ज्यादा गर्मी में रहना सेहत के लिए नुकसानदायक साबित होता है। ऐसे में प्रेग्ननेंसी के दौरान ज्यादा गर्मी में रहने से स्वास्थ्य को गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में शरीर में पानी की कमी भी हो सकती है। हाल ही में जर्नल ऑफ अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन के मुताबिक प्रेग्नेंसी के दौरान ज्यादा गर्मी में रहने से महिलाओं में प्रसव के दौरान खतरा रहता है। ऐसे में महिलाओं को शिशु को स्तनपान कराने में भी कठिनाई हो सकती है। यही नहीं कई बार तो ऐसे में जान जाने तक का खतरा भी बन सकता है।
प्रेग्नेंसी में गर्मी लगने से होने वाली समस्याएं
इस बारे में ज्यादा जानकारी पाने के लिए हमने नई दिल्ली के मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर से डॉ. शोभा गुप्ता, चिकित्सा निदेशक स्त्री रोग विशेषज्ञ और आईवीएफ विशेषज्ञ से बातचीत की। उन्होंने बताया कि प्रेग्रेंसी के दौरान कई बार आमतौर पर हॉट फ्लैशेज के कारण भी गर्मी लग सकती है। ऐसे में महिलाओं को सेहत से जुड़ी कई समस्याएं जैसे सिरदर्द, सीने में जलन, उलटी, मतली, पेट में जलन या फिर पाचन से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं। ऐसे में महिलाओं को त्वचा से जुड़ी समस्याएं जैसे खुजली, त्वचा पर रैशेज, झुर्रियां, त्वचा पर मुहासे आदि भी हो सकती है।
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प्रेग्नेंसी में ज्यादा गर्मी से बचने के तरीके
- प्रेग्नेंसी के दौरान गर्मी से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। इससे शरीर हाइड्रेट रहती है, जिससे गर्मी का असर कम होता है।
- गर्भावस्था के दौरान गर्मी से बचने के लिए हल्के कपड़े पहनें। दरअसल, ऐसे में गर्म या भारी कपड़े पहनने से गर्मी की समस्या हो सकती है।
- घर में तापमान को सामान्य बनाए रखें। प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर को ठंडा रखने और गर्मी से बचने के लिए आप कूलर या फिर एसी का इस्तेमाल कर सकती हैं।
- ऐसी स्थिति में धूप में बाहर निकलने से परहेज करना चाहिए। ऐसे में शरीर का तापमान बढ़ सकता है।

27 प्रतिशत तक बढ़ा खतरा
इस रिसर्च में शामिल होने वाली महिलाओं पर शोधकर्ताओं ने पाया कि गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में ज्यादा गर्मी के संपर्क में रहने से महिलाओं में स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा 27 प्रतिशत तक बढ़ा था। ऐसे में ज्यादा गर्मी के संपर्क में आने से जान जाने तक का भी खतरा रहता है।