भारत में कोरोनावायरस के 2 नए कंफर्म मामले सामने आए हैं, जिनमें से एक मामला दिल्ली और दूसरा तेलंगाना का है। इसके पहले फरवरी में कोरोना वायरस के 3 मामले सामने आए थे, जिन्हें पूरी तरह ठीक किया जा चुका है। अचानक दोबारा से कोरोना वायरस की दस्तक ने हेल्थ एक्सपर्ट्स और सरकार दोनों को चिंता में डाल दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय इस सूचना के बाद सचेत हो गया है और कई तरह की एडवाइजरी जारी कर चुका है। दरअसल दुनियाभर में कोरोना वायरस के कारण 3000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 90,000 से ज्यादा लोग इसकी चपेट में हैं। ऐसे में कोरोना वायरस की रोकथाम और इसका इलाज दुनियाभर के वैज्ञानिकों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। लेकिन इसी बीच असम की एक विधायक ने विधानसभा में कोरोनावायरस को लेकर एक ऐसा दावा कर दिया है, जो आलोचना का कारण बन रहा है।
असम के हाजो विधानसभा सीट से भाजपा विधायक सुमन हरिप्रिया ने सोमवार को दावा किया कि, 'गोमूत्र और गोबर से कोरोना वायरस का इलाज किया जा सकता है।' हालांकि बाद में उन्होंने अपने दावे को इस तरह पेश किया कि वो ऐसा अनुमान लगा रही हैं कि गाय के गोबर से कोरोना वायरस को ठीक किया जा सकता है। उन्होंने कहा, "जब कोरोना वायरस एयर बॉर्न डिजीज है, तो क्यों न ऐसा प्रयोग किया जाए कि गाय के गोबर के साथ घी, गुग्गुल और गिलोय के रस को मिलाकर... और 2-3 चीजें हैं... अगर हम हवन जैसे... आहुति दें, यज्ञ करें, तो उससे जो धुंआ निकलेगा, मुझे लगता है हवा बिल्कुल शुद्ध हो जाएगी। कोरोना वायरस डिजीज से शायद... शायद मुक्ति मिले।"
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इस बयान पर एक्सपर्ट की राय
भाजपा विधायक के इसी बयान के बारे में हमने सिद्धार्थनगर के वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ. राम आशीष से बात की और उन्होंने हमें कुछ खास बातें बताईं, जो इस प्रकार हैं।
"कोरोना वायरस का इलाज अभी तक किसी भी चिकित्सा पद्धति में नहीं खोजा जा सका है। ऐसे बयानों से लोगों में गलत संदेश जाता है, इसलिए इनसे बचना चाहिए। कोरोना वायरस पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय बना हुआ है और अभी तक इसका कोई इलाज नहीं खोजा जा सका है। इससे बचाव के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन और हेल्थ एक्सपर्ट्स ने कई एडवाइजरी जारी की हैं, केवल उन्हीं को सच मानें।" गौरतलब है कि ऐसा ही एक बयान पिछले दिनों हिंदू महासभा के प्रमुख के तरफ से भी दिया गया था। मगर इन दावों की किसी भी तरह से वैज्ञानिक पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है।
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कोरोना वायरस से कैसे बच सकते हैं?
डॉ. राम आशीष बताते हैं, "ये बात सच है कि कोरोना वायरस हवा के द्वारा फैल सतका है। मगर इन वायरस के ट्रैवेल करने की भी एक निश्चित दूरी है। आमतौर पर कोरोना वायरस लगभग 1 मीटर तक हवा में फैल सकते हैं। मगर किसी सामान या वस्तु पर चिपकने के बाद ये कई घंटों तक जीवित रह सकते हैं इसलिए जरूरी है कि जिन जगहों पर कोरोना वायरस का खतरा बताया जा रहा है, वहां पर लोग मास्क पहनकर रहें। छोटे बच्चों, बूढ़ों और प्रेग्नेंट महिलाओं को ऐसे समय में पब्लिक प्लेस पर जाने से बचना चाहिए। वहीं किसी भी सार्वजनिक चीज को छूने, लोगों से हाथ मिलाने या बाहर से घर लौटने के बाद साबुन या एल्कोहल बेस्ड सैनिटाइजर से हाथ धोना बहुत जरूरी है। इसके अलावा कोरोना वायरस से बचने के लिए सबसे जरूरी सलाह यह है कि अफवाहों पर ध्यान न दें। जुकाम-बुखार और शरीर में दर्द होने पर तुरंत घबराएं नहीं, लेकिन नजरअंदाज भी न करें और जल्द से जल्द नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या अस्पताल पहुंचकर डॉक्टर को दिखाएं।"
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