कोरोना वायरस से मौत का आंकड़ा धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। Worldometer की ताजा अपडेट के अनुसार 6 फरवरी की सुबह तक कोरोना वायरस से प्रभावित मरीजों की संख्या 28,276 पहुंच गई है, जबकि मौत का आंकड़ा 565 पहुंच गया है। चिंता की बात ये है कि 3800 से ज्यादा मरीज अभी भी गंभीर स्थिति में हैं। इन सबके बीच दो अच्छी भी हैं। पहली यह कि पिछले 3 दिनों में भारत में कोरोना वायरस का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। और दूसरी यह कि यूएस में कोरोना वायरस से प्रभावित एक मरीज को पूरी तरह ठीक कर लिया गया है और उसे हॉस्पिटल से रिलीज कर दिया गया है। आज हम आपको बता रहे हैं कि खतरनाक कोरोना वायरस का इलाज किस तरह किया जा रहा है।
क्या है कोरोना वायरस?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार कोरोना वायरस किसी एक वायरस का नाम नहीं है, बल्कि ये बहुत सारे वायरसों की एक फैमिली है, जिनसे प्रभावित व्यक्ति को सामान्य सर्दी-जुकाम से लेकर कई गंभीर और जानलेवा स्थितियों का सामना कर पड़ सकता है। आमतौर पर ये वायरस जानवरों से इंसानों में फैलता है।
जो वायरस इन दिनों चीन और दुनिया के बाकी देशों में महामारी की तरह फैल रहा है, वो कोरोना वायरस का एक नया प्रकार है, जिसे 2019-nCoV (Novel Coronavirus) नाम दिया गया है।
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कैसे किया जा रहा है कोरोना वायरस का इलाज?
WHO के अनुसार इस वायरस का फिलहाल कोई विशेष (सटीक) इलाज नहीं है। हालांकि मरीजों को ठीक करने के लिए डॉक्टर्स कुछ खास तरीके अपना रहे हैं। Johns Hopkins Center for Health Security के वरिष्ठ स्कॉलर Amesh A. Adalja, M.D बताते हैं-
कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों को तुरंत अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है और बिल्कुल अकेला रखा जा रहा है। जांच में अगर कोरोना वायरस की पुष्टि हो जाती है, तो मरीज का इलाज उसके लक्षणों के आधार पर शुरू किया जा रहा है। कोरोना वायरस के मरीजों में सामान्य बुखार से लेकर श्वांसनली के गंभीर इंफेक्शन तक अलग-अलग लक्षण दिखाई देते हैं। कुछ मामलो में मरीज को ब्रोंकाइटिस या निमोनिया हो सकता है और कुछ को सांस लेने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत पड़ सकती है।
चूंकि यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में बहुत तेजी से फैल सकता है, इसलिए मेडिकल प्रोफेशनल्स इलाज के दौरान मरीज के सीधे संपर्क में आने से बचते हैं। यूएस में ठीक हुए मरीज के इलाज के लिए मेडिकल प्रोफेशनल्स के साथ-साथ रोबोट की मदद ली गई थी।
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कोरोना वायरस के इलाज के बाद कैसे हो रही है मरीजों की रिकवरी
कोरोना वायरस खतरनाक जरूर है, मगर इसके इलाज के बाद मरीज को रिकवर होने में बहुत ज्यादा समय नहीं लगता है। Wordometer के ताजा आंकड़े के अनुसार अब तक इस वायरस की चपेट में आ चुके 1,173 लोगों को रिकवर किया जा चुका है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार इलाज के बाद भी मरीज को कुछ समय तक अकेला रहने की सलाह दी जाती है। हालांकि अभी इस बारे में जानकारी नहीं है कि मरीज को कितने समय तक अकेला रहना चाहिए। रिकवरी पीरियड के दौरान मरीज को खूब लिक्विड चीजें पीने (पानी, जूस आदि) और खूब सोने की सलाह दी जाती है। जब मरीज को स्वयं लगने लगे कि वो अब पूरी तरह ठीक है और पहले जैसा सामान्य महसूस कर रहा है, तो उसे रिलीज किया जा सकता है।
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