साबुत अनाज, दालें और नट्स शामिल होते हैं, जिनमें भरपूर मात्रा में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। फाइबर पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है और कोलन कैंसर (आंतों के कैंसर) के जोखिम को कम कर सकता है।
2. रेड मीट का सेवन
रिसर्च के अनुसार, मांसाहारी खाने में प्रोसेस्ड और रेड मीट का अधिक सेवन कोलन, पेट और पैंक्रियाज कैंसर के खतरे को बढ़ाता है। शाकाहारी लोग रेड और प्रोसेस्ड मीट का सेवन नहीं करते हैं। यही कारण है कि शाकाहारी लोगों में कोलन और पैंक्रियाज कैंसर का खतरा कम देखने को मिलता है।
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3. कम सैचुरेटेड फैट की मात्रा
रेड मीट, चिकन और अंडों में सैचुरेटेड फैट बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है। वहीं, शाकाहारी खाने में आमतौर पर सैचुरेटेड फैट कम होता है, जो मोटापे और कैंसर से जुड़े अन्य जोखिमों को कम करने में मदद करता है।
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सिर्फ शाकाहारी खाने से नहीं कम होता कैंसर का खतरा- only vegetarian food does not reduce the risk of cancer
ऑनकोलॉजिस्ट का कहना है शाकाहारी खाना कैंसर के खतरे को काफी हद तक कम करता है, लेकिन 100 प्रतिशत कैंसर से सुरक्षा प्रदान नहीं करता हैं। कैंसर से बचाव के लिए स्वस्थ खानपान के साथ नियमित तौर पर एक्सरसाइज करें, प्रोसेस्ड फूड और अधिक चीनी से बचें।
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निष्कर्ष
शाकाहारी लोगों में कुछ प्रकार के कैंसर का खतरा कम हो सकता है, खासकर कोलन कैंसर और पेट के कैंसर का। लेकिन, आहार के अलावा अन्य कारक भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यदि कोई व्यक्ति स्वस्थ जीवनशैली अपनाता है और संतुलित आहार लेता है, तो कैंसर के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।